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गुर्जर आंदोलन : अर्धसैनिक बलों के 4,500 जवान राजस्थान भेजे गए

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नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने गुरुवार को कहा कि उसने पिछले सप्ताह के दौरान अर्धसैनिक बलों की 60 कंपनियां राजस्थान भेजी हैं। उन कंपनियों में लगभग 4,500 सुरक्षा जवान हैं। इन्हें राज्य में जारी गुर्जर आंदोलन से निपटने के लिए राज्य सरकार की सहायता के मद्देनजर वहां भेजा गया है। गृहमंत्रालय के एक अधिकारी ने यहां पर बताया, “पिछले एक सप्ताह में हमने अर्धसैनिक बलों के 4,500 जवान राजस्थान भेजे हैं। अगर आवश्यकता हुई तो और जवानों को वहां भेजा जाएगा।” वहीं राजस्थान उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार को आदेश दिया है कि वह रेल की पटरियों और सड़कों से गुर्जर प्रदर्शनकारियों को हटाए।

गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला के खिलाफ अवमानना याचिका पर सुनवाई करते हुए बुधवार को न्यायाधीश न्यायमूर्ति आर.एस. राठौड़ ने पुलिस से रेल की पटरियों और जयपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग को प्रदर्शनकारियों से खाली कराने के लिए कहा था। न्यायालय ने कहा था कि ऐसा प्रतीत होता है कि राज्य में कानून-व्यवस्था पटरी से उतर गई है। रिपोर्टो के मुताबिक, 21 मई से आंदोलन कर रहे गुर्जर प्रदर्शनकारियों द्वारा रेल और सड़क यातायात बाधित करने के कारण भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। राज्य में गुर्जर सरकारी नौकरी और शिक्षण संस्थानों में विशेष पिछड़ा वर्ग (एसबीसी) के अंतर्गत पांच फीसदी आरक्षण की मांग कर रहे हैं और वह भी आरक्षण की अधिकतम सीमा 50 फीसदी के अंतर्गत।

आंदोलन कर रहे गुर्जर प्रदर्शनकारी 21 मई से भरतपुर के पीलू का पुरा इलाके में रेल की पटरियों पर जमे हुए हैं। इस आंदोलन में दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग पर रेलगाड़ियों का परिचालन प्रभावित हुआ है। आंदोलन के कारण कोटा मथुरा ट्रैक पर 208 से अधिक रेलगाड़ियां रद्द कर दी गई हैं। जबकि 109 अन्य रेलगाड़ियों के मार्ग में परिवर्तन किया गया है। एक बयान के मुताबिक, “यह संज्ञान में आया है कि जबसे आंदोलन शुरू हुआ है तब से आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर प्रतिदिन 1.9 लाख रिजर्वेशन रद्द किए जा रहे हैं। जबकि आम दिनों में प्रतिदिन 1.1 लाख रिजर्वेशन रद्द होते हैं।”

अचानक से उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ने के कारण आईआरसीटीसी ने भी वेबसाइट में खराबी आने की बात कही है। आम दिनों में सुबह 10 बजे से 11 बजे के बीच आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर 1 करोड़ हिट होते हैं, जो कि आंदोलन के कारण बढ़कर 2.23 करोड़ हो गए हैं। 22 मई को यह संख्या सबसे अधिक तीन करोड़ थी।

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राजस्थान के दौसा में सड़क किनारे सो रहे 11 लोगों को बेकाबू कार ने कुचला, तीन की मौत, 8 घायल

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दौसा। राजस्थान के दौसा में बड़ा सड़क हादसा हुआ है। यहाँ एक बेकाबू कार ने सड़क किनारे सो रहे 11 लोगों को कुचल दिया। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई है जबकि 8 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। मृतकों में एक बच्ची भी शामिल है। पुलिस ने बताया कि हादसे में दो घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि छह को आगे के इलाज के लिए जयपुर के एसएमएस अस्पताल में रेफर किया गया। कार को जब्त कर लिया गया है, हालांकि चालक फरार है। उसे पकड़ने की कोशिश की जा रही है।

हादसा गुरुवार की रात करीब 11.15 बजे हुआ है। सभी मृतक व घायल खानाबदोश परिवार के लोग थे, जो टीकाराम पालीवाल गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल के पास सड़क किनारे झुग्गी में रहते थे। हेड कॉन्स्टेबल बृजकिशोर ने बताया कि रात करीब 11.20 बजे घटना की सूचना पुलिस को मिली थी। फौरन पुलिस मौके पर पहुंची। जांच में सामने आया कि तेज रफ्तार कार के ड्राइवर ने तेज गति और लापरवाही से गाड़ी चलाते हुए सड़क किनारे सो रहे लोगों को कुचल दिया है। घटना की सूचना पर गुरुवार की देर रात महवा विधायक राजेंद्र मीणा हॉस्पिटल पहुंचे। उन्होंने डॉक्टरों से घायलों का हालचाल जाना और थाना इंचार्ज जितेंद्र सोलंकी को कार ड्राइवर के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए कहा।

जयपुर स्थित एसएमएस हॉस्पिटल में ट्रॉमा सेंटर के इंचार्ज डॉ. अनुराग धाकड़ ने बताया कि दौसा के महवा से रेफर होकर 6 घायलों को यहां भर्ती किया गया था। इसमें से 1 दिलीप नाम के युवक को छुट्‌टी दे दी गई है। 5 अन्य को सर्जरी यूनिट में भर्ती रखा गया है। इसमें एक मरीज के सिर में थोड़ी ज्यादा चोट है, बाकी चार की स्थिति सामान्य है। इनका इलाज चल रहा है।

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