हेल्थ
गर्भावस्था में मछली सेवन शिशु में अस्थमा रोकने में सहायक
न्यूयॉर्क, 31 अक्टूबर (आईएएनएस)| गर्भावस्था के दौरान जो महिलाएं मछली का सेवन करती हैं, उनके बच्चे अस्थमा से मुक्त रह सकते हैं। एक नए अध्ययन के अनुसार, यह ठीक उसी प्रकार काम करता है, जिस तरह मछली के तेल की पूरक खुराक करती है। गर्भावस्था की तीसरी तिमाही में ओमेगा-3 वसा अम्ल की उच्च खुराक लेने वाली गर्भवती महिलाओं के बच्चों को अपने प्रांरभिक दिनों में विकसित होने वाली सांस की समस्याओं से सुरक्षा मिलती है।
अमेरिका में यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ फ्लोरिडा के प्राध्यापक रिचर्ड लॉकी ने कहा, एक सप्ताह में एक बार थोड़ी अधिक कीमत चुकाकर कम पारे के स्तर वाली मछली का उपभोग न केवल अस्थमा से रक्षा करता है, बल्कि शिशु के विकास और विकास के पोषण संबंधी लाभों को भी मजबूत करता है।
तीन समूहों में शोध किया गया। पहले समूह को मछली के तेल वाले ओमेगा-3 वसा अम्ल का सेवन कराया गया, जबकि दूसरे समूह ने प्लेसबो का इस्तेमाल किया था। तीसरा समूह ‘नो ऑयल’ समूह था, जिसे उनकी पसंद के अनुसार मछली या मछली के तेल की पूरक खुराक दी गई थी।
शोधकर्ताओं ने पाया कि मछली के तेल और ‘नो ऑयल’ समूहों के बच्चों को 24 वर्ष की आयु पर पहुंचने के दौरान अस्थमा संबंधी चिकित्सा का कम सामना करना पड़ा, और इन दोनों समूहों में अस्थमा का कम विकास देखा गया।
लाइफ स्टाइल
उम्र बढ़ने का असर नहीं दिखेगा त्वचा पर, बस करना होगा यह काम
नई दिल्ली। उम्र बढ़ने (Ageing) के साथ ही व्यक्ति को कई तरह की शारीरिक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। साथ ही उम्र का असर त्वचा पर भी दिखाई पड़ने लगता है। इसकी सबसे बड़ी वजह आपका खान पान है। ऐसे में अगर आप 40, 50 की उम्र में भी 30-35 की नजर आना चाहते हैं, तो सबसे पहले अपने खानपान की ओर ध्यान दें।
बहुत ज्यादा तला-भुना, मिर्च-मसालेदार और जंक फूड के सेवन से त्वचा समय से पहले ही बूढ़ी नजर आने लगती है। उम्र बढ़ने (Ageing) के साथ अपने भोजन में हरी सब्जियों, साबुत अनाज, स्प्राउट्स व डेयरी प्रोडक्ट्स की मात्रा बढ़ाएं साथ ही साथ ड्राई फ्रूट्स की भी।
- बादाम
बादाम विटामिन ई का बेहतरीन स्त्रोत होते हैं। जो हानिकारक यूवी किरणों से स्किन की सुरक्षित रखते हैं, स्किन के मॉयस्चर को बना कर रखते हैं साथ ही स्किन टिश्यू को रिपेयर करने का भी काम करते हैं। जवां और खूबसूरत नजर आने में हेल्दी और चमकदार त्वचा का बहुत बड़ा रोल होता है।
- काजू
काजू में प्रोटीन और विटामिन-ई की भरपूर मात्रा होती है। ये दोनों न्यूट्रिशन बढ़ती उम्र के असर को कम करते हैं और त्वचा को चमकदार बनाए रखने में मदद करते हैं। तो काजू का सेवन भी करें लेकिन सीमित मात्रा में।
- अखरोट
अखरोट में विटामिन-ई और ओमेगा-3 फैटी एसिड्स होते हैं, जो त्वचा को मुलायम बनाते हैं और रंगत सुधारने में भी मदद करते हैं। इसके अलावा अखरोट में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स फ्री रेडिकल्स के असर को ख़त्म करके एजिंग प्रोसेस को धीमा करने का काम करते हैं।
- पिस्ता
पिस्ता में विटामिन ई और दूसरे एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो बॉडी से फ्री रेडिकल्स को कम करने और स्किन को सॉफ्ट और ग्लोइंग बनाने में मददगार होते हैं। इसके साथ ही पिस्ता में विटामिन ई होता है जो स्किन को हेल्दी रखता है जिससे उम्र का असर पता नहीं चलता।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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