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नेशनल

प्रशांत और योगेंद्र को आप से बाहर करने की मांग

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नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी (पीएसी) से निकाले गए प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव को अब पार्टी से भी बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी शुरू हो गई है। ‘आप’ के 60 विधायकों ने पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल को चिट्ठी लिखकर इन दोनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। दोनों को पार्टी से निकालने के प्रस्ताव पर 28 मार्च से शुरू होने वाली राष्ट्रीय परिषद में चर्चा हो सकती है।

आम आदमी पार्टी के सूत्रों ने बताया कि अगर योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण पीएसी से निकाले जाने के फैसले का सम्मान नहीं करते है तो पार्टी के पास उन्हें बाहर निकालने का प्रस्ताव आगे बढ़ाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा। दिल्ली से आम आदमी पार्टी के 60 विधायकों ने एक चिट्ठी में हस्ताक्षर कर उसे केजरीवाल के पास भेजा है। इस चिट्ठी में दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान इन दोनों नेताओं द्वारा अपनाए गए रवैये की आलोचना की गई है। इसके साथ ही केजरीवाल से मांग की गई है कि इन दोनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। केजरीवाल समर्थक गुट साफ जता चुका है कि भूषण और यादव को पार्टी से बाहर निकालना ही आखिरी विकल्प बचा है। आप की दिल्ली इकाई के प्रमुख नेताओं का आरोप है कि दोनों नेताओं ने दिल्ली चुनाव के दौरान सक्रिय रूप से पार्टी के हितों के खिलाफ काम किया और पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल को पद से हटाने की साजिश रची। अब पार्टी के विधायकों ने भी यही आरोप दोहराए हैं।

आप के एक नेता ने बताया कि नेशनल एग्जिक्युटिव ने जो फैसला लिया है, वह लोकतांत्रिक है। इन दोनों नेताओं को नेशनल एग्जिक्युटिव के फैसले का सम्मान करना चाहिए। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं या राष्ट्रीय परिषद के जरिए इस फैसले को पलटने की कोशिश की करते हैं तो हम चुप नहीं बैठेंगे। इन्हें पार्टी से हटाए जाने के प्रस्ताव को आगे बढ़ाया जा सकता है।’

नेशनल

पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

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कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

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