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अन्तर्राष्ट्रीय

जापान ने जी7 सम्मेलन के लिए सुरक्षा कड़ी की

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जापान ने जी7 सम्मेलन के लिए सुरक्षा कड़ी की

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जापान ने जी7 सम्मेलन के लिए सुरक्षा कड़ी की

टोक्यो| जापान ने इसे-शिमा नेशनल पार्क में गुरुवार से शुरू होने जा रहे दो दिवसीय जी7 सम्मेलन से पहले बुधवार को सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी।

समाचार एजेंसी ‘एफे’ की रिपोर्ट के मुताबिक, जापान के समुद्री आत्म-रक्षा बल ने नजदीकी कशिको द्वीप के पानी में इजुमो स्तर के एक हेलीकॉप्टर विध्वंसक समेत कई जहाज तैनात किए हैं, जहां वह होटल है, जिसमें ज्यादातर बैठकें होंगी।

शुबू अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के प्रवेश द्वार पर और भीतर सुरक्षा इंतजाम कड़े किए गए हैं, जहां देर बुधवार से नेताओं का विमान उतरना शुरू होगा।

मीए प्रांत, जहां इसे-शिमा स्थित है और ऐशी, जहां हवाईअड्डा है, में सम्मेलन के लिए 23,000 पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया है।

सम्मेलन स्थल से 300 किलोमीटर दूर होने के बावजूद टोक्यो में सुरक्षा इंतजाम कड़े किए गए हैं।

टोक्यो मेट्रोपोलिटन पुलिस विभाग ने राजधानी में विभिन्न स्थानों पर गश्त के लिए 19,000 और अधिकारियों को तैनात किया है।

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पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बयान, ‘पाकिस्तान के इस सैन्य तानाशाह को कब्र से निकालकर फांसी पर लटकाना चाहिए’

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नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में एक बहस के दौरान कहा कि संविधान को निरस्त करने के लिए अयूब खान के शव को कब्र से निकालकर उसको फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयूब खान ने संविधान को रद्द करने का जो काम किया था, उसके लिए उनको कभी माफ नहीं किया जा सकता है। आसिफ ने ये कमेंट असेंबली में विपक्ष के नेता और अयूब खान के पोते उमर अयूब खान से बहस के दौरान किया। उमर ने सेना की पिछले सप्ताह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाते हुए फौज के राजनीति में हस्तक्षेप पर एतराज जताया था। इसके बाद जवाब में ख्वाजा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।

इससे पहले उमर अयूब खान ने कहा कि संविधान के अनुसार सुरक्षा एजेंसियां राजनीति में शामिल नहीं हो सकती हैं। उन्होंने संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों का हवाला देते हुए कहा कि सैन्य अधिकारियों की शपथ उन्हें राजनीति में हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं देती। उन्होंने कहा ‘‘सुरक्षा संस्थानों को संविधान के अनुसार, राजनीति में शामिल नहीं होना चाहिए। यह संवाददाता सम्मेलन नहीं होना चाहिए था।’’ उन्होंने अनुच्छेद छह का हवाला देते हुआ कहा कि संविधान को निरस्त करना दंडनीय देशद्रोह है जिसके लिए मौत की सजा तय है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी संस्थानों को संवैधानिक सीमाओं के भीतर रहना चाहिए।

रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि अयूब खान संविधान का उल्लंघन करने वाले पहले व्यक्ति थे और उन्हें अनुच्छेद छह का सामना करने वाला भी पहला व्यक्ति होना चाहिए। रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा, “देश में पहला मार्शल लॉ लागू करने वाले झूठे फील्ड मार्शल अयूब खान के शरीर को भी (अनुच्छेद 6 के अनुसार) खोदकर निकाला जाना चाहिए और फांसी दी जानी चाहिए।”

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