Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

एमएलसी मनोरमा देवी को अदालत से राहत नहीं

Published

on

गया रोडरेज मामला, एमएलसी मनोरमा देवी, आदित्य सचदेवा की हत्या, मुख्य आरोपी रॉकी यादव

Loading

गया रोडरेज मामला, एमएलसी मनोरमा देवी, आदित्य सचदेवा की हत्या, मुख्य आरोपी रॉकी यादव

manorama devi mlc bihar

गया रोडरेज मामला

गया| बिहार के गया में रोडरेज की घटना में 19 वर्षीय छात्र आदित्य सचदेवा की हत्या के मुख्य आरोपी रॉकी यादव की मां और विधान पार्षद (एमएलसी) मनारेमा देवी को सोमवार को अदालत से राहत नहीं मिली। गया की एक अदालत ने मनोरमा देवी की अग्रिम जमानत की याचिका पर सुनवाई टाल दी। गया जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत ने मनोरमा की अर्जी पर सुनवाई टालते हुए पुलिस को केस डायरी और अन्य कागजात पेश करने के निर्देश दिए। लोक अभियोजक सुरेन्द्र देव नारायण सिंह ने बताया कि अदालत ने मनोरमा देवी की गिरफ्तारी पर रोक लगाने से भी इनकार कर दिया। उल्लेखनीय है कि मनोरमा देवी ने शुक्रवार को गया की अदालत में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी दायर की थी। जिला प्रशासन ने पहले ही उनके हथियारों के तीन लाइसेंस रद्द कर दिए थे।

गौरतलब है कि रॉकी की गिरफ्तारी के लिए एमएलसी के घर हुई छापेमारी के दौरान विदेशी शराब बरामद हुई थी। रामपुर थाने में दर्ज इस मामले में अदालत ने एमएलसी की गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किया है। बिहार में पांच अप्रैल से शराबबंदी है। पुलिस ने मनोरमा देवी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी तेज कर दी है। गया की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) गरिमा मलिक के मुताबिक एमएलसी की गिरफ्तारी के लिए गया और झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों में छापेमारी की जा रही है। शराब बरामदगी मामले में शुक्रवार की शाम उनके कई ठिकानों और आवासों पर नोटिस भी चिपकाए गए थे। गौरतलब है कि सात मई को रॉकी की लैंड रोवर कार को एक व्यवसायी के बेटे आदित्य सचदेवा ने ओवरटेक किया था, जिसके बाद दोनों में कहासुनी के दौरान रॉकी ने कथित तौर पर आदित्य को गोली मार कर हत्या कर दी थी। इस मामले में रॉकी, उसके पिता बिन्दी यादव और मां मनोरमा देवी के अंगरक्षक राजेश कुमार न्यायिक हिरासत में हैं।

नेशनल

राहुल ने शेयर किया मां के साथ एल्बम देखते हुए वीडियो, कहा- पापा, दादी ने रायबरेली में विकास के बहुत काम किए

Published

on

Loading

लखनऊ। लोकसभा चुनाव के तहत चार चरणों के मतदान संपन्न हो चुके हैं। अब 20 मई को पांचवें चरण की वोटिंग होगी। इस बीच राहुल गांधी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें वो अपनी मां सोनिया गांधी के साथ एक एल्बम देख रहे हैं। इसमें दोनों नेता गांधी परिवार की अमेठी और रायबरेली से पुरानी यादों को लेकर बात कर रहे है।

राहुल गांधी ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ”रायबरेली और अमेठी हमारे लिए सिर्फ चुनाव क्षेत्र नहीं, हमारी कर्मभूमि है, जिसका कोना-कोना पीढ़ियों की यादें संजोए हुए है। मां के साथ पुरानी तस्वीरें देखकर पापा और दादी की याद भी आ गई, जिनकी शुरू की गई सेवा की परंपरा मैंने और मां ने आगे बढ़ाई। प्रेम और विश्वास की बुनियाद पर खड़े 100 वर्षों से भी पुराने इस रिश्ते ने हमें सब कुछ दिया है। अमेठी और रायबरेली जब भी हमें पुकारेंगे, हम वहां मिलेंगे।”वीडियो में राहुल गांधी ने अपनी मां सोनिया गांधी से पूछा, “आप रायबरेली पहली बार कब गईं?” जिस पर उन्होंने बताया, “1981-82 में मेडिकल कैंप के लिए जाते थे। दिल्ली के कई बड़े डॉक्टर हमेशा मदद के लिए आते थे।”

आगे राहुल गांधी कहते हैं, “हमारे परिवार का अमेठी और रायबरेली से 100 साल का रिश्ता है।” उन्होंने बताया, “हमारे परदादा ने रायबरेली से राजनीति की शुरुआत की थी। उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ रायबरेली से आंदोलन की शुरुआत की थी।”आगे सोनिया गांधी, राहुल को बताती हैं, “परदादा के निधन के बाद दादी (इंदिरा गांधी) ने रायबरेली से चुनाव लड़ा।” इसके बाद राहुल गांधी कहते हैं, “जब मैं अमेठी से सांसद था, रायबरेली से लोग आए थे। आईटीआई के लोग आए थे। जिसे उस वक्त की अटल बिहारी वाजपेयी सरकार बंद करना चाहती थी।”उन्होंने बताया, “हमारे सामने नौकरी और भविष्य का सवाल है। हमने काफी कोशिश की और उसे बंद करने से बचाया। हम चाहते थे कि रायबरेली का टेक्नोलॉजी स्प्रिट और टेलीकॉम का कनेक्शन का रिश्ता न टूटे।”

सोनिया गांधी बताती हैं, “मैं लोगों से मिलने के लिए गांव-गांव में जाती थी, उनसे बातचीत करती थी। गांव में किसी की शादी या फिर देहांत हो जाता था। तो, उनके परिवार के लोगों से मिलने जाती थी। रायबरेली से मेरा बहू और बेटी जैसा रिश्ता रहा है।”

राहुल गांधी बताते हैं, “उनके पिता राजीव गांधी ने वहां पर बहुत विकास कार्य किए। दादी ने रायबरेली में इतना विकास किया कि अमेठी थोड़ा पीछे रह गया। इसके बाद पापा ने अमेठी में बहुत ज्यादा विकास के कार्य किए। फिर, लगने लगा कि अमेठी विकास कार्य के मामले में रायबरेली से आगे निकल गई। हमारी सरकार में मां सोनिया गांधी और मैंने अमेठी में बहुत विकास के कार्य किए। मेरी ज्यादा से ज्यादा कोशिश रही कि अमेठी में सड़कों का जाल बिछाएं ताकि अमेठी को देश से जोड़ सकें। मैं फूड पार्क के प्रोजेक्ट को लगाना चाहता था, जिससे अमेठी और रायबरेली का चेहरा ही बदल जाता। लेकिन, उस योजना को भाजपा वालों ने रोक दिया।”

राहुल गांधी ने कहा, “जो काम रायबरेली के लिए मां सोनिया गांधी और दादा ने किया, मैं उसको आगे लेकर जाऊं। रायबरेली के लोगों से परिवार, दोस्ती का रिश्ता है। जैसे मेरा मां और बहन के साथ रिश्ता है, वैसे ही रायबरेली के लोगों से है। रायबरेली में जो अरहर की दाल बनती है, वैसे शायद कहीं और नहीं बनती होगी। मेरे लिए अमेठी और रायबरेली एक जैसी है। अमेठी और रायबरेली में हमें सब कुछ दिया। जब भी जरूरत होगी, हम वहां मिलेंगे।”

Continue Reading

Trending