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जय शाह विवाद पर क्यों चुप हैं मोदी : कांग्रेस

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पणजी, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)| कांग्रेस ने गुरुवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे पर लगे आरोपों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी को लेकर सवाल उठाया है और शाह के इस्तीफे की मांग की है, ताकि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो सके।

गोवा की राजधानी स्थित पार्टी के प्रदेश कार्यालय में संवाददाताओं से मुखातिब कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने यह भी कहा कि फर्जी कंपनियों के खिलाफ प्रधानमंत्री के अभियान के तहत जय शाह के सह-स्वामित्व वाली टेम्पल एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड की संचालन प्रक्रिया भी जांच कराई जानी चाहिए। शाह की यह कंपनी भी फर्जी जैसी ही है।

प्रियंका ने संवाददाताओं से कहा, प्रमाणकिता की खातिर, मोदी जिसके लिए खड़े हुए उसकी खातिर.. अगर छुपाने के लिए कुछ नहीं है तो अमित शाह को आगे आकर जांच कराने से कौन रोक रहा है? यही जांच उनके बेटे की छवि को साफ कर सकती है।

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, लेकिन हम सभी जानते हैं कि अगर कुछ गलत नहीं हुआ होता तो उन्हें जांच से बचाने के प्रयास क्यों किए जाते। जय शाह न विधायक हैं न सांसद, न मंत्री, बल्कि एक कारोबारी। ताज्जुब की बात है कि उनके बचाव में केंद्रीय मंत्रियों को सफाई देने मीडिया के सामने आना पड़ता है।

उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री उन्हें क्यों बचाने की कोशिश कर रहे हैं? ऐसा क्या है जो प्रधानमंत्री को उस व्यक्ति की जवाबदेही लेने से रोक रहा है, जो उनका सबसे करीबी है और जिसने अपने पूरी ब्रांडिंग समझौता के तहत भ्रष्टाचार के लिए जीरो टॉलरेंस (शून्य सहिष्णुता) की बात कही थी।

केंद्र सरकार पर जांच से दूर भागने का आरोप लगाते हुए प्रियंका ने यह भी कहा, जब प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि वह फर्जी कंपनियों के खिलाफ हैं और फर्जी कंपनियों को बंद कर रहे हैं, लेकिन क्या यह फर्जी कंपनी चलाने की मानक प्रक्रिया नहीं है? शाह की कंपनी की जांच क्यों नहीं होनी चाहिए?

एक ऑनलाइन न्यूज पोर्टल ‘द वायर’ ने खुलासा किया है कि एक गैर बैंकिंग वित्तीय संस्थान से प्रतिभूति रहित ऋण प्राप्त करने के बाद जय शाह की कंपनी की कमाई एक वर्ष के भीतर, यानी 2015-2016 में 50,000 रुपये से बढ़कर 80.5 करोड़ रुपये हो गई।

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नेशनल

15 दिन की पैरोल मिलने के बाद जेल से बाहर आए पूर्व बाहुबली विधायक अनंत सिंह, समर्थकों ने किया स्वागत

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पटना। पूर्व बाहुबली विधायक अनंत सिंह रविवार को पटना की बेऊर जेल से बाहर निकल गये हैं। गृह विभाग से हरी झंडी मिलने के बाद अनंत सिंह को जेल से 15 दिनों की पैरोल मिली है। वह सुबह लगभग 4:00 बजे जेल से बाहर निकले।आनंद सिंह के जेल से बाहर निकलने की सूचना के साथ ही उनके समर्थकों में काफी उत्साह का माहौल है। अनंत सिंह लगभग 5 वर्षों से जेल में बंद है। अनंत सिंह पर एके 47 रखने का आरोप है, जिसके तहत कोर्ट ने उन्हें 10 वर्ष की सजा सुनाई थी। तब से मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह पटना के बेउर जेल में सजायाफ्ता बंदी के रूप में सजा काट रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक़ आपसी पारिवारिक बंटवारे को लेकर अनंत सिंह ने न्यायालय में कोर्ट से पैरोल पर इसके लिए आदेश मांगा था। पेरोल पर आदेश मिलने के बाद आनंद सिंह को लेकर गृह विभाग ने यह आदेश जारी किया था। रविवार की अहले सुबह जब अनंत सिंह को 15 दिनों के पैरोल पर बेउर जेल से बाहर निकाला जा रहा था, उस समय जेल के बाहरी एवं भीतरी सुरक्षा को चुस्त दुरुस्त कर दिया गया था।

अनंत सिंह की पत्नी नीलम सिंह वर्तमान में राजद के विधायक हैं। बिहार में वर्तमान में लोकसभा का चुनाव चल रहा है। चौथे चरण 13 में को बिहार के मुंगेर में लोकसभा के चुनाव का मतदान होना है। इसे लेकर भी अनंत सिंह के जेल से बाहर आने को लेकर राजनीतिक गलियारे में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।

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