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प्रादेशिक

फोन पर झूठ बोलकर शख्स ने मंगाया सामान, घर की तलाशी लेने पर मिला इतने महीने का राशन

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प्रतीकात्मक फोटो

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नई दिल्ली। कोरोना वायरस से इस समय पूरे भारत में 21 दिनों का लॉकडाउन चल रहा है। इस दौरान देश के लोगों से घर पर रहने के लिए कहा गया है। लोगों को कोई परेशानी न हो इसके लिए  राज्य सरकारें घर-घर तक राशन पहुंचाने का काम कर रही हैं।

प्रशासन इस पर पैनी निगाह बनाए है ताकि कोई भी गरीब भूखा न रह जाए। इसके लिए हर जिले में कंट्रोल रूम भी बनाए गए हैं। साथ ही एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है ताकि इससे जरूरतमंदों की समस्याओं को दूर किया जा सके।

 

लेकिन कुछ ऐसे लोग भी हैं जो इन्हीं कंट्रोल रूम के नंबर पर फोन करके प्रशासन को या तो परेशान करने की नियत से फोन कर रहे हैं या वह जमाखोरी करना चाहते हैं।

ऐसा ही एक मामला अलीगढ़ में आया, जब कंट्रोल रूम को एक युवक ने फोन किया और उसने कहा कि उसके घर पर कुछ भी खाने-पीने को नहीं है। जानकारी पर अलीगढ़ के अपर सिटी मजिस्ट्रेट और पुलिस क्षेत्राधिकारी खाने का सामान लेकर जब उसके घर पहुंचे तो वहां पर काफी तादाद में लगभग (आधे महीने) का राशन  मिला।

उसके घर में गेहूं, सब्जी, दाल, चावल और आटा सब रखा हुआ था। लेकिन इसके बावजूद भी वह प्रशासन को फोन करके भुखमरी की बात कर रहा था। इस बात के लिए अधिकारियों ने उस युवक को चेतावनी दी तो उसने अपने किए पर माफी मांगी।

प्रशासन ने भी उसको चेतावनी देकर छोड़ दिया. इस दौरान किसी ने वीडियो भी रिकॉर्ड कर लिया और वायरल कर दिया। जब पूरे मामले पर अलीगढ़ के अपर सिटी मजिस्ट्रेट रंजीत सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि कंट्रोल रूम में लोग फोन करके अपने घर पर राशन ना होने की जानकारी दे रहे हैं। जिसके बाद लोगों को  प्रशासन राशन उपलब्ध करा रहा है।

उन्होंने बताया कि ऐसा ही एक फोन रात को 11:00 बजे आया था। लोको कॉलोनी के रहने वाले युवक ने फोन कर इस बात की जानकारी दी कि उसके घर पर राशन नहीं है। वह भुखमरी की स्थिति में है।

सूचना पर अपर सिटी मजिस्ट्रेट रंजीत सिंह और सीओ सिविल लाइन राशन लेकर मौके पर पहुंचे और जब उसके घर को चेक किया गया तो वहां पर पर्याप्त मात्रा में राशन मिला। युवक को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है और उसने भविष्य में इस तरह की हरकत न करने की बात कही है। युवक ने माफी भी मांगी।

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राजस्थान के दौसा में सड़क किनारे सो रहे 11 लोगों को बेकाबू कार ने कुचला, तीन की मौत, 8 घायल

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दौसा। राजस्थान के दौसा में बड़ा सड़क हादसा हुआ है। यहाँ एक बेकाबू कार ने सड़क किनारे सो रहे 11 लोगों को कुचल दिया। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई है जबकि 8 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। मृतकों में एक बच्ची भी शामिल है। पुलिस ने बताया कि हादसे में दो घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि छह को आगे के इलाज के लिए जयपुर के एसएमएस अस्पताल में रेफर किया गया। कार को जब्त कर लिया गया है, हालांकि चालक फरार है। उसे पकड़ने की कोशिश की जा रही है।

हादसा गुरुवार की रात करीब 11.15 बजे हुआ है। सभी मृतक व घायल खानाबदोश परिवार के लोग थे, जो टीकाराम पालीवाल गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल के पास सड़क किनारे झुग्गी में रहते थे। हेड कॉन्स्टेबल बृजकिशोर ने बताया कि रात करीब 11.20 बजे घटना की सूचना पुलिस को मिली थी। फौरन पुलिस मौके पर पहुंची। जांच में सामने आया कि तेज रफ्तार कार के ड्राइवर ने तेज गति और लापरवाही से गाड़ी चलाते हुए सड़क किनारे सो रहे लोगों को कुचल दिया है। घटना की सूचना पर गुरुवार की देर रात महवा विधायक राजेंद्र मीणा हॉस्पिटल पहुंचे। उन्होंने डॉक्टरों से घायलों का हालचाल जाना और थाना इंचार्ज जितेंद्र सोलंकी को कार ड्राइवर के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए कहा।

जयपुर स्थित एसएमएस हॉस्पिटल में ट्रॉमा सेंटर के इंचार्ज डॉ. अनुराग धाकड़ ने बताया कि दौसा के महवा से रेफर होकर 6 घायलों को यहां भर्ती किया गया था। इसमें से 1 दिलीप नाम के युवक को छुट्‌टी दे दी गई है। 5 अन्य को सर्जरी यूनिट में भर्ती रखा गया है। इसमें एक मरीज के सिर में थोड़ी ज्यादा चोट है, बाकी चार की स्थिति सामान्य है। इनका इलाज चल रहा है।

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