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केरल में पेट्रोल, डीजल इतना………. सस्ता, मुख्यमंत्री का एक बड़ा कदम

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जनता को कुछ राहत देने के लिए केरल सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया। यह कदम भाजपा राज्यों और केंद्र सरकार के लिए एक चुनौती बन जाएगा। केरल सरकार ने अपने राजस्व में कमी कर जनता के हितों का ध्यान रखा है। केरल सरकार के इस फैसले से राज्य सरकार के राजस्व में करीब 509 करोड़ रुपए का घाटा होगा।

केरल सरकार के फैसले से लगातार बढ़ रहीं पेट्रो कीमतों से परेशान जनता को कुछ राहत मिलेगी। साप्ताहिक कैबिनेट बैठक के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने कहा, “राज्य सरकार ने पेट्रो पदार्थों पर अपने कर के हिस्से से एक रुपए कम करने का फैसला किया है, परिणामस्वरूप, सरकार को 509 करोड़ रुपए के वार्षिक राजस्व का नुकसान होगा।”

उन्होंने कहा, “हम केंद्र सरकार को संदेश देना चाहते हैं कि पिछली कई तिमाहियों से अनुरोधों के बावजूद वे ऐसा कुछ नहीं कर रहे हैं, जिससे जनता को राहत मिले।” उन्होंने आगे कहा, “पेट्रो पदार्थों की कीमत बढ़ रही है, जबकि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इनकी कीमतें कम हो रही है। हमने ऐसा किया, क्योंकि हम अपनी मंशा जताना चाहते थे।”

पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने बुधवार को कहा कि तेल की कीमतों का निर्धारण तेल कंपनियां करती हैं और उसमें सरकार की कोई भूमिका नहीं होती है। पेट्रोलियम मंत्री ने बुधवार को पेट्रोल और डीजल के दाम में एक पैसे की कमी को लेकर विपक्ष के ताने पर सफाई देते हुए यह स्पष्टीकरण दिया।

हालांकि प्रधान ने कहा कि तेल अंतर्राष्ट्रीय कमोडिटी है और इसकी कीमतें विभिन्न घटकों से तय होती हैं, जिनमें तेल के उत्पादन का परिमाण, अंतर्राष्ट्रीय बाजार और राजनीति, तेल कंपनियां और केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा लगाए गए कर शामिल हैं।

केरल की ओर से शुक्रवार से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में एक रुपया प्रति लीटर की कटौती करने के लिए इनपर लगाए जाने वाले कर का त्याग करने के मसले पर प्रधान ने कहा कि केरल सबसे ज्यादा कर संग्रहकर्ता राज्यों में शुमार है। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों को तेल की कीमतों में कटौती करनी चाहिए मगर हर राज्य की अपनी सीमाएं व प्राथमिकताएं हैं।

इंडियन ऑयल कार्पोरेशन (आईओसी) के वेबसाइट के अनुसार केरल में अभी पेट्रोल 82.61 रुपए और डीजल 75.19 रुपए प्रति लीटर की दर से बेचा जा रहा हैं। केरल सरकार अभी पेट्रोल पर करीब 32.02 फीसद (19.50 रुपए) और 25.58 फीसद (15.51 रुपए) डीजल पर कर लगाती है। साथ ही यहां पेट्रोल और डीजल पर 1 फीसदी सेस भी अलग से लगा है।

केरल देश के उन चुनिंदा राज्यों में शामिल है जहां तेल पर टैक्स की दरें सबसे अधिक है। पिछले वित्त वर्ष (2017-18) में केरल सरकार को पेट्रोल-डीजल पर टैक्स से 7795 करोड़ रुपए का राजस्व मिला था। (इनपुट आईएएनएस)

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राजस्थान के दौसा में सड़क किनारे सो रहे 11 लोगों को बेकाबू कार ने कुचला, तीन की मौत, 8 घायल

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दौसा। राजस्थान के दौसा में बड़ा सड़क हादसा हुआ है। यहाँ एक बेकाबू कार ने सड़क किनारे सो रहे 11 लोगों को कुचल दिया। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई है जबकि 8 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। मृतकों में एक बच्ची भी शामिल है। पुलिस ने बताया कि हादसे में दो घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि छह को आगे के इलाज के लिए जयपुर के एसएमएस अस्पताल में रेफर किया गया। कार को जब्त कर लिया गया है, हालांकि चालक फरार है। उसे पकड़ने की कोशिश की जा रही है।

हादसा गुरुवार की रात करीब 11.15 बजे हुआ है। सभी मृतक व घायल खानाबदोश परिवार के लोग थे, जो टीकाराम पालीवाल गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल के पास सड़क किनारे झुग्गी में रहते थे। हेड कॉन्स्टेबल बृजकिशोर ने बताया कि रात करीब 11.20 बजे घटना की सूचना पुलिस को मिली थी। फौरन पुलिस मौके पर पहुंची। जांच में सामने आया कि तेज रफ्तार कार के ड्राइवर ने तेज गति और लापरवाही से गाड़ी चलाते हुए सड़क किनारे सो रहे लोगों को कुचल दिया है। घटना की सूचना पर गुरुवार की देर रात महवा विधायक राजेंद्र मीणा हॉस्पिटल पहुंचे। उन्होंने डॉक्टरों से घायलों का हालचाल जाना और थाना इंचार्ज जितेंद्र सोलंकी को कार ड्राइवर के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए कहा।

जयपुर स्थित एसएमएस हॉस्पिटल में ट्रॉमा सेंटर के इंचार्ज डॉ. अनुराग धाकड़ ने बताया कि दौसा के महवा से रेफर होकर 6 घायलों को यहां भर्ती किया गया था। इसमें से 1 दिलीप नाम के युवक को छुट्‌टी दे दी गई है। 5 अन्य को सर्जरी यूनिट में भर्ती रखा गया है। इसमें एक मरीज के सिर में थोड़ी ज्यादा चोट है, बाकी चार की स्थिति सामान्य है। इनका इलाज चल रहा है।

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