Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

प्रवासी भारतीय दिवस में ‘मेक इन इंडिया’ पर रहेगा जोर

Published

on

Loading

नई दिल्ली| आगामी प्रवासी भारतीय दिवस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक प्रमुख सरोकार ‘मेक इन इंडिया’ पर मुख्य जोर रहेगा। समारोह का आयोजन 7-9 जनवरी, 2015 में गुजरात के गांधी नगर में होगा। इस बार समारोह में करीब 3,000 प्रवासियों के आने की उम्मीद है। प्रवासी भारतीय मामलों की मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि यह समारोह एक सर्वश्रेष्ठ प्रवासी महात्मा गांधी के दक्षिण अफ्रीका से स्वदेश वापसी के सौ वर्ष पूरे होने की याद में आयोजित किया जा रहा है। स्वराज विदेश मंत्री भी हैं।

गांधी की वापसी के सौ साल पूरे होने के मौके पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के बीच गांधी और देश की आजादी में उनकी भूमिका पर एक प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी। स्वराज ने कहा कि इस समारोह में अतिथि के रूप में शामिल होने के लिए दक्षिण अफ्रीका की विदेश मंत्री मैती नकोआना-माशाबाने को आमंत्रित किया गया है, लेकिन अभी तक उनकी स्वीकृति का इंतजार है। समारोह के मुख्य अतिथि होंगे गुयाना के राष्ट्रपति डोनाल्ड रामौतार।

उल्लेखनीय है कि प्रवासी भारतीयों की संख्या 2.5 करोड़ के आसपास है और यह समारोह उनके साथ नाता जोड़ने की एक कोशिश है। स्वराज ने कहा कि इस बार का समारोह कुछ हट कर होगा। उन्होंने कहा कि इस बार युवाओं के लिए एक विशेष सत्र होगा। इसके अलावा चार और विशेष सत्र होंगे, जिनमें शामिल हैं खाड़ी देशों के प्रवासियों पर एक सत्र, फ्रांसीसी भाषा भाषी क्षेत्र के प्रवासियों पर एक सत्र, गिरमिटिया मजदूरों के वंशजों वाले देशों के प्रवासियों पर एक सत्र और प्रवासी संगठनों पर एक सत्र।

गुजरात साझेदार राज्य होगा। इसमें 10 राज्य भी इसमें हिस्सा लेंगे। जिनमें उत्तर प्रदेश, केरल और नागालैंड जैसे गैर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्य भी शामिल हैं। भाजपा शासित राज्यों में होंगे गुजरात, गोवा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, हरियाणा और महाराष्ट्र। स्वराज ने बताया कि उन्होंने देश के सभी मुख्यमंत्रियों को इसमें शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है और अब तक 10 मुख्यमंत्रियों ने प्रस्ताव स्वीकार किया है।

मेक इन इंडिया, स्वच्छ भारत, स्किल इंडिया, स्वच्छ गंगा परियोजनाओं से जुड़े अधिकारी समारोह में अपनी परियोजना में निवेश के अवसरों की जानकारी देंगे। उन्होंने इस आरोप को खारिज कर दिया कि केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के कारण समारोह गुजरात में कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चार साल पहले गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को एक पत्र भेज कर 2015 का समारोह गुजरात में कराने का आग्रह किया था।

स्वराज ने बताया कि उनका मंत्रालय ओवरसीज सिटिजनशिप ऑफ इंडिया (ओसीआई) कार्ड को पर्सन ऑफ इंडियन ऑरिजिन (पीआईओ) कार्ड के साथ मिलाने और इन कार्ड धारकों को आजीवन वीसा सुविधा देने पर काम कर रहा है। प्रवासियों को मताधिकार के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसके तरीके को लेकर अभी विचार किया जा रहा है।

खाड़ी देशों में भारत के छह राजदूतों को भी आयोजन को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया गया है। समारोह की शुरुआत सात जनवरी को युवा सत्र से होगी, जिसमें प्रवासियों के बच्चे हिस्सा लेंगे और उनके साथ भारत की महान विरासत पर चर्चा की जाएगी। 8 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य सत्र को संबोधित करेंगे। 9 जनवरी को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी 15 प्रख्यात प्रवासियों को प्रवासी भारतीय सम्मान प्रदान करेंगे।

नेशनल

पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

Published

on

Loading

कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

Continue Reading

Trending