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मनोरंजन

फिल्म संस्थान को अभिनेता नहीं, अच्छे प्रशासक की जरूरत : चौहान

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नई दिल्ली, 11 अक्टूबर (आईएएनएस)| फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एफटीआईआई) को अच्छे अभिनेता के जगह एक अच्छे प्रशासक की जरूरत है। यह बात संस्थान के पूर्व अध्यक्ष गजेंद्र चौहान ने बुधवार को दिग्गज अभिनेता अनुपम खेर की नियुक्ति पर प्रतिक्रिया देते हुए कही। चौहान ने अपना कार्यकाल मार्च में पूरा किया था। उनकी नियुक्ति के बाद पुणे स्थित संस्थान में छात्रों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था। तब अनुपम ने कहा था कि एफटीआईआई को एक ऐसे व्यक्ति की जरूरत है जिसमें चौहान के मुकाबले निर्माता, निर्देशक या अभिनेता के तौर पर ज्यादा योग्यताएं हो।

चौहान ने बुधवार को नए अध्यक्ष अनुपम खेर को अपनी शुभकामनाएं दीं।

चौहान ने मुंबई से फोन पर आईएएनएस को बताया, मैं उनके लिए अपनी शुभकामनाएं व्यक्त करता हूं और मैं जीवन में आगे बढ़ना चाहता हूं। क्या होता है कि जब किसी को पद दिया जाता है, तो इसके पीछे बहुत सारे विकल्प होते हैं। मुझे विभिन्न विकल्पों के लिए नियुक्त किया गया था। मेरे काम को बहुत से लोगों द्वारा नहीं देखा गया। एफटीआईआई में, एक अच्छे अभिनेता की तुलना में अच्छे व्यवस्थापक की जरूरत है।

उन्होंने कहा, उन्हें काफी अनुभव है और वे मुंबई में अपना खुद का (एक्टिंग) इंस्टीट्यूट (एक्टर) चलाते हैं। इसलिए मुझे लगता है कि वह इसे अच्छी तरह से संभाल पाएंगे। मैं अनुपम जी को शुभकामनाएं देता हूं और उम्मीद करता हूं कि वे सभी काम पूरे करेंगे, जो मेरी अध्यक्षता खत्म होने के कारण मुझसे छूट गए हैं।

चौहान को 2014 में संस्थान का प्रमुख नियुक्त किया गया था, लेकिन विरोध के चलते वह जनवरी 2016 में प्रभार ले सके थे।

चौहान एक प्रसिद्ध फिल्म और टेलीविजन व्यक्तित्व हैं, जिन्होंने जनवरी 2016 में पहली बार एफटीआईआई कैंपस में प्रवेश करते हुए गवर्निग काउंसिल की बैठक की अध्यक्षता की थी।

उनकी नियुक्ति के बाद एफटीआईआई छात्रों और पूर्व छात्रों के भारी विरोध और 139 दिनों की हड़ताल के बाद उन्हें पद से हटाने की मांग की गई थी।

चौहान, जो खुद को ‘बहुत सारी प्रशासनिक योग्यताएं’ वाला व्यक्ति कहते हैं, ने जोर देकर कहा कि उन्हें मीडिया के एक वर्ग द्वारा छोटा दिखाया गया है।

उन्होंने कहा, मैंने 22 वर्षो तक सिनेमा और टेलीविजन आर्टिस्ट एसोसिएशन के प्रशासन का संचालन किया है, इसीलिए मैं अपने कार्यकाल के दौरान बहुत सारे काम करने में सक्षम था। संसद में प्रस्तुत सीएजी की रपट में एक पंक्ति है, ‘एफटीआईआई में सर्वश्रेष्ठ काम गजेन्द्र चौहान की अध्यक्षता में किया गया था।’ यह मेरे काम का प्रमाणीकरण जैसा है। मुझे और क्या चाहिए?

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मनोरंजन

फिर बढ़ी एल्विश यादव की मुश्किलें, ईडी ने दर्ज किया मनी लॉन्ड्रिंग का केस

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नई दिल्ली। बिग बॉस ओटीटी 2 विनर और यूट्यूबर एल्विश यादव की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। अब ईडी ने एल्विश के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है। मनी लॉन्ड्रिंग का मामला सांपों के जहर सप्लाई से ही जुड़ा हुआ है। केंद्रीय एजेंसी ने पिछले महीने उत्तर प्रदेश में नोएडा पुलिस द्वारा एल्विश और अन्य लोगों के खिलाफ दायर एक एफआईआर और आरोप पत्र का संज्ञान लेने के बाद प्रिवेंशन मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।

इसके अलावा खबर ये भी है कि ईडी एल्विश यादव के साथ-साथ बड़े होटल रिसॉर्ट्स और फार्म हाउस के मालिकों से भी पूछताछ करेगी। बता दें कि नोएडा पुलिस द्वारा एल्विश यादव को गिरफ्तार किया गया था। फिलहाल वह जमानत पर बाहर हैं। ईडी ने एल्विश पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है।

एल्विश यादव को वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत एक मामले में 17 मार्च को गिरफ्तार किया गया था। सांप के जहर तस्करी मामले में एल्विश यादव गौतमबुद्ध नगर की बक्सर जेल में बंद थे। 17 मार्च को एल्विश को पांच अन्य लोगों के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इस मामले में पुलिस ने एक बैंकेट हॉल में छापा मारकर 4 सपेरों समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया था और 9 सांप और उनका जहर बरामद किया गया था। एल्विश यादव पर आरोप है कि वह रेव पार्टी के लिए सांपों के जहर का इंतजाम करते थे और सांपों का इस्तेमाल अपने वीडियो शूट के लिए भी करते थे।

दरअसल साल 2023 के अंत में पीपुल्स फॉर एनिमल संस्था के पदाधिकारी ने एल्विश यादव और उनके साथियों पर सांपों के जहर का इस्तेमाल और खरीद-फरोख्त का आरोप लगाते हुए सेक्टर-49 थाने में केस दर्ज कराया था। इसके बाद पुलिस ने पार्टी वाली जगह पर रेड की थी, जहां पांच सेपेरों के पास से कोबरा समेत नौ सांप और 20 एमएल जहर मिला था। इसके बाद कार्रवाई करते हुए पुलिस ने सभी को जेल भेज दिया था।

इसके बाद संस्था के पदाधिकारी का एक ऑडियो वायरल हुआ, जिसमें मुख्य आरोपी राहुल संस्था के पदाधिकारी से बात करता सुनाई देता है। इसमें राहुल कह रहा है कि वह एल्विश की ओर से आयोजित होने वाली पार्टियों में शामिल हो चुका है। राहुल पार्टियों में अपने अन्य सपेरे दोस्तों के साथ गया था। हालांकि, बाद में सभी को जमानत मिल गई थी। पुलिस टीम ने एल्विश यादव के कॉल डिटेल और सोशल मीडिया अकाउंट को खंगाला, जब उसके खिलाफ नोएडा पुलिस को पर्याप्त सबूत मिल गए तो पुलिस ने उसे नोटिस देकर पूछताछ के लिए दोबारा बुलाया। पूछताछ के बाद उसे नोएडा से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। पांच दिन तक जेल में रहने के बाद एल्विश जमानत पर छूट गया।

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