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अंडमान में अधिक सैन्य तैनाती व अवसंरचना विकास की जरूरत: पर्रिकर
नई दिल्ली | रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा है कि सरकार अंडमान निकोबार द्वीप समूह को विकसित करने तथा वहां पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अवसंरचना की जरूरतों को पूरा करने के साथ ही भारत के सामरिक हितों की सुरक्षा पर विचार कर रही है। रक्षा मंत्री ने मीडिया को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि सरकार द्वीपों पर नवीनतम पी8आई लंबी दूरी के गश्ती विमान सहित अधिक से अधिक सैन्य तैनाती पर विचार कर रही है।
पर्रिकर ने कहा, “अंडमान व निकोबार को विकसित करने की जरूरत है। द्वीपों की पर्यटन क्षमता में सुधार लाने की जरूरत है।” उन्होंने कहा, “यह हमारे लिए सामरिक रूप से महत्वपूर्ण है, इसलिए इसके संरचनात्मक सुदृढ़ीकरण की जरूरत है।” पर्रिकर ने हवाईअड्डे का विकास, रडार प्रणाली में सुधार, श्रम शक्ति की जरूरतों को पूरा करने, अवसंरचना में सुधार लाने तथा द्वीपों पर सुविधाओं को बढ़ाने सहित कई उपायों पर जोर दिया। मंत्री ने कहा, “हमें वहां एक उचित अवसंरचना तथा पी8आई सहित अधिक से अधिक सैन्य तैनाती की जरूरत है।”
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जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।
इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।
चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।
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