Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

आम आदमी को राहत, नहीं बढ़ेगी ईएमआई

Published

on

reserve bank of india

Loading

नई दिल्ली| भारतीय रिजर्व बैंक ने मंगलवार को अपनी छठी द्विमासिक नीतिगत समीक्षा में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। ब्याज दरों में परिवर्तन न होने का अर्थ यह है कि घर, वाहन और अन्य कर्जों पर ईएमआई किस्तों में कोई भी बदलाव नहीं होगा।

आरबीआई के गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि हमने ब्याज दरों पर यथास्थिति बनाए रखी है। हमने अन्य मोर्चो पर कार्रवाई की है। राजन ने कहा कि ब्याज दरों को यथावत इसलिए रखा गया, क्योंकि पिछले एक महीने से महंगाई और औद्योगिक उत्पादन पर कोई नया आंकड़ा सामने नहीं आया है। उन्होंने कहा कि हम अधिक आंकड़े और राजकोषीय घटनाक्रम का इंतजार करेंगे और उसके बाद कोई निर्णय लेंगे।

आरबीआई ने रेपो दर को अपरिवर्तित रखते हुए 7.75 प्रतिशत बरकरार रखा है। रेपो दर वह दर है, जिस पर वाणिज्यिक बैंक अपनी अल्पकालिक जरूरतें पूरी करने के लिए रिजर्व बैंक से ऋण लेते हैं। रिवर्स रेपो दर को 6.75 प्रतिशतपर स्थिर रखा गया है। रिवर्स रेपो दर वह दर है, जो रिजर्व बैंक वाणिज्यिक बैंकों को उनकी जमा राशि पर देता है। मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी (एमएसएफ) दर और बैंक दर 8.75 प्रतिशत बरकरार रखी गई हैं। इन मुख्य दरों को यथावत रखे जाने का अर्थ यह होता है कि घर, वाहन और अन्य कर्जो पर ईएमआई किश्तों में भी कोई बदलाव नहीं होगा।

आरबीआई ने इससे पहले 15 जनवरी को रेपो दर में 0.25 आधार अंक की कटौती की थी, जिसके बाद रेपो दर 8 प्रतिशत से घट कर 7.75 प्रतिशत हो गई थी। हालांकि आरबीआई ने वैधानिक तरलता अनुपात (एसएलआर) में कटौती की है। एसएलआर में 0.50 प्रतिशत की कटौती की गई है, जिसके बाद यह दर घट कर 21.5 प्रतिशत हो गई है। एसएलआर वह अनिवार्य राशि है, जिसे वाणिज्यिक बैंक नकदी, साने, बांड या अन्य प्रतिभूतियों के रूप में अपने पास रखते हैं। एसएलआर की यह घटी हुई दर सात फरवरी, 2015 से लागू होगी।

एसएलआर में कटौती से वित्तीय प्रणाली में अतिरिक्त पूंजी डालने में मदद मिलेगी। नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) बिना किसी बदलाव के 4 प्रतिशत पर यथावत रखा गया है। आरबीआई का यह कदम उम्मीदों के मुताबिक ही रहा है, क्योंकि ज्यादातर विश्लेषकों ने ब्याज दरों में कोई बदलाव न होने का अनुमान जाहिर किया था। आरबीआई जनवरी में पहले ही ब्याज दरों में कटौती कर चुका था। मुख्य दरों में बदलाव न करने के आरबीआई के निर्णय के बाद शेयर बाजारों में गिरावट दर्ज हुई। बैंकिंग, स्वास्थ्य देखभाल और पूंजीगत वस्तुओं जैसे ब्याज प्रभावित क्षेत्रों में भारी बिकवाली का दबाव देखा गया।

मंगलवार को बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स सुबह 29,217.40 अंकों पर खुला था, जो दोपहर 12 बजे 149.02 अंकों यानी 0.51 प्रतिशत की गिरावट के साथ 28,973.25 अंक पर कारोबार कर रहा था। इसके पहले सोमवार शाम सेंसेक्स 29,122.27 अंकों पर बंद हुआ था।

Continue Reading

नेशनल

पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

Published

on

Loading

कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

Continue Reading

Trending