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संघर्ष के बाद भी सनराइजर्स से 15 रनों से हारी दिल्ली डेयरडेविल्स
हैदराबाद। बल्लेबाजों के बेहद संघर्ष के बाद भी दिल्ली डेयरडेविल्स इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 10वें संस्करण के 21वें मैच में बुधवार को सनराइजर्स हैदराबाद द्वारा रखे गए 192 रनों के विशाल लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाई और 15 रनों से मैच हार गई।
उप्पल के राजीव गांधी स्टेडियम में खेले गए इस मैच दिल्ली की टीम काफी प्रयास के बाद भी पूरे 20 ओवर खेलने के बाद पांच विकेट खोकर 176 रन ही बना सकी। सनराइजर्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए मैन ऑफ द मैच केन विलियमसन (89) और शिखर धवन (70) के बीच दूसरे विकेट के लिए हुई 136 रनों की साझेदारी के दम पर 20 ओवरों में चार विकेट खोकर 192 रन बनाए थे।
श्रेयस अय्यर (नाबाद 50) और एंजेलो मैथ्यूज (31) द्वारा अंत में किए गए प्रयास दिल्ली के लिए कम पड़े और सनराइजर्स ने उसे अपने घर में मात दी। विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी दिल्ली की शुरुआत अच्छी नहीं रही और दूसरे ओवर में ही उसने सैम बिलिंग्स (13) के रूप में अपना पहला विकेट खो दिया। पहले ओवर में भुवनेश्वर कुमार ने बिलिंग्स को एक रन ही बनाने दिया। इसके बाद मोहम्मद सिराज द्वारा फेकें गए दूसरे ओवर में बिलिंग्स ने तीन चौके जड़े, लेकिन पांचवीं गेंद पर सिराज ने उन्हें दीपक हुड्डा के हाथों लपकवाया।
फॉर्म में चल रहे संजू सैमसन (42) और करुण नायर (33) ने दिल्ली को मजबूत किया और दूसरे विकेट के लिए 71 रनों की साझेदारी की। 10वां ओवर लेकर आए युवराज की दूसरी गेंद पर दो रन लेने के चक्कर में नायर रन आउट होकर पवेलियन लौट गए।
लेकिन युवराज ने इसके बाद मेजबान टीम को ऋषभ पंत का बड़ा विकेट दिलाया। पंत इसी ओवर की पांचवीं गेंद पर बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में वार्नर को कैच दे बैठे।
दिल्ली को सैमसन से उम्मीदें थी, लेकिन सिराज ने 14वें ओवर में उन्हें मोएजिज हेनरिक्स के हाथों कैच करा पवेलियन भेजा। यहां से दिल्ली को जीत के दिलाने के लिए अय्यर और मैथ्यूज ने संघर्ष किया और पांचवें विकेट के लिए 6.4 ओवरों में 10.50 की औसत से 70 रन जोड़े।
बेहद कोशिश करने के बाद भी यह जोड़ी रन और गेंदों के अंतर को पाट नहीं पाई। मैथ्यूज आखिरी ओवर की पांचवीं गेंद पर पवेलियन लौटे। अय्यर ने अंतिम गेंद पर अपना अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने अपनी नाबाद पारी में 31 गेंदों का सामना किया और पांच चौके तथा दो छक्के लगाए।
सनराइजर्स की तरफ से मोहम्मद सिराज ने दो विकेट लिए। युवराज और सिद्धार्थ कौल को एक विकेट मिला। एक बल्लेबाज रन आउट हुआ। राशिद खान को एक भी सफलता नहीं मिली। यह राशिद का आईपीएल का पहला ऐसा मैच है जिसमें उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला।
इससे पहले कप्तान डेविड वार्नर (4) को दूसरे ओवर में ही खो देने के बाद धवन और विलियमसन ने मेजबानों को 16.1 ओवर तक दूसरा झटका नहीं लगने दिया।
इस जोड़ी ने दूसरे विकेट लिए 9.48 की औसत से रन जोड़ते हुए 136 रनों की साझेदारी की। यह सनराइजर्स के लिए आईपीएल में 10वीं शतकीय साझेदारी थी। 10 शतकीय साझेदारियों में से यह पहली ऐसी साझेदारी है जिसमें वार्नर का योगदान नहीं है। इससे पहले हुई नौ शतकीय साझेदारियों में वार्नर का अहम रोल था।
विलियमसन एक छोर से तेजी से रन बना रहे थे तो धवन उनसे थोड़ा पीछे थे। क्रिस मौरिस की ऑफ स्टम्पस से बाहर जाती गेंद पर विलियमसन ने बड़ा शॉट खेलने का प्रयास किया, लेकिन गेंद उनके बल्ले का ऊपरी किनारा लेकर हवा में गई और श्रेयस अय्यर ने डीप मिडविकेट से आगे की तरफ भागते हुए उनका शानदार कैच पकड़ा। विलियमसन ने अपनी 51 गेंदों की पारी में पांच शानदार छक्के और छह चौके जड़े।
विलियमसन के जाने के बाद धवन तेजी से रन बटोरने के प्रयास में 19वें ओवर में मौरिस की गेंद पर ऐंजेलो मैथ्यूज द्वारा लपके गए। उन्होंने 50 गेंदों का सामना किया और सात चौकों सहित एक छक्का लगाया। अगली गेंद पर मौरिस ने युवराज सिंह (3) को बोल्ड कर दिया।
दीपक हुड्डा (नाबाद 9) और मोएजिज हेनरिक्स (नाबाद 12) ने टीम को 191 के आकंड़े तक पहुंचाया। दिल्ली के लिए मौरिस ने ही चारों विकेट लिए और कोई गेंदबाज विकेट नहीं ले पाया।
नेशनल
जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।
इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।
चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।
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