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एयरपोर्ट पर शाहरुख को लिया हिरासत में, बाद में मांगी माफ़ी

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बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान, अमेरिकी एयरपोर्ट, बदसलूकी का मामला, लॉस एंजिलिस एयरपोर्ट

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बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान, अमेरिकी एयरपोर्ट, बदसलूकी का मामला, लॉस एंजिलिस एयरपोर्ट

shahrukh khan angry

नई दिल्ली। बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान से अमेरिकी एयरपोर्ट पर एक बार फिर बदसलूकी का मामला सामने आया है अमेरिका के लॉस एंजिलिस (Los Angeles) एयरपोर्ट पर आव्रजन अधिकारियों ने शाहरूख को हिरासत में ले लिया था। हालांकि बाद में उन्‍हें छोड़ दिया गया और इसके लिए अधिकारियों ने माफी भी मांगी।

शाहरुख ने ट्वीट के जरिए खुद इस घटना की जानकारी दी है कि उन्हें एयरपोर्ट पर एक बार फिर हिरासत में ले लिया था। शाहरुख खान को किसी अमेरिकी एयरपोर्ट पर हिरासत में लेने का ये पिछले 7 सालों में तीसरा मामला है। ख़बरों के मुताबिक अमेरिका ने एक बार फिर शाहरुख के साथ हुए व्यवहार के लिए माफ़ी मांगी है।

शाहरुख इस बात से काफी नाराज़ भी दिखाई दिए और उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ‘मैं समझता हूं कि सुरक्षा कितनी ज़रूरी है जब कि दुनिया हर दिन ऐसी होती जा रही हो, लेकिन हर बार जिस तरह अमेरिकी आव्रजन विभाग हमें हिरासत में ले लेता है वो शर्मनाक है।’ हालांकि बाद में शाहरुख़ ने अपने मजाकिया अंदाज में एक और ट्वीट किया कि ‘अच्छी बात ये है कि मुझे इस हिरासत के दौरान कई पॉकेमॉन पकड़ने की फुरसत मिल गई।’ खबर है कि लॉस एंजिलिस एयरपोर्ट पर रोके गए भारतीय अभिनेता को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया।

शाहरुख पहले भी हुए हैं शिकार

गौरतलब है कि ये कोई पहला मौका नहीं है जब शाहरुख को अमेरिका के किसी एयरपोर्ट पर इस तरह हिरासत में लिया गया हो। गौरतलब है कि इससे पहले अप्रैल 2012 में भी शाहरुख को न्यूयॉर्क एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन वालों ने हिरासत में लिया था। शाहरुख येल यूनिवर्सिटी के प्रोग्राम में स्पीच देने जा रहे थे। बाद में अमेरिका के फॉरेन ऑफिस ने इसके लिए माफी भी मांगी। 2012 की घटना पर बाद में शाहरुख ने कहा था कि उन्हें किसी तरह की चेकिंग से परेशानी नहीं है। लेकिन एयरपोर्ट पर घंटों इंतजार करना और वो भी बिना किसी वजह के, ये परेशान करता है। साल 2009 में भी शाहरुख को न्यूजर्सी स्थित नेवार्क लिबर्टी अंतरराष्ट्रीय हवाईअडडे पर हिरासत में लिया गया था। ऐसा इसलिए किया गया था क्योंकि उनका नाम कंप्यूटर की अलर्ट लिस्ट में आ रहा था।

आमिर और जॉन अब्राहम भी हुए शिकार

2002 में शिकागो एयरपोर्ट पर आमिर खान को रोककर पूछताछ की गई थी। इरफान खान भी दो बार अमेरिकी एयरपोर्ट पर रोके जा चुके हैं। इसके अलावा नील नितिन मुकेश को उनकी मूवी ‘न्यूयॉर्क’ की शूटिंग के वक्त एक एयरपोर्ट पर इसलिए रोक लिया गया था क्योंकि इमिग्रेशन अफसरों को उनका गोरा रंग देखकर उनके भारतीय होने का यकीन नहीं हुआ। जॉन अब्राहम एक बार इसलिए रोक लिए गए क्योंकि उनके पासपोर्ट पर लिखा था कि वे अफगानिस्तान जा चुके हैं।

अब्दुल कलाम की भी ली गई थी तलाशी

बता दें कि सिर्फ बॉयलीवुड सेलिब्रिटी नहीं बल्कि कई और महत्वपूर्ण व्यक्तियों को इस तरह की चेकिंग से गुजरना पड़ा है। न्यूयॉर्क के जॉन एफ कैनेडी एयरपोर्ट पर पूर्व प्रेसिडेंट एपीजे अब्दुल कलाम की भी तलाशी ली गई थी। इस घटना के बाद भारत सरकार ने इस पर सख्त एतराज जताया था। कलाम के आलावा पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडीज की 2002 और 2003 में डूल्स इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कपड़े उतरवाकर तलाशी ली गई। साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल, अमेरिका में भारत की राजदूत मीरा शंकर, यूनाइटेड नेशंस में भारत के रिप्रेजेंटेटिव रहे हरदीप पुरी भी इसी तरह रोके जा चुके हैं।

नेशनल

पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

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कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

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