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अन्तर्राष्ट्रीय

चीन में रूसी विदेश मंत्री से मिलीं सुषमा

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बीजिंग | भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सोमवार को अपने रूसी समकक्ष सेर्गेई लावरोव से चीन की राजधानी बीजिंग में मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच 2015 के एजेंडा पर चर्चा हुई। सुषमा बीजिंग में भारत, रूस और चीन के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए पहुंची हैं, जहां उन्होंने इस बैठक से इतर अपने रूसी समकक्ष से मुलाकात की।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने ट्वीट कर कहा, “विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बीजिंग में अपने रूसी समकक्ष लवरोव से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने वर्ष 2015 के एजेंडे को लेकर चर्चा की।” रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दिसंबर में द्विपक्षीय वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए भारत गए थे। यह वार्ता हर साल बारी-बारी से भारत और रूस में होती रहती है।

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पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बयान, ‘पाकिस्तान के इस सैन्य तानाशाह को कब्र से निकालकर फांसी पर लटकाना चाहिए’

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नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में एक बहस के दौरान कहा कि संविधान को निरस्त करने के लिए अयूब खान के शव को कब्र से निकालकर उसको फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयूब खान ने संविधान को रद्द करने का जो काम किया था, उसके लिए उनको कभी माफ नहीं किया जा सकता है। आसिफ ने ये कमेंट असेंबली में विपक्ष के नेता और अयूब खान के पोते उमर अयूब खान से बहस के दौरान किया। उमर ने सेना की पिछले सप्ताह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाते हुए फौज के राजनीति में हस्तक्षेप पर एतराज जताया था। इसके बाद जवाब में ख्वाजा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।

इससे पहले उमर अयूब खान ने कहा कि संविधान के अनुसार सुरक्षा एजेंसियां राजनीति में शामिल नहीं हो सकती हैं। उन्होंने संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों का हवाला देते हुए कहा कि सैन्य अधिकारियों की शपथ उन्हें राजनीति में हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं देती। उन्होंने कहा ‘‘सुरक्षा संस्थानों को संविधान के अनुसार, राजनीति में शामिल नहीं होना चाहिए। यह संवाददाता सम्मेलन नहीं होना चाहिए था।’’ उन्होंने अनुच्छेद छह का हवाला देते हुआ कहा कि संविधान को निरस्त करना दंडनीय देशद्रोह है जिसके लिए मौत की सजा तय है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी संस्थानों को संवैधानिक सीमाओं के भीतर रहना चाहिए।

रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि अयूब खान संविधान का उल्लंघन करने वाले पहले व्यक्ति थे और उन्हें अनुच्छेद छह का सामना करने वाला भी पहला व्यक्ति होना चाहिए। रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा, “देश में पहला मार्शल लॉ लागू करने वाले झूठे फील्ड मार्शल अयूब खान के शरीर को भी (अनुच्छेद 6 के अनुसार) खोदकर निकाला जाना चाहिए और फांसी दी जानी चाहिए।”

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