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मुख्य समाचार

बुलंदशहर दुष्कर्म कांड का 24 घंटों में हो खुलासा : मुख्यमंत्री

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बुलंदशहर दुष्कर्म कांड का 24 घंटों में हो खुलासा : मुख्यमंत्री

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बुलंदशहर दुष्कर्म कांड का 24 घंटों में हो खुलासा : मुख्यमंत्रीलखनऊ| उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पुलिस अधिकारियों को इस घटना का खुलासा करने के लिए 24 घंटों का अल्टीमेटम दिया है, जिसके बाद अधिकारियों की नींद उड़ गई है। अखिलेश के सख्त तेवर के चलते अब तक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) और इंस्पेक्टर समेत चार अधिकरियों को निलंबित कर दिया गया है, जबकि अभी और कई अधिकारियों पर गाज गिरने की संभावना है।

मुख्यमंत्री ने घटना को बेहद गंभीरता से लेते हुए मुख्य सचिव दीपक सिंघल को तलब किया और प्रमुख सचिव (गृह) देबाशीष पांडा और पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद को फौरन घटनास्थल पर भेजने का निर्देश दिया।

उन्होंने एक बयान जारी कर कहा कि इस मामले में प्रभावी कार्रवाई न होने की स्थिति में पुलिस विभाग में उच्चतम स्तर पर भी कार्रवाई हो सकती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना के खुलासे और दोषियों की गिरफ्तारी के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस की टीमें गठित कर प्रभावी कदम उठाए जाएं। राज्य सरकार दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कराकर कड़ी सजा दिलवाएगी। वह पीड़ित परिवार से मुलाकात भी करेंगे।

अखिलेश ने कहा कि कि मामले में दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई के माध्यम से ऐसी सजा दिलाई जाए, जो एक उदाहरण बने और भविष्य में कोई भी ऐसा दुस्साहस करने के बारे में न सोचे।

गौरतलब है कि 29 जुलाई की रात नोएडा से शाहजहांपुर जा रहे कार सवार परिवार के छह लोगों को बुलंदशहर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-91 पर कोतवाली देहात क्षेत्र में बदमाशों ने कार को रुकवा लिया।

बदमाश कार समेत पूरे परिवार को हाईवे से कुछ दूरी पर खेत में ले गए। वहां परिवार के तीन पुरुषों और एक महिला को बंधक बनाकर खेत में डाल दिया, जबकि 14 वर्षीय लड़की और उसकी मां से सामूहिक दुष्कर्म किया।

नेशनल

कोर्ट ने बृजभूषण से पूछा- आप गलती मानते हैं, बोले- सवाल ही उठता, मेरे पास बेगुनाही के सारे सबूत

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नई दिल्ली। महिला पहलवानों से यौन शोषण मामले में भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह मंगलवार को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश हुए। कोर्ट ने उन्हें उनके खिलाफ तय किए आरोप पढ़कर सुनाए। इसके बाद कोर्ट ने बृजभूषण से पूछा कि आप अपने ऊपर लगाए गए आरोप स्वीकार करते हैं? इस पर बृजभूषण ने कहा कि गलती की ही नहीं मानने का सवाल ही नहीं उठता। इस दौरान कुश्ती संघ के पूर्व सहायक सचिव विनोद तोमर ने भी स्वयं को बेकसूर बताया। तोमर ने कहा कि हमनें कभी भी किसी पहलवान को घर पर बुलाकर न तो डांटा है और न ही धमकाया है। सभी आरोप झूठे हैं।

मीडिया द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या आरोपों के कारण उन्हें चुनावी टिकट की कीमत चुकानी पड़ी, इस पर बृजभूषण सिंह ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, “मेरे बेटे को टिकट मिला है।” बता दें कि उत्तर प्रदेश से छह बार सांसद रहे बृजभूषण शरण सिंह को इस बार भाजपा ने टिकट नहीं दिया है। पार्टी उनकी बजाय, उनके बेटे करण भूषण सिंह को कैसरगंज सीट से टिकट दिया है, जिसका बृजभूषण तीन बार प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।

बृजभूषण सिंह ने सीसीटीवी रिकाॅर्ड और दस्तावेजों से जुड़े अन्य विवरण मांगने के लिए बृजभूषण सिंह ने आवेदन दायर किया है। उनके वकील ने कहा कि उनके दौरे आधिकारिक थे। मैं विदेश में उसी होटल में कभी नहीं ठहरा जहां खिलाड़ी स्टे करते थे। वहीं दिल्ली कार्यालय की घटनाओं के दौरान भी मैं दिल्ली में नहीं था। बता दें कि कोर्ट इस मामले में जल्द ही अपना फैसला सुना सकता है। कोर्ट ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि एमपी-एमएलए मामलों में लंबी तारीखें नहीं दी जाएं। हम 10 दिन से अधिक की तारीख नहीं दे सकते।

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