हेल्थ
असम : मेडिकल कॉलेज में 24 घंटे में 5 नवजात की मृत्यु
गुवाहाटी, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)| असम के बरपेटा जिले के मेडिकल कॉलेज में पिछले 24 घंटे में पांच नवजात शिशुओं की मृत्यु हो गई, जबकि दो की स्थिति गंभीर है। अस्पताल के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
इन मौतों की सूचना बुधवार शाम से बरपेटा जिले के फखरुद्दीन अली अहमद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल से मिली हैं।
कॉलेज के प्रधानाचार्य और मुख्य अधीक्षक दिलीप कुमार दत्ता ने गुरुवार को किसी भी मेडिकल लापरवाही से इनकार किया। उन्होंने नवजात शिशुओं की मृत्यु का कारण जन्म के समय सांस लेने में तकलीफ का होना बताया।
दत्ता ने आईएएनएस को बताया, जन्म के समय बच्चों का वजन कम था, जैसे 1 किलोग्राम, 2 किलोग्राम, 2.2 किलोग्राम। इनकी मांओं को अस्पताल में समय से भर्ती नहीं कराया गया, जिससे स्थिति और खराब हो गई। दुर्भाग्य से हम उन्हें बचा नहीं पाए।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि बच्चे नवजात शिशु देखभाल केंद्र में थे और उन्हें उचित चिकित्सा दी गई थी, लेकिन नाजुक स्थिति होने की वजह से उनकी मृत्यु हो गई।
उन्होंने कहा, दो मांओं की उम्र 20 साल थी। मंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष इस मेडिकल कालेज में बाल मृत्यु दर में कमी देखी जा रही है।
राज्य में मेडिकल शिक्षा के लिए फखरुद्दीन अली अहमद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल सबसे नया है। यह असम का पांचवा मेडिकल कॉलेज है, जो 2011 में शुरू हुआ था।
योग एवं आयुर्वेद
ये वर्कआउट्स डिप्रेशन से लड़ने में हैं मददगार, मूड को रखते हैं हैप्पी
नई दिल्ली। भागमभाग वाली जीवनशैली, काम का बोझ, खानपान व अन्य तनावों के चलते आजकल लोग डिप्रेशन में आ जाते हैं, जिसके चलते कभी-कभी हादसे भी हो जाते हैं। डिप्रेशन से लड़ने में कई वर्कआउट्स काफी मददगार साबित हो सकते हैं। तो आइए जानते हैं, डिप्रेशन में किस तरह के वर्कआउट्स फायदेमंद हैं-
- रनिंग
रनिंग करने से बॉडी में डोपामाइन और सेरोटोनिन जैसे हॉर्मोन्स का सिक्रिशन होता है और कोर्टिसोल का लेवल घटता है जो स्ट्रेस बढ़ाने वाला हॉर्मोन होता है। तनाव की स्थिति में ये हॉर्मोन ज्यादा बनने लगता है, तो रनिंग इसे कम करने में प्रभावी है। रनिंग से मसल्स बनने के साथ ही हार्ट व ब्रेन भी हेल्दी रहता है।
- वेट लिफ्टिंग
वेट लिफ्टिंग के जरिए भी हल्के-फुल्के तनाव और अवसाद के लक्षणों से निपटा जा सकता है। वेट ट्रेनिंग के दौरान पूरा फोकस हाथों और शरीर पर होता है बाकी दूसरी चीज़ों पर ध्यान ही नहीं जाता। वेट लिफ्टिंग से मसल्स टोन्ड और स्ट्रॉन्ग होती है। ओवरऑल बॉडी फिट नजर आती है।
- योगा
बिना दौड़भाग के की जाने वाली बहुत ही बेहतरीन फिजिकल एक्टिविटी है योगा। तरह-तरह के शारीरिक मुद्राएं, ब्रीदिंग एक्सरसाइज और मेडिटेशन शरीर के साथ आपके दिमाग पर भी काम करती हैं। तनाव दूर करने के लिए मेडिटेशन का सुझाव एक्सपर्ट्स भी देते हैं। योग के महज 1/2 घंटे के अभ्यास से ही आपको अच्छा फील होगा।
- धूप का सेवन
धूप का सेवन तनाव, चिंता और अवसाद को दूर रखने में मददगार होता है। धूप से बॉडी में सेरोटोनिन का प्रोडक्शन होता है जो मूड को हैप्पी रखता है।
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डिस्क्लेमर: उक्त लेख सिर्फ सूचना मात्र हैं। अपनाने से पहले विशेषज्ञों की सलाह अवश्य लें।
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