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एनडीटीवी पर छापे ने आपातकाल की यादें ताजा की : पिनरई

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तिरुवनंतपुरम, 6 जून (आईएएनएस)| केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने मंगलवार को कहा कि एनडीटीवी नेटवर्क के सह-संस्थापक प्रणय रॉय के आवास पर सीबीआई के छापे ने आपातकाल की यादें ताजा कर दी हैं। यहां जारी एक बयान में विजयन ने कहा कि प्रणय रॉय और उनकी पत्नी राधिका रॉय के घरों पर सीबीआई का छापा नरेंद्र मोदी सरकार की चाल है, जो केंद्र सरकार की आलोचना करने वालों को चुप कराने व डराने की कोशिश कर रही है।

विजयन के मुताबिक, केंद्र सरकार प्रवर्तन एजेंसियों और सीबीआई का इस्तेमाल प्रतिशोध लेने के लिए कर रही है और इसने मुझे ‘आपातकाल’ के दौरान जो कुछ हुआ था, उसकी याद दिला दी है। यह मीडिया का मुंह बंद करने की कोशिश का स्पष्ट उदाहरण है और सभी को इस मनमानी के खिलाफ विरोध करना चाहिए।

राधिका रॉय मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की पोलित ब्यूरो सदस्य बृंदा करात की बहन हैं।

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नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

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