Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

पूर्वांचल में पीएम मोदी की रैली फ्लॉप, सिर्फ हवा-हवाई बातें कीं : मायावती

Published

on

Loading

mayawati modi rally flopलखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने कुशीनगर जिले में रविवार को आयोजित भाजपा की रैली को पूरी तरह से फ्लॉप करार दिया है। मायावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रैली में दिए गए प्रत्येक बयान पर अपना पलटवार किया।

पूर्वांचल का विकास, प्रधानमंत्री के वायदे और नोटबंदी समेत अन्य विषयों पर मायावती ने मोदी पर हमला बोला। बसपा अध्यक्ष ने कहा कि परिवर्तन रैली में रविवार को प्रधानमंत्री ने पूर्वोंचल के विकास के लिए अपने भाषणों में जो कुछ कहा है उसका उन्होंने अपने ढाई वर्षों के शासनकाल में एक-चौथाई हिस्सा कार्य भी पूरा नहीं किया है। उन्होंने कहा कि मोदी ने वादे तो बहुत कुछ किए परंतु उन्हें निभाया थोड़ा भी नहीं है, जिस कारण खासकर प्रदेश के लोगों में काफी ज्यादा निराशा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की बातें अब भरोसेमंद कतई नहीं रही हैं।

मायावती ने अपने बयान में कहा कि प्रधानमंत्री ने खासकर किसानों को खाद, फसल बीमा व गन्ना किसानों के बकाए आदि के संबंध में जो लंबी-चौड़ी बातें की हैं वे अधिकांशत: खोखली व हवा-हवाई बातें हैं। इसके अलावा, जहां तक पूर्वांचल क्षेत्र के विकास का मामला है तो इस बारे में केवल कोरे आश्वासनों व हवाई बातों से काम चलने वाला नहीं है, बल्कि इसके लिए ठोस जमीनी व बुनियादी काम करके दिखाने होंगे, जो उस पिछड़े हुए क्षेत्र के लिए थोड़ा भी अब तक नहीं किया गया है। मायावती ने कहा कि पूर्वोंचल को अलग से राज्य बनाने की जरूरत है।

नोटबंदी मामले में मायावती ने कहा कि केंद्र सरकार के इस फैसले के कारण पिछले 19 दिनों से पूरे देश में आर्थिक आपातकाल व भारत बंद जैसा माहौल होने के बावजूद प्रधानमंत्री द्वारा अपनी पीठ आप थपथपाते रहना उनकी गरीब व जनविरोधी मानसिकता का द्योतक है।

उन्होंने कहा कि वास्तव में विरोधी पार्टियों द्वारा 28 नवंबर का भारत बन्द का आह्वान मात्र सांकेतिक महत्व का है, क्योंकि भारत को तो पहले से ही पूरी तरह नरेंद्र मोदी की सरकार ने नोटबंदी कराकर बंद कर रखा है, जिसके व्यापक प्रभाव से वे अपने आपको अनभिज्ञ रखे हुए हैं।

उन्होंने कहा कि पूर्वांचल की भाषा में एक दो शब्द बोलने से ही पूर्वाचल के लोग, इनसे प्रभावित होने वाले नहीं हैं, बल्कि इन लोगों को केंद्र सरकार से अपने क्षेत्र का केवल विकास ही चाहिए, तब ये लोग इनसे प्रभावित होंगे, जो असंभव ही होता नजर आ रहा है।

नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

Published

on

Loading

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

Continue Reading

Trending