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मोदी ने सावरकर को जयंती पर श्रद्धांजलि दी

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नई दिल्ली | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वी.डी.सावरकर को उनकी 133वीं जयंती पर श्रद्धांजलि दी। मोदी ने ट्वीट कर कहा, “भारत मां के सपूत और अनेक लोगों के प्रेरणास्रोत वीर सावरकर की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन।” विनायक दामोदर सावरकर का जन्म 28 मई, 1883 को महाराष्ट्र के नासिक में हुआ था। वह बाद में स्वतंत्रवीर सावरकर के रूप में प्रख्यात हुए। वह एक क्रांतिकारी और हिंदू राष्ट्रवादी थे, जिन्हें अंग्रेजों ने अंडमान एवं निकोबार द्वीप की सेल्युलर जेल में कैद कर रखा था। उनकी शिक्षा पुणे और लंदन में हुई थी। उनका 26 फरवरी, 1966 को 82 वर्ष की उम्र में निधन हो गया।

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केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां का निधन, दिल्ली एम्स में ली अंतिम सांस

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नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की माता व ग्वालियर राज घराने की राजमाता माधवी राजे सिंधिया का निधन हो गया है। उनका इलाज पिछले दो महीनों से दिल्ली के एम्स में चल रहा था। आज सुबह 9.28 बजे उन्होंने दिल्ली के एम्स में आखिरी सांस ली।

हाल ही में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया था कि, राजमाता माधवी राजे को सांस लेने में तकलीफ होने पर उन्हें 15 फरवरी को दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था। इसी साल 6 मार्च को भी उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई थी। उस समय भी उनकी हालत नाजुक थी और उनको लाइफ सपोर्टिंग सिस्टम पर रखा गया था।

पहली बार 15 फरवरी को माधवी राजे की तबीयत बिगड़ी थी, उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। उसके बाद से ही उनकी हालत नाजुक बनी हुई थे। वे लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर थीं। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कुछ समय पहले यह जानकारी शेयर की थी।

नेपाल राजघराने से माधवीराजे सिंधिया का संबंध है। उनके दादा शमशेर जंग बहादुर राणा नेपाल के प्रधानमंत्री थे। कांग्रेस के दिग्गज नेता माधवराव सिंधिया के साथ माधवी राजे के विवाह से पहले प्रिंसेस किरण राज्यलक्ष्मी देवी उनका नाम था। साल 1966 में माधवराव सिंधिया के साथ उनका विवाह हुआ था। मराठी परंपरा के मुताबिक शादी के बाद उनका नाम बदलकर माधवीराजे सिंधिया रखा गया था। पहले वे महारानी थीं, लेकिन 30 सितंबर 2001 को उनके पति और पूर्व केंद्रीय मंत्री माधवराव सिंधिया के निधन के बाद से उन्हें राजमाता के नाम से संबोधित किया जाने लगा।

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