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मुख्य समाचार

छत्तीसगढ़ मुठभेड़ में 11 जवान शहीद, 4 घायल

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छत्तीसगढ़, छग, मुठभेड़, केंद्रीय रिजर्व पुलिस, हेलीकाप्टर

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रायपुर । छत्तीसगढ़ के दक्षिण बस्तर क्षेत्र में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 11 जवान शहीद हो गए तथा चार अन्य जवान घायल हो गए।

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घायल जवानों को बेहतर उपचार के लिए हेलीकाप्टर से रायपुर ले जाया जा रहा है। क्षेत्र में मुठभेड़ जारी है और आसपास के इलाकों में नाकेबंदी कर दी गई है। नक्सली, जवानों के ग्यारह एसएलआर हथियार भी लूट कर ले गए हैं। शहीदों में कोबरा बटालियन का एक सहायक उपनिरीक्षक भी शामिल है।

बस्तर रेंज के प्रभारी पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. ने यहां बताया कि शनिवार सुबह सुकमा जिले के भेज्जी थाने से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कोबरा 219 बटालियन के जवान रोड ओपनिंग पार्टी के लिए रवाना हुए थे। जवान जब कैंप से लगभग दो किलोमीटर दूर बुंदेरपारा के पास पहुंचे, वे घात लगाकर बैठे नक्सलियों द्वारा घिर गए।

अचानक नक्सलियों द्वारा फायरिंग शुरू कर दी गई। लगभग दो घंटे तक चली गोलीबारी में कोबरा बटालियन के ग्यारह जवान शहीद हो गए और चार जवान घायल हो गए। उन्होंने बताया कि नक्सली 11 शहीद जवानों के 11 एसएलआर रायफल लूट कर ले गए।

उन्होंने बताया कि घायल जवानों को लाने के लिए हेलीकाप्टर रवाना किया गया है और उनका बेहतर उपचार रायपुर में किया जाएगा। शहीद जवानों के पार्थिव शरीर भेज्जी थाने में लाए जा चुके हैं।

इलाके में तलाशी जारी है और महाराष्ट्र-आंध्र इलाके में नाकेबंदी कर दी गई है। सीमावर्ती इलाके के अधिकारियों से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं।

शहीद जवानों में सहायक उपनिरीक्षक हीरालाल जांगड़े, आरक्षक नरेन्द्र कुमार सिंह, मंगेश पाण्डे, रामपाल सिंह यादव, गोरखनाथ, नंदकुमार अतरम, सतीश चंद्र वर्मा, के. शंकर, वी. आर. मंदे, जगजीत सिंह एवं सुरेश हैं वहीं जगदीश प्रसाद निसोड़े, जयदेव परमाणिक, मो. सलीम घायल हैं। चौथे जवान की शिनाख्त नहीं हुई है।

प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी, उन्होंने शहीद परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है।

 

नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

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