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हरीश रावत ने कैबिनेट बैठक में लिए दो अहम फैसले

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हरीश रावत कैबिनेट ने लिए दो अहम फैसले, अंबिका सोनी देहरादून में, उत्‍तराखण्‍ड में सियासी सरगर्मी तेज, विधनासभा का विशेष सत्र आहूत करने को मंजूरी

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हरीश रावत कैबिनेट ने लिए दो अहम फैसले, अंबिका सोनी देहरादून में, उत्‍तराखण्‍ड में सियासी सरगर्मी तेज, विधनासभा का विशेष सत्र आहूत करने को मंजूरी

देहरादून। हरीश रावत ने आज सुबह कैबिनेट की मीटिंग बुलाई, जिसमें दो बड़े मामलों पर फैसले लिए गए। बैठक में हरीश रावत कैबिनेट ने फैसला लिया कि मलिन बस्ती के सभी पट्टे धारकों को मालिकाना हक दिया जाएगा। इसके साथ ही बैठक में 29 अप्रैल को विधनासभा का विशेष सत्र आहूत करने को भी मंजूरी दी गई। कहा गया कि इस बारे में विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल को प्रस्ताव भेजा जाएगा। इससे पहले गुरुवार को फिर से सत्तारूढ़ होने के बाद पहली कैबिनेट बैठक में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ताबड़तोड़ फैसले लिए। कैबिनेट ने बढ़े हुए सर्किल रेट कम करने के लिए वित्त मंत्री की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन करने को मंजूरी दी। पिछले दो सप्ताह से राज्य की राजनीति की धुरी बने अतिथि शिक्षकों के मामले में नियुक्ति अवधि एक साल करने के प्रस्ताव पर भी मुहर लगा दी है।

अंबिका सोनी देहरादून में, सियासी सरगर्मी तेज

इनका मानदेय अब 15 हजार रुपये प्रतिमाह कर दिया गया है। कैबिनेट ने यह भी फैसला किया कि सभी अतिथि शिक्षकों को पुनर्नियुक्ति दी जाएगी। शुक्रवार को इसका शासनादेश जारी किया जाएगा। समाज कल्याण से जुड़ी सभी पेंशनों में 200 रुपये की बढ़ोत्तरी भी करने का निर्णय भी लिया गया है। देहरादून के बीजापुर अतिथि गृह में मुख्यमंत्री हरीश रावत की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार रात नौ बजे शुरू हुई कैबिनेट बैठक करीब पौने बारह बजे समाप्त हुई। मंत्री प्रीतम सिंह पंवार करीब पौने ग्यारह बजे सबसे बाद में बैठक में पहुंचे। मुख्य सचिव समेत सभी अफसर भी मौजूद रहे। इस बैठक में कई निर्णय लिए गए। कैबिनेट ने शिक्षा को और व्यापक करने के लिए सभी राजकीय महाविद्यालयों को दो पाली में संचालित करने का भी निर्णय लिया। तय किया गया कि राजकीय महाविद्यालय सुबह और शाम की पाली में संचालित किए जाएंगे।

कैबिनेट बैठक में लिए गये महत्वपूर्ण फैसले: 1. समाज कल्याण से जुड़ी सभी पेंशन में 200 रुपये का इजाफा 2. वित्त मंत्री की अध्यक्षता में सर्किल रेट रिविजन कमेटी गठित, मुख्य सचिव, वित्त सचिव व सभी डीएम सदस्य 3. अतिथि शिक्षकों को मिलेगा 15,000 रुपये मानदेय, एक साल के लिए होगी नियुक्ति 4. चकबंदी व मलिन बस्ती सुधार विधेयक का अध्यादेश जारी होगा 5. हल्द्वानी व देहरादून के स्पोर्ट्स स्टेडियम को अपने संसाधनों से विकसित करेगी सरकार 6. राठ महाविद्यालय पौड़ी व लालकुआं में लालबहादुर शास्त्री महाविद्यालय का राजकीयकरण 7. पेयजल की समस्या के समाधान के लिए हर जिले को पांच-पांच करोड़ रुपये।

पिछले दिनों राजनीतिक दलों के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बने अतिथि शिक्षकों की मांगों से संबंधित प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है। अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति अब एक साल के लिए की जाएगी। इस मांग को लेकर अतिथि शिक्षक आंदोलनरत थे और खुद हरीश रावत ने धरनास्थल पर धरना देकर उन्हें समर्थन दिया था। कैबिनेट ने राठ क्षेत्र व लालकुआं में स्थित लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालयों के राजकीयकरण का निर्णय भी लिया। कैबिनेट ने समाज कल्याण से जुड़ी सभी तरह की पेंशन में 200 रुपये की बढ़ोत्तरी कर दी है, जिसका लाभ साढ़े छह लाख पेंशनर्स को मिलेगा और 13 करोड़ रुपये प्रतिमाह अतिरिक्त व्यय भार पड़ेगा।

बजट सत्र में विधानसभा से पास हुए चकबंदी और मलिन बस्ती विधेयकों का उसी रूप में अध्यादेश जारी होगा। उधर, पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए हर जिले को पांच-पांच करोड़ रुपये दिए जाएंगे। प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में अनुश्रवण व निगरानी समिति, डीएम की अध्यक्षता में कार्यान्वयन समिति बनेगी। उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन हटाने और 29 अपै्रल को फ्लोर टेस्ट के फैसले के मद्देनजर कांगे्रस की राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी अंबिका सोनी देहरादून पहुंच गई हैं। माना जा रहा है कि विधायकों के साथ बैठक करके सभी विधायकों को एकजुट रखने के लिए कांगे्रस द्वारा अंबिका सोनी को देहरादून भेजा गया है। इसी के चलते कांगे्रस के वरिष्ठ नेता भी सक्रिय हो गये हैं।

नेशनल

भाजपा का परिवार आरक्षण ख़त्म करना चाहता है: अखिलेश यादव

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एटा। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एटा में सपा प्रत्याशी देवेश शाक्य के समर्थन में संविधान बचाओ रैली को संबोधित किया। इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि संविधान बचेगा तो लोकतंत्र बचेगा और लोकतंत्र बचेगा तो वोट देने का अधिकार बचेगा। अखिलेश यादव ने दावा किया कि ये अग्निवीर व्यवस्था जो लेकर आए हैं इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी तो अग्निवीर व्यवस्था समाप्त कर पहले वाली व्यवस्था लागू करेंगे।

उन्होंने आरक्षण मामले पर आरएसएस पर बिना नाम लिए निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा के साथ एक सबसे खतरनाक परिवार है, जो आरक्षण खत्म करना चाहता है। अब उन्हें वोट चाहिए तो वह कह रहे हैं कि आरक्षण खत्म नहीं होगा।

उन्होंने आगे कहा कि मैं पूछना चाहता हूं अगर सरकार की बड़ी कंपनियां बिक जाएंगी तो क्या उनमें आरक्षण होगा? उनके पास जवाब नहीं है कि नौकरी क्यों नहीं दे रहे हैं? लोकसभा चुनाव संविधान मंथन का चुनाव है। एक तरफ वो लोग हैं जो संविधान को हटाना चाहते हैं। दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन और समाजवादी लोग हैं जो संविधान को बचाना चाहते हैं। यह चुनाव आने वाली पीढ़ी के भविष्य का फैसला करेगा। वो लोग संविधान के भक्षक हैं और हम लोग रक्षक हैं।

अखिलेश यादव ने कहा कि एटा के लोगों को भाजपा ने बहुत धोखा दिया है। इनका हर वादा झूठा निकला। दस साल में एक लाख किसानों ने आत्महत्या की है। उनकी आय दोगुनी नहीं हुई। नौजवानों का भविष्य खत्म कर दिया गया है। हर परीक्षा का पेपर लीक हो रहा है।

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