मनोरंजन
आशा है, शाहरुख की प्रतिभा के साथ न्याय किया : इम्तियाज
मुंबई, 4 जुलाई (आईएएनएस)| आगामी फिल्म ‘जब हैरी मेट सेजल’ में अभिनेता शाहरुख खान के साथ काम करने वाले निर्देशक इम्तियाज अली का कहना है कि वह उम्मीद करते हैं कि उन्होंने बेहद प्रतिभावान अभिनेता की प्रतिभा के साथ न्याय किया है और उसका सही उपयोग किया है। इम्तियाज ने सोमवार को इस फिल्म के नए गाने ‘बीच-बीच में’ को लांच करने के मौके पर यहां कहा, शाहरुख खान के साथ काम करना शानदार अनुभव रहा। वह बेहद विनम्र, मजाकिया, जुनूनी शख्स, फिल्मकार और दोस्त हैं, जिसकी चाहत सभी को होती है। यह उनकी सहृदयता है कि फिल्म काफी चर्चा में है।
उन्होंने कहा, मुझे खुशी है कि लंबे अर्से बाद मुझे शाहरुख के साथ काम करने का मौका मिला। मैं आशा करता हूं कि मैं उनकी प्रतिभा के साथ न्याय कर सका हूं।
फिल्म ‘जब हैरी मेट सेजल’ चार अगस्त को रिलीज हो रही है।
गाने के लांचिंग कार्यक्रम में शाहरुख और अनुष्का शर्मा के साथ इम्तियाज शामिल हुए।
इस मौके पर अनुष्का के बारे में उन्होंने कहा, मैं लंबे अर्से से उनका प्रशंसक रहा हूं। मैं उनके साथ काम करने का मौका मिलने का इंतजार कर रहा था और अब मैंने यह कर लिया, तो अच्छा लग रहा है।
इस फिल्म में संगीत प्रीतम ने दिया है।
मनोरंजन
नहीं रहे दंगल गर्ल जायरा वसीम के पिता, सोशल मीडिया पर लिखा भावुक पोस्ट
मुंबई। दंगल गर्ल जायरा वसीम पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उनके पिता अब इस दुनिया मन नहीं रहे। इसकी जानकारी उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर दी और लोगों से उन्हें अपनी दुआओं में याद करने की अपील भी की। पूर्व एक्ट्रेस ने इंस्टाग्राम स्टोरी में एक नोट शेयर किया है जिसमें वह पिता के साथ नजर आ रही हैं।
इंस्टाग्राम स्टोरीज पर जायरा वसीम ने नोट में लिखा था, ‘मेरे पिता जाहिद वसीम का निधन हो गया है। मैं सभी से अनुरोध करती हूं कि वो अपनी प्रार्थनाओं में उन्हें याद रखें और उनके लिए अल्लाह से क्षमा मांगें। कृपया प्रार्थना करें कि अल्लाह उनकी कमियों को माफ कर दे, उनकी कब्र को आराम की जगह बनाए, उन्हें किसी भी सजा से बचाए, उन्हें परलोक में आसानी प्रदान करे और उन्हें जन्नत का सबसे ऊंचा स्थान प्रदान करे और उन्हें मगफिरत दे।’
उन्होंने अपने पिता के साथ एक प्यारी-सी तस्वीर भी शेयर की और उनके निधन पर एक भावुक नोट लिखा। जायरा ने लिखा, ‘वास्तव में आंखें आँसू बहाती हैं और दिल दुखी होता है, लेकिन हम वही नहीं कहेंगे जो हमारे भगवान को पसंद हो। मेरे पिता जाहिद वसीम का निधन हो गया है। कृपया उन्हें अपनी दुआओं में याद रखें और अल्लाह से उनकी कमियों को माफ करने, उनकी कब्र को शांतिपूर्ण बनाने, उन्हें इसके अजाब से बचाने और आगे की उनकी यात्रा को आसान बनाने के लिए कहें। उन्हें आसानी से हिसाब दिया जाए और उन्हें जन्नत और मगरिरा का ऊंचा दर्जा दिया जाए। वास्तव में, हम अल्लाह के हैं और हम उनके ही पास जाएंगे।’
-
लाइफ स्टाइल15 hours ago
उम्र बढ़ने का असर नहीं दिखेगा त्वचा पर, बस करना होगा यह काम
-
मुख्य समाचार3 days ago
गर्मियों में बिना नींबू के बनाएं ये 5 रिफ्रेशिंग ड्रिंक्स, होती हैं बेहद टेस्टी
-
नेशनल3 days ago
पश्चिम बंगाल के मथुरापुर में बोले पीएम मोदी- TMC और इंडी जमात वाले बंगाल को विपरीत दिशा में लेकर जा रहे हैं
-
नेशनल3 days ago
मणिशंकर अय्यर ने 1962 में हुए चीनी हमले को बताया कथित, कांग्रेस के लिए किया सेल्फ गोल
-
प्रादेशिक3 days ago
लखनऊ में स्वास्थ्य सेवा निर्माण में एक नई छलांग, अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरण निर्माण इकाई की हुई स्थापना
-
अन्तर्राष्ट्रीय3 days ago
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में खाई में गिरी बस, 28 की मौत
-
नेशनल3 days ago
दिल्ली बनी आग की भट्ठी, टूट गए सारे रिकार्ड, पारा 52 डिग्री के पार
-
नेशनल3 days ago
दिल्ली में गर्मी ने तोड़े सारे रिकार्ड, 50 डिग्री के करीब पहुंचा पारा