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ममता मोबाइल नंबर से आधार संख्या नहीं जोड़ेंगी

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कोलकाता, 25 अक्टूबर (आईएएनएस)| पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को केंद्र सरकार के मोबाइल को आधार से जोड़ने के फैसले का कड़ाई से विरोध करते हुए कहा कि अगर उनका कनेक्शन काट भी दिया गया तो भी वह दूरसंचार कंपनी को अपना आधार संख्या नहीं देंगी। उन्होंने पार्टी के विस्तारित कोर समिति की बैठक में यहां कहा, यह लोगों की निजता में दखल देने की केंद्र सरकार की रणनीति है। मुझे लगता है कि हमें मोबाइल कंपनियों को आधार संख्या नहीं देना चाहिए।

ममता ने कहा, अगर इसके लिए हमारे मोबाइल कनेक्शन काट दिए जाए, तो ऐसा होने दो। मैं चुनौती देती हूं कि मैं अपना आधार संख्या नहीं दूंगी चाहे मेरा कनेक्शन काट दिया जाए। मुझे इसकी चिंता नहीं है।

इस पहल को लोगों के निजता में अतिक्रमण बताते हुए तृणमूल प्रमुख ने कहा कि केंद्र सरकार लोगों की निजी जिंदगी में हस्तक्षेप कर रही है और उनकी स्वतंत्रता को समाप्त कर रही है।

बनर्जी ने कहा, सुरक्षा कारणों से आधार बैंकों के लिए जरूरी हो सकता है, लेकिन वे लोग मोबाइल फोन कनेक्शन के लिए भी आधार संख्या मांग रहे हैं।

उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि पति और पत्नी के बीच निजी बातचीत को भी टेप किया जा सकता है। लोगों के निजता के अधिकार को समाप्त किया जा रहा है। इस सरकार के अधीन लोगों को कोई अधिकार नहीं है।

उन्होंने कहा, सरकार को हमारे सभी निजी सूचनाओं तक पहुंच बनाने का कोई अधिकार नहीं है। अब आगे वे क्या करने वाले हैं?

दूरसंचार विभाग ने मार्च में इस वर्ष सभी मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनियों को अपने मौजूदा ग्राहकों से आधार और बायोमेट्रिक जानकारी के साथ दोबार सत्यापित करने के निर्देश दिए थे।

इन कंपनियों को अगले वर्ष की शुरुआत तक यह काम कर लेने के लिए कहा गया है।

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नेशनल

कोर्ट ने बृजभूषण से पूछा- आप गलती मानते हैं, बोले- सवाल ही उठता, मेरे पास बेगुनाही के सारे सबूत

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नई दिल्ली। महिला पहलवानों से यौन शोषण मामले में भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह मंगलवार को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश हुए। कोर्ट ने उन्हें उनके खिलाफ तय किए आरोप पढ़कर सुनाए। इसके बाद कोर्ट ने बृजभूषण से पूछा कि आप अपने ऊपर लगाए गए आरोप स्वीकार करते हैं? इस पर बृजभूषण ने कहा कि गलती की ही नहीं मानने का सवाल ही नहीं उठता। इस दौरान कुश्ती संघ के पूर्व सहायक सचिव विनोद तोमर ने भी स्वयं को बेकसूर बताया। तोमर ने कहा कि हमनें कभी भी किसी पहलवान को घर पर बुलाकर न तो डांटा है और न ही धमकाया है। सभी आरोप झूठे हैं।

मीडिया द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या आरोपों के कारण उन्हें चुनावी टिकट की कीमत चुकानी पड़ी, इस पर बृजभूषण सिंह ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, “मेरे बेटे को टिकट मिला है।” बता दें कि उत्तर प्रदेश से छह बार सांसद रहे बृजभूषण शरण सिंह को इस बार भाजपा ने टिकट नहीं दिया है। पार्टी उनकी बजाय, उनके बेटे करण भूषण सिंह को कैसरगंज सीट से टिकट दिया है, जिसका बृजभूषण तीन बार प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।

बृजभूषण सिंह ने सीसीटीवी रिकाॅर्ड और दस्तावेजों से जुड़े अन्य विवरण मांगने के लिए बृजभूषण सिंह ने आवेदन दायर किया है। उनके वकील ने कहा कि उनके दौरे आधिकारिक थे। मैं विदेश में उसी होटल में कभी नहीं ठहरा जहां खिलाड़ी स्टे करते थे। वहीं दिल्ली कार्यालय की घटनाओं के दौरान भी मैं दिल्ली में नहीं था। बता दें कि कोर्ट इस मामले में जल्द ही अपना फैसला सुना सकता है। कोर्ट ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि एमपी-एमएलए मामलों में लंबी तारीखें नहीं दी जाएं। हम 10 दिन से अधिक की तारीख नहीं दे सकते।

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