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बजट में कटौती से सर्वाधिक प्रभावित होगा मनरेगा

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नई दिल्ली| देश के अग्रणी सामाजिक कार्यकर्ताओं ने शनिवार को कहा कि वित्त मंत्रालय द्वारा हाल ही में बजट में 15 फीसदी की कटौती करने के फैसले से ग्रामीण इलाकों में रोजगार प्रदान करने वाली योजना मनरेगा और अन्य समाज कल्याण योजनाएं बुरी तरह प्रभावित होंगी। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र की प्राध्यापिका जयति घोष ने कहा, “केंद्र सरकार बात तो विकास की करती है, लेकिन उल्टे सामाजिक एवं विकास योजनाओं के बजट में कटौती कर रही है। यह कितना गलत है। इस तरह की धारणा गलत और अपमानजनक है।”

महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के मौजूदा बजट में सरकार ने 3,000 करोड़ रुपये की कटौती का निर्णय किया है, जिससे लगभग 5,000 दिहाड़ी मजदूरों के प्रभावित होने का अनुमान है। सामाजिक कार्यकर्ताओं ने शनिवार को सेंटर फॉर बजट एंड गवर्नेस अकाउंटेबिलीटी द्वारा आयोजित एक बैठक में ये बातें कहीं।

समाजसेवी निखिल डे ने कहा, “मुझे अपने सूत्रों से पता चला है कि वित्त मंत्रालय ने 3,000 करोड़ रुपये की कटौती के लिए कहा है। सरकार यदि इसे खारिज करती है तो मुझे अच्छा लगेगा।” वित्त मंत्रालय ने वित्त वर्ष 2013-14 में हुए 4.5 प्रतिशत के घाटे की पूर्ति के लिए बजट में कटौती के लिए कहा है। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार राज्य में मनरेगा लागू करने के लिए पहले ही और बजट की मांग कर चुके हैं।

इसके अलावा 10 अन्य राज्यों, जिसमें अधिकांश भाजपा शासित हैं जैसे मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ने या तो अपनी विधानसभाओं में प्रस्ताव पारित कर या सीधे केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखकर इन मदों में और धनराशि मुहैया कराने की मांग की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजनाओं स्मार्ट सिटी परियोजना और गंगा पुनर्जीवन परियोजना की ओर इशारा करते हुए सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सरकार से नई प्रतिबद्धताओं के बनिस्बत समाज कल्याण से जुड़ी योजनाओं से समझौता न करने की अपील की।

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राजस्थान के दौसा में सड़क किनारे सो रहे 11 लोगों को बेकाबू कार ने कुचला, तीन की मौत, 8 घायल

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दौसा। राजस्थान के दौसा में बड़ा सड़क हादसा हुआ है। यहाँ एक बेकाबू कार ने सड़क किनारे सो रहे 11 लोगों को कुचल दिया। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई है जबकि 8 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। मृतकों में एक बच्ची भी शामिल है। पुलिस ने बताया कि हादसे में दो घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि छह को आगे के इलाज के लिए जयपुर के एसएमएस अस्पताल में रेफर किया गया। कार को जब्त कर लिया गया है, हालांकि चालक फरार है। उसे पकड़ने की कोशिश की जा रही है।

हादसा गुरुवार की रात करीब 11.15 बजे हुआ है। सभी मृतक व घायल खानाबदोश परिवार के लोग थे, जो टीकाराम पालीवाल गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल के पास सड़क किनारे झुग्गी में रहते थे। हेड कॉन्स्टेबल बृजकिशोर ने बताया कि रात करीब 11.20 बजे घटना की सूचना पुलिस को मिली थी। फौरन पुलिस मौके पर पहुंची। जांच में सामने आया कि तेज रफ्तार कार के ड्राइवर ने तेज गति और लापरवाही से गाड़ी चलाते हुए सड़क किनारे सो रहे लोगों को कुचल दिया है। घटना की सूचना पर गुरुवार की देर रात महवा विधायक राजेंद्र मीणा हॉस्पिटल पहुंचे। उन्होंने डॉक्टरों से घायलों का हालचाल जाना और थाना इंचार्ज जितेंद्र सोलंकी को कार ड्राइवर के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए कहा।

जयपुर स्थित एसएमएस हॉस्पिटल में ट्रॉमा सेंटर के इंचार्ज डॉ. अनुराग धाकड़ ने बताया कि दौसा के महवा से रेफर होकर 6 घायलों को यहां भर्ती किया गया था। इसमें से 1 दिलीप नाम के युवक को छुट्‌टी दे दी गई है। 5 अन्य को सर्जरी यूनिट में भर्ती रखा गया है। इसमें एक मरीज के सिर में थोड़ी ज्यादा चोट है, बाकी चार की स्थिति सामान्य है। इनका इलाज चल रहा है।

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