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अन्तर्राष्ट्रीय

बेंगलुरू इंडिया बायो 2016 नौ फरवरी से

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बेंगलुरू| बेंगलुरू इंडिया बायो 2016 अगले साल नौ से 11 फरवरी तक आयोजित होगा। ‘वॉट्स ट्रेंडिंग इन बायोटेक इंडिया’ थीम वाले इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में मल्टी-ट्रैक सम्मेलन, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार शो, मंत्रणा और कई अन्य कार्यक्रम शामिल हैं। कर्नाटक के आईटी, जैव प्रौद्योगिकी, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री एस.आर. पाटिल ने कहा कि कार्यक्रम में 15 देशों के 100 विशेषज्ञ, 100 प्रदर्शक और 3,000 व्यापार पर्यटक हिस्सा लेंगे।

अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में कर्करोग (कैंसर) विज्ञान, असाधारण बीमारियों व अन्य चीजों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। इसमें 100 युवा शोधकर्ता पोस्टर सत्र के जरिये नए शोध पेश करेंगे। जैव प्रौद्योगिकी पर होने वाले इस सम्मेलन का आयोजन कर्नाटक सरकार और विजिन ग्रुप अन्य की मदद से कर रहा है।

 

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बयान, ‘पाकिस्तान के इस सैन्य तानाशाह को कब्र से निकालकर फांसी पर लटकाना चाहिए’

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नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में एक बहस के दौरान कहा कि संविधान को निरस्त करने के लिए अयूब खान के शव को कब्र से निकालकर उसको फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयूब खान ने संविधान को रद्द करने का जो काम किया था, उसके लिए उनको कभी माफ नहीं किया जा सकता है। आसिफ ने ये कमेंट असेंबली में विपक्ष के नेता और अयूब खान के पोते उमर अयूब खान से बहस के दौरान किया। उमर ने सेना की पिछले सप्ताह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाते हुए फौज के राजनीति में हस्तक्षेप पर एतराज जताया था। इसके बाद जवाब में ख्वाजा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।

इससे पहले उमर अयूब खान ने कहा कि संविधान के अनुसार सुरक्षा एजेंसियां राजनीति में शामिल नहीं हो सकती हैं। उन्होंने संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों का हवाला देते हुए कहा कि सैन्य अधिकारियों की शपथ उन्हें राजनीति में हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं देती। उन्होंने कहा ‘‘सुरक्षा संस्थानों को संविधान के अनुसार, राजनीति में शामिल नहीं होना चाहिए। यह संवाददाता सम्मेलन नहीं होना चाहिए था।’’ उन्होंने अनुच्छेद छह का हवाला देते हुआ कहा कि संविधान को निरस्त करना दंडनीय देशद्रोह है जिसके लिए मौत की सजा तय है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी संस्थानों को संवैधानिक सीमाओं के भीतर रहना चाहिए।

रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि अयूब खान संविधान का उल्लंघन करने वाले पहले व्यक्ति थे और उन्हें अनुच्छेद छह का सामना करने वाला भी पहला व्यक्ति होना चाहिए। रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा, “देश में पहला मार्शल लॉ लागू करने वाले झूठे फील्ड मार्शल अयूब खान के शरीर को भी (अनुच्छेद 6 के अनुसार) खोदकर निकाला जाना चाहिए और फांसी दी जानी चाहिए।”

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