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अन्तर्राष्ट्रीय

बुर्किना फासो में शांतिपूर्ण मतदान सराहनीय : बान की मून

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संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने बुर्किना फासो में राष्ट्रपति एवं विधायी चुनावों के लिए हुए शांतिपूर्ण मतदान का सोमवार को स्वागत किया। 

बान की मून ने बुर्किना फासो में मतदान में उत्साहपूर्वक से भाग लेने के लिए लोगों को बधाई दी, जिससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया में लोगों की आस्था का पता चलता है।

जारी बयान के मुताबिक, बान की मून ने विशेष रूप से मतदान प्रक्रिया में महिलाओं की सशक्त भागीदारी को सलाम किया। अभी चुनावी नतीजे आने बाकी हैं। इसे देखते हुए बान की मून ने सभी राजनीतिक दलों के नेताओं और लोगों से शांति को बनाए रखने की अपील की है।

उन्होंने सभी दलों से किसी भी तरह के विवाद को सुलझाने का आह्वान किया। अक्टूबर 2014 में तत्कालीन राष्ट्रपति ब्लेस कॉम्पाओरे के इस्तीफे के बाद देश में अब जाकर चुनाव हुए हैं। ये चुनाव 11 अक्टूबर को होने थे लेकिन सितंबर में कॉम्पाओरे के वफादार सुरक्षाकर्मियों द्वारा अंतरिम सरकार का तख्तापलट करने के प्रयास के चलते इनमें विलंब हुआ।

अन्तर्राष्ट्रीय

जेपी मॉर्गन के CEO बोले- अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेता की जरुरत

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नई दिल्ली। अमेरिकी बैंकिंग फर्म जेपी मॉर्गन चेज के सीईओ जेमी डिमन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने तो यहाँ तक कह दिया कि अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेताओं की आवश्यकता है। जेमी डिमन ने कहा कि पीएम मोदी ने भारत में जबदरस्त और अविश्वसनीय काम किया है। अमेरिका में भी भारत नरेंद्र मोदी की तरह का प्रधानमंत्री होना चाहिए।

इकोनॉमिक क्लब ऑफ न्यूयॉर्क की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेमी डिमन ने कहा कि मैं अमेरिका के लिबरल प्रेस को जानता हूं, जो लगातार नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हैं। उन्होंने 40 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है.। इस दौरान डिमन ने भारत में गरीबी उन्मूलन, बुनियादी ढ़ांचे आर्थिक विकास समेत कई अन्य विषयों पर खुलकर बात रखीं।

उन्होंने कहा, “अमेरिका के कई अधिकारी भारत को लेकर कई बातें कहते हैं, लेकिन अपना देश कैसे चलाना है इस बारे में सोचने की जरूरत है। भारत में नरेंद्र मोदी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ देशों की सरकारें जलवायु परिवर्तन और श्रम अधिकारों को लेकर भारत की आलोचना करती हैं, जबकि उनके पास शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं है। फिर भी वो डटकर चुनौतियों का समाना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘भारत ने एक नई चलन शुरू की है, जिसमें लोगों को फिंगर प्रिंट और आंख से पहचान की जाती है। यह भी भारत के लिए एक उल्लेखनीय है।

डिमन ने आगे कहा कि भारत मूलभूत सुविधाओं पर काम करते हुए आगे की दिशा में काम कर रहा है। विकासशील देश से विकसित देश की ओर बढ़ने के लिए वहां की सरकार लगातार प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।

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