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कश्मीर में कर्फ्यू में ढील दी जाएगी

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कश्मीर में कर्फ्यू में ढील दी जाएगी

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कश्मीर में कर्फ्यू में ढील दी जाएगीश्रीनगर| प्रशासन ने गुरुवार को घाटी में दोपहर के वक्त कर्फ्यू में ढील देने का फैसला किया है, ताकि लोग जरूरत का सामान ले सकें। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, “लोगों को राहत देने के लिए दोपहर के समय कर्फ्यू में ढील दी जाएगी। कानून एवं व्यवस्था स्थिति के मद्देनजर शाम में ढील की समीक्षा की जाएगी।”

प्रशासन ने गुरुवार को चार जिलों गांदेरबल, बांदीपोरा, बडगाम और बारामूला में स्कूल खोलने का फैसला किया है। घाटी में 10 जिले हैं।

कर्फ्यू में ढील देने का फैसला घाटी में दोपहर दो बजे के बाद दिनभर के लिए बंद समाप्त करने के अलगाववादियों के आह्वान के बाद साथ आया है।

हालांकि अलगाववादियों ने एक बार फिर शुक्रवार से सोमवार तक बंद का आह्वान किया है।

घाटी में हिजबुल कमांडर बुरहान वानी और उसके दो सहयोगियों की सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारे जाने के बाद से ही हिसा व तनाव की स्थिति है। इसमें 45 लोगों की मौत हो गई है, जिनमें 43 नागरिक और दो पुलिसकर्मी हैं।

नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

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