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अन्तर्राष्ट्रीय

‘अमेरिका के डब्ल्यूटीओ से बाहर निकलने के संकेत नहीं’

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'अमेरिका के डब्ल्यूटीओ से बाहर निकलने के संकेत नहीं'

जेनेवा । विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) के महानिदेशक रॉबटरे अजेवेडो ने गुरुवार को संवाददाताओं से कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है कि अमेरिका की भावी सरकार डब्ल्यूटीओ से बाहर निकल जाएगी। उन्होंने कहा कि वह इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि डब्ल्यूटीओ, अमेरिका का महत्वपूर्ण साझेदार बना रहेगा।

अजेवेडो ने पत्रकारों को बताया कि उन्होंने अभी तक इस बारे में अमेरिका के भावी राष्ट्रपति के तौर पर निर्वाचित डोनाल्ड ट्रंप से कोई बात नहीं की है, लेकिन वह और उनका संगठन अमेरिका व अन्य डब्ल्यूटीओ सदस्यों के साथ संबंधों को प्रगाढ़ करने हेतु बातचीत को लेकर तैयार है।

ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान डब्ल्यूटीओ को असफल बताया था और कहा था कि अमेरिका इस संगठन से बाहर निकल सकता है। हालांकि, अजेवेडो ने संवाददाताओं को बताया कि उन्हें इस संदर्भ में किसी से भी कोई संकेत नहीं मिले हैं।

उन्होंने कहा, “मेरे पास वह प्रतिलिपि नहीं है कि उन्होंने क्या कहा था, लेकिन फिलहाल मुझे लगता है कि हमें वार्ता के लिए तैयार रहने की जरूरत है और मैं आश्वस्त हूं कि डब्ल्यूटीओ अमेरिका और अन्य प्रमुख देशों का महत्वपूर्ण साझीदार बना रहेगा।”

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पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बयान, ‘पाकिस्तान के इस सैन्य तानाशाह को कब्र से निकालकर फांसी पर लटकाना चाहिए’

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नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में एक बहस के दौरान कहा कि संविधान को निरस्त करने के लिए अयूब खान के शव को कब्र से निकालकर उसको फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयूब खान ने संविधान को रद्द करने का जो काम किया था, उसके लिए उनको कभी माफ नहीं किया जा सकता है। आसिफ ने ये कमेंट असेंबली में विपक्ष के नेता और अयूब खान के पोते उमर अयूब खान से बहस के दौरान किया। उमर ने सेना की पिछले सप्ताह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाते हुए फौज के राजनीति में हस्तक्षेप पर एतराज जताया था। इसके बाद जवाब में ख्वाजा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।

इससे पहले उमर अयूब खान ने कहा कि संविधान के अनुसार सुरक्षा एजेंसियां राजनीति में शामिल नहीं हो सकती हैं। उन्होंने संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों का हवाला देते हुए कहा कि सैन्य अधिकारियों की शपथ उन्हें राजनीति में हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं देती। उन्होंने कहा ‘‘सुरक्षा संस्थानों को संविधान के अनुसार, राजनीति में शामिल नहीं होना चाहिए। यह संवाददाता सम्मेलन नहीं होना चाहिए था।’’ उन्होंने अनुच्छेद छह का हवाला देते हुआ कहा कि संविधान को निरस्त करना दंडनीय देशद्रोह है जिसके लिए मौत की सजा तय है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी संस्थानों को संवैधानिक सीमाओं के भीतर रहना चाहिए।

रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि अयूब खान संविधान का उल्लंघन करने वाले पहले व्यक्ति थे और उन्हें अनुच्छेद छह का सामना करने वाला भी पहला व्यक्ति होना चाहिए। रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा, “देश में पहला मार्शल लॉ लागू करने वाले झूठे फील्ड मार्शल अयूब खान के शरीर को भी (अनुच्छेद 6 के अनुसार) खोदकर निकाला जाना चाहिए और फांसी दी जानी चाहिए।”

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