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विद्याट्री वर्ल्‍ड कालेज में दिखी बच्‍चों की नाट्य प्रतिभा

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विद्याट्री वर्ल्‍ड कालेज में दिखी बच्‍चों की नाट्य प्रतिभा

लखनऊ। हर बच्चे के अन्दर कोई न कोई प्रतिभा छुपी होती है लेकिन उस प्रतिभा को निखारकर सबके सामने लाने के लिए एक कुशल शिक्षक का होना जरुरी है और जब सिखाने वाला और कोई नहीं बल्कि लखनऊ रंगमंच के पुरोधा ललित सिह पोखरिया हों तो मंच पर हुनर दिख ही जाता है। टाकिंग प्वाइंट संस्था ने महज 30 दिनों की कार्यशाला में बच्चों में छुपी नाट्य प्रतिभा को रविवार की शाम विद्याट्री माडर्न वर्ल्‍ड कालेज के मंच पर प्रस्तुत किया।

ललित सिह पोखरिया द्वारा निर्देशित और गुरुदेव रविन्द्रनाथ टैगोर की कविता पर आधारित नाटक जूते का आविष्कार एक ऐसे सरफिरे राजा की कहानी है जो अपने पैरों को धूल लगने से बचाने के लिए अपने मंत्रियों से योजना बनाने को कहता है और भ्रष्ट मंत्री पैसों की लालच में ऐसी योजनाएं बनाते हैं जिससे पूरा राज्य ही तबाह हो जाए।

इस नाटक में आज के दौर की समस्याओं जैसे भ्रष्टाचार, कमीशनखोरी और ग्लोबल वार्मिंग और पर्यावरण संरक्षण को भी बहुत सुन्दर तरीके से उठाया गया। नाटक में बच्चों ने शानदार अभिनय की प्रस्तुति दी।

जब नदियां सूख जाती हैं और पूरी धरती जलमग्न हो जाती है तो भ्रष्ट मंत्री राजा को दूसरी नई योजना समझाते हैं। सरफिरे राजा और भष्ट मंत्रियों की योजनाओं में अधिकारी भी खूब मलाई काटते हैं और जनता त्रस्त हो जाती है।

जब सारी योजनाएं नाकाम हो जाती हैं तो राजा पूरे राज्य की धरती को चमड़े से ढ़कने का हुक्म सुनाता है लेकिन राज्य का एक चर्मकार राजा के लिए जूते बनाने की बात कहकर राजा और उसके मंत्रियों की सारी योजनाओं को बेकार साबित कर देता है।

नाटक का नरेशन बेहद प्रभावशाली था और बच्चों ने अपने अभिनय से पूरे मंचन में जान डाल दी। ललित सिह पोखरिया ने कहा कि चन्द दिनों के अन्दर ही बच्चों ने काफी कुछ सीखा और स्टेज पर उनकी प्रतिभा सबको साफ नज़र आई। नाटक में अभिनय कर रहे बाल कलाकारों ने इस थियेटर वर्कशाप को काफी फायदेमन्द बताया और कहा कि उन्हे इस से काफी कुछ सीखने को मिला है।

विद्याट्री माडर्न वर्ल्‍ड कालेज के संस्थापक राकेश कपूर ने कहा कि उनके स्कूल का हमेशा ये प्रयास रहता है कि बच्चों की प्रतिभा सामने आए और उनपर किसी तरह का दवाब न हो। कार्यक्रम में वरिष्ठ रंगकर्मी ललित सिंह पोखरिया को सम्मानित भी किया गया। साथ ही टाकिंग प्वाइंट संस्था की ओर से सभी बच्चों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। पूरे वर्कशाप को सफल बनाने और कार्यक्रम के कुशल संचालन में टॉकिंग पॉइंट के सह संस्थापक अदिति खोसला  और  शची सिंह की अहम भूमिका रही।

 

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गाजियाबाद में बीच सड़क पर चलती कार बनी आग का गोला, ड्राइवर ने कूदकर बचाई जान

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गाजियाबाद। गाजियाबाद में शनिवार को एक चलती कार में अचानक आग लग गई। आग बेहद भीषण थी और कुछ पलों में ही आग की तेज लपटों ने पूरी गाड़ी को घेर लिया। दोनों तरफ से ट्रैफिक चल रहा था इसी दौरान कार में ब्लास्ट भी हुआ। हालांकि गनीमत रही कि इस हादसे में ड्राइवर को कोई नुक्सान नहीं हुआ है। उसने पहले से कार से कूदकर अपनी जान बचा ली।

मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की एक गाड़ी ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। गनीमत रही कि घटना में कोई जनहानि नहीं हुई। फायर विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, शनिवार को गाजियाबाद के फायर स्टेशन कोतवाली में दिन में 2 बजे चिरंजीव विहार के सामने हापुड़ रोड पर कार में आग की सूचना मिली।

सूचना मिलते ही फायर स्टेशन कोतवाली का एक फायर टेंडर यूनिट को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया। घटनास्थल पर पहुंच कर फायर कर्मियों ने देखा कि गाड़ी से आग की लपटें काफी तेज हैं और आग पूरी गाड़ी में फैल चुकी है। फायर यूनिट ने शीघ्रता से होजलाइन फैलाकर फ़ायर फ़ाइटिंग कर आग को पूर्ण रूप से शांत किया। जानकारी के मुताबिक यह महिंद्रा कंपनी की केयूवी कार थी। गाड़ी डीजल की थी। गाड़ी के मालिक का नाम परवेज आलम है। वो गाड़ी से डासना की तरफ जा रहे थे।

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