Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

आईआईटीआर का स्वर्ण जयंती वार्षिक दिवस समारोह संपन्न

Published

on

आईआईटीआर, स्वर्ण जयंती वार्षिक दिवस समारोह, राज्य्पाल राम नाईक, आलोक धवन निदेशक

Loading

 

आईआईटीआर, स्वर्ण जयंती वार्षिक दिवस समारोह, राज्य्पाल राम नाईक, आलोक धवन निदेशक

IITR golden jublee

लखनऊ। सीएसआईआर- आईआईटीआर (भारतीय विषविज्ञान अनुसंधान संस्थान) लखनऊ में 14 नवंबर को स्वर्ण जयंती वार्षिक दिवस समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्‍तर प्रदेश के राज्‍यपाल राम नाईक थे। कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगीत वंदेमातरम से हुई उसके बाद सीएसआईआर-आईआईटीआर का कुल गीत ‘जिनके हाथ किया करते हैं सदा देश निर्माण, उन मेहनतकश मज़दूरों के लिए करना है कुछ काम’ का  गायन हुआ।

तदुपरांत प्रोफेसर आलोक धावन, निदेशक, सीएसआईआर- आईआईटीआर ने तुलसी का पौधा और प्रतीक चिह्न प्रदान कर मुख्य अतिथि को सम्मानित किया। डॉ. देवेन्द्र परमार, मुख्य वैज्ञानिक, सीएसआईआर-आईआईटीआर ने अतिथियों का परिचय कराया और कहा कि यह मेरे लिए अत्यंत हर्ष का विषय है कि मुझे महान विभूतियों का परिचय कराने का अवसर मिला है।

राष्ट्रगीत के पश्चात राज्यपाल राम नाइक ने दीप प्रज्‍ज्‍वलित कर स्वर्ण जयंती वार्षिक दिवस समारोह का औपचारिक उद्घाटन किया एवं संस्थापन के निदेशक द्वारा लिखित पुस्तक ‘कोमेट एसे’ का विमोचन किया। साथ ही संस्थान के वार्षिक प्रतिवेदन, पर्यावरण रिपोर्ट और वेबसाइट का भी विमोचन किया। राज्यपाल ने संस्थान के पाँच कर्मियों को भी पुरस्कृत किया।

अपने संबोधन में राम नाईक ने कहा कि कोई भी संस्थान जब अपना वार्षिक दिवस मनाता है तो निश्चित तौर पर वह सुख एवं आनन्दी का दिवस होता है और जब पहले 25वें वर्ष प  सिल्वर जुबली और 50वें वर्ष पर गोल्डेन जुबली दिवस मनाते हैं तो निश्चित तौर पर इसका संस्था न के इतिहास में एक महत्व है और यह संस्थान के लिए ऐतिहासिक दिवस है।

उन्‍होंने कहा कि आज की परिस्थिति में भारत और विश्व‍ के लिए आप जिस प्रकार से कार्य कर रहे हैं, वह अतुलनीय और निश्चित ही अभिनन्दनीय है। आज के दिन की और भी एक बड़ी विशेषता है। इसको कहते हैं सुखद संयोग। आज देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू का जन्म  दिवस भी है और देश आजाद होने के बाद देश के प्रगति में उन्होंने विज्ञान का महत्व सामने रखकर कई कार्य प्रारंभ किए थे। आज दुनिया के मंच पर भारत भी वैज्ञानिक विकास की दृष्टि से काफी आगे बढ़ा है। यह वैज्ञानिक प्रेरणा नेहरू जी ने देश को दिया था। उनको भी मैं आज के दिन याद करता हूँ और नमन भी करता हूँ।

राम नाइक ने कहा कि आपके संस्थान का यह 50वॉं वर्ष निश्चित ही सुख एवं आनन्दह कारक है, मैं आप सभी को शुभकामनाएं और अभिनन्दन देता हॅूं।  आपके संस्थान का बोध वाक्य- पर्यावरण, स्व की सुरक्षा तथा उद्योग की सेवा है, जो सरहनीय है। 50 वर्ष में जो वैज्ञानिक कार्य हुए हैं, वह किस प्रकार हुए हैं, उसका विचार करना चाहिए और अगले 50 वर्ष में जो इससे बेहतर कार्य करने हैए उन पर विचार करने की आवश्यिकता है। यहॉं की रिपोर्ट बताती है कि जो भी कार्य हुए हैं, वे बहुत महत्वपूर्ण हैं।

संस्‍थान के निदेशक प्रोफेसर आलोक धावन ने अतिथियों  का स्वागत किया और वार्षिक प्रतिवेदन  प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक वित्तपोषित यह एक मात्र संस्थान है जो विषविज्ञान के क्षेत्र में कार्यरत है। विषविज्ञान के क्षेत्र में संस्थान अग्रणी है। सीएसआईआर-आईआईटीआर ने 50वें वर्ष के दौरान उच्च इम्पैक्ट फैक्टर वाले अनेक  शोध पत्र प्रकाशित किया है और 3,331 औसत इम्पैक्ट फैक्टर वाले 142 शोध पत्र विशेषज्ञ समीक्षित जर्नलों (पीअर रिवियुव्ड जर्नल्स) में प्रकाशित किया है, जो संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा किए जा रहे समसामयिक अनुसंधान के उच्च स्तर का संकेत है।

निदेशक ने कहा कि सीएसआईआर-आईआईटीआर, सीएसआईआर में एक मात्र और सरकारी क्षेत्र में दूसरी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त और जीएलपी प्रमाणित प्रयोगशाला है। रसायन फार्मूलेशन, कीटनाशकों, औषधि, कॉस्मेटिक उत्पादों, खाद्य उत्पादों और फ़ीड एडिटिव्स हेतु आईआईटीआर में जीएलपी परीक्षण सुविधा के माध्यम से तैयार विषाक्तता जैव सुरक्षा डाटा सभी 34 सदस्य देशों और 58 संबद्ध  गैर सदस्य देशों में नियामक प्राधिकरणों की तरह ही स्वीकार्य होता हैं। उन्होने कहा कि संस्थान के इस  स्वर्ण जयंती वार्षिक दिवस समारोह का इंटरनेट के माध्यम से भारत सहित संपूर्ण विश्व में सीधे प्रसारण हो रहा है।

प्रोफेसर ब्रायन कैंटर, कुलपति, ब्रैडफोर्ड विश्वविद्यालय, यूनाइटेड किंगडम ने वार्षिक दिवस संबोधन  में कहा कि विषविज्ञान के क्षेत्र में कार्य हेतु इस संस्थान की स्थापना 1965 में हुई थी। विषविज्ञान और पर्यावरण की सुरक्षा तथा उद्योग की सेवा के क्षेत्र में इस संस्थान द्वारा किए गए कार्य विशेष रूप से सराहनीय हैं। शानदार सफलता और गौरवशाली 50 वर्ष की पूर्णता पर उन्होने संस्थान के निदेशकए वैज्ञानिकों और सभी कर्मियों को बधाई दिया।

इस अवसर पर सीएसआईआर-आईआईटीआर लखनऊ एवं ब्रैडफोर्ड विश्वविद्यालयए यूनाइटेड किंगडम के मध्य एक समझौता ज्ञापन पर हताक्षर भी हुए। इस अवसर पर प्रोफेसर डायना एंडरसनए ब्रैडफोर्ड विश्वविद्यालयए यू.के भी  उपस्थित रहीं। इस से पूर्व प्रोफेसर ब्रायन कैंटर संस्थान के सभागार में  बीसवाँ एस.एच. ज़ैदी व्याख्यान दिया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ और डॉ.डी. कार चौधरी मुख्य वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष आयोजन समिति ने धन्यवाद ज्ञपित किया।

 

नेशनल

ओडिशा के ढेंकानाल में बोले पीएम मोदी, मैंने ओडिशा और देश की सुख समृद्धि के लिए भगवान जगन्नाथ से आशीर्वाद मांगा

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पीएम मोदी ने ओडिशा के ढेंकानाल में एक जनसभा को संबोधित किया। पीएम मोदी ने अपने सम्बोधन की शुरुआत जय जगन्नाथ और जय श्रीराम का उद्घोष कर के किया। पीएम मोदी ने 10 बजे सुबह में लोगों की इतनी बड़ी भीड़ आने पर आश्चर्य जताया। उन्होंने कहा कि मैं सुबह भगवान जगन्नाथ का आशीर्वाद लेने गया था जहां हजारों लोगों की भीड़ आई थी। पीएम ने कहा कि भगवान जगन्नाथ हर किसी की आशा पूरी करते हैं। पीएम ने कहा कि मैनें ओडिशा और देश की सुख समृद्धि के लिए भगवान जगन्नाथ से आशीर्वाद मांगा है। पीएम मोदी ने रैली में आए बच्चों के बारे में कि जब 2047 में भारत विकसित होगा तब यही लोग देश चला रहे होंगे।

पीएम मोदी जनसभा में कहा कि चुनाव के इस समय में दुनिया के कई एक्सपर्ट देश के कोने-कोने में जाकर हालात का जायजा ले रहे हैं। भारत के लोकतंत्र के उत्सव का आनंद लेते हुए मतदाताओं की नब्ज टटोल रहे हैं। हर कोई चकित है कि लोग तीसरी बार भी मोदी सरकार को वापस लाना चाहते हैं। इसमें हमारी माताओं और बहनों का योगदान सबसे ज्यादा है। ओडिशा के गांव-गांव, गली-गली में अब एक ही नारा गूंज रहा है। ओडिशा में पहली बार-डबल इंजन सरकार।

पीएम मोदी ने रैली में आए लोगों से कहा कि आपने 25 साल तक बीजद की सरकार पर भरोसा किया। लेकिन आज लोग इस बात पर मंथन कर रहे हैं कि इतने सालों में ओडिशा को क्या मिला। आज भी यहां किसान परेशान हैं। युवा दूसरे राज्यों में नौकरी के लिए जा रहे हैं। आदिवासी क्षेत्र जहां जल जंगल, जमीन है खनिज संपदा है, वहां सबसे ज्यादा बेहाली है। इन्हीं इलाकों से सबसे ज्यादा पलायन होता है।

पीएम मोदी ने कहा कि इतने समृद्ध ओडिशा में जनता इतनी गरीबी में जीने के लिए मजबूर क्यों है। पीएम ने कहा कि मैं सोमनाथ की धरती से जगन्नाथ की धरती को प्रणाम करने आया हूं। लेकिन मैं ओडिशा की गरीबी को देखता हूं तो मुझे तकलीफ होती है। पीएम ने कहा कि इतना समृद्ध प्रदेश, इतनी महान विरासत, मेरे ओडिशा को किसने तबाह-बर्बाद किया। किसने इसके युवाओं के सपनों को कुचल डाला। ये बातें बहुत तकलीफ देती है। पीएम ने कहा कि इसकी सबसे बड़ी वजह है बीजू जनता दल की सरकार जो पूरी तरह भ्रष्टाचारियों के कब्जे से घिरी हुई है। पीएम ने कहा कि मुट्ठी भर भ्रष्टाचारी सीएम आवास पर कब्जा कर के बैठे हैं। बीजद के छोटे-छोटे नेता करोड़ों के मालिक बन गए हैं। पीएम ने कहा कि ओडिशा की बीजद सरकार ने यहां की खनिज संपदा का फायदा लोगों को नहीं मिलने दिया।

पीएम मोदी ने कहा कि 2014 में पीएम बनने के बाद मैंनें नई खनन नीति बनाई। इसके तहत ओडिशा को ज्यादा रॉयल्टी मिलती है। हमने नियम बनाया कि खनिज की कमाई का एक हिस्सा यहीं रहे और लोगों के विकास में लगे। हमने ओडिशा को मिनरल फंड के तहत 26 हजार करोड़ रुपये दिए हैं। पीएम ने कहा कि ये पैसे ढेंकनाल में बच्चों के स्कूल, गांव की सड़कों के लिए खर्च होने थे। लेकिन बीजेडी की सरकार ने इसमें भी भ्रष्टाचार किया।

पीएम मोदी ने कहा कि बीजेडी के राज में ओडिशा की न तो संपदा सुरक्षित है और न ही सांस्कृतिक धरोहर। बीजेडी सरकार के कारण जगन्नाथ मंदिर भी सुरक्षित नहीं है। बीते 6 साल से श्री रत्न भंडार की चाबी का अता-पता नहीं है। जब हमारे घर की चाबी खो जाती है तो हम भगवान जगन्नाथ से मदद मांगते हैं और चाबी हमें मिल जाती है। लेकिन यहां 6 साल से रत्न भंडार की चाबी खो गई है। पीएम मोदी ने कहा कि इसके पीछे बीजेडी सरकार और सीएम को घेरा डाल कर बैठे लोग जिम्मेदार हैं। पूरा ओडिशा जानना चाहते है कि जो जांच हुई थी उसकी रिपोर्ट में ऐसा क्या है जो रिपोर्ट ही दबा दी है।

पीएम मोदी ने कहा कि बीजेडी की खामोशी के कारण लोगों का शक गहरा रहा है। पीएम ने कहा कि मैं आज ओडिशा के लोगों को गारंटी देता हूं कि भाजपा की सरकार उस जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक करेगी। इसके बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। पीएम ने कहा कि भगवान जगन्नाथ की सबसे बड़ी सेवा उसी समय से शुरू हो जाएगी।

पीएम मोदी ने कहा कि ओडिशा का तेज विकास ओडिशा की मिट्टी की संतान ही कर पाएगी। इसलिए मोदी ने गारंटी दी है कि आप यहां भाजपा की सरकार बनाइए और भाजपा ओडिशा के बेटे या बेटी को ही ओडिशा का मुख्यमंत्री बनाएगी। पीएम ने कहा कि मैनें पहले से ही शपथ ग्रहण की तारीख बता दी है। मैं सभी को निमंत्रण देने आया हूं कि 10 जून को ओडिशा में भाजपा की डबल इंजन सरकार का शपथ ग्रहण समारोह होगा। पीएम मोदी ने कहा कि बीजद सरकार का जाना तय है।

पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी के ओडिशा को विकास की रफ्तार चाहिए जो बीजेडी सरकार किसी भी हालत में नहीं दे सकती। इस शताब्दी का अब तक पूरा हिस्सा लोग बीजेडी को दे चुके हैं। अब समय आ चुका है कि लोग बीजेडी की ढ़ीली सरकार को छोड़कर भाजपा की सरकार चुने। पीएम मोदी ने कहा कि बीते लंबे समय से ओडिशा में सिंचाईं परियोजनाएं लटकी पड़ी हैं। आपने अगर मोदी को अवसर दिया तो हम इसे पीएम कृषि सिंचाई योजना में लाएंगे। ओडिशा में 8 ऐसे प्रोजेक्ट हैं जिनमें से 5 को मोदी सरकार पूरा कर चुकी है। लेकिन बीजद की सरकार के ज्यादातर प्रोजेक्ट आज भी अधूरे हैं।

पीएम ने कहा कि ओडिशा के किसानों के साथ भी हमेशा से विश्वासघात हुआ है। ओडिशा का किसान साल में धान की एक फसल मुश्किल से उगाता है। लेकिन किसान को 2200 रुपये को घोषित एमएसपी भी उन्हें नहीं मिलता। बीजेडी के नेता धान किसानों को मंडी में लूटते हैं। पीएम ने रैली में आए लोगों से कहा कि आप हर किसान से जाकर मिलें और उन्हें बताए कि अगर यहां भाजपा की सरकार बनेगी तो ओडिशा में भी छत्तीसगढ़ की तरह धान का एमएसपी 3100 रुपये होगा। 48 घंटे के अंदर में ही धान का ये पैसे उनके खाते में चला जाएगा। इसके अलावा जो तोलने के बहाने जो कंटनी-छंटनी होती है और किसानों के लूटा जाता है उससे मुक्ति के लिए मंडियों में इलेक्ट्रिक मशीन लगाई जाएगी।

पीएम ने कहा कि बीजेडी सरकार का पहली बार इस तरह कच्चा-चिट्ठा देश के सामने आ रहा है। आदिवासी अधिकारों को लेकर भी ओडिशा की बीजद सरकार लापरवाह है। केंद्र सरकार ने वन-धन योजना शुरू की है। जिसके तहत वन उत्पादों की खरीद एसएसपी पर होती है। ओडिशा में 175 केंद्र खुले हैं। इनमें 80 से ज्यादा वन उत्पादों की खरीद एमएसपी पर होती है। लेकिन बीजद सरकार वन उपज पर एमएसपी नहीं देती। वह यहां आदिवासियों के लिए पेसा कानून लागू नहीं करती जिस कारण आदिवासियों के भूमि अधिकार की समस्या ज्यों की त्यों है।

पीएम मोदी ने कहा कि बीजद सरकार के कारण माताओं बहनों का घर चलाना भी मुश्किल हो गया है। पीएम मोदी ने कहा कि वह दिल्ली से मुफ्त चावल के लिए पैसे भेजते हैं। लेकिन बीजेडी के लोग उसपर अपना चेहरा लगाकर बेच देते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ओडिशा की महिलाओं के लिए सुभद्रा योजना शुरू करेंगे जो काफी मददगार होगी।

Continue Reading

Trending