Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

रियो ओलम्पिक (हॉकी) : मौजूदा चैम्पियन जर्मनी से आज भिड़ेगा भारत

Published

on

हॉकी

Loading

रियो ओलम्पिकरियो डी जेनेरियो| भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने विजयी बिगुल बजाते हुए रियो ओलम्पिक में शानदार शुरुआत की है और अब टीम अपने दूसरे मुकाबले के लिए पूरी तरह से तैयार है। पुरुष हॉकी स्पर्धा में भारतीय टीम का दूसरा मुकाबला सोमवार को भारतीय समयानुसार शाम 7.30 बजे मौजूदा ओलम्पिक विजेता टीम जर्मनी से होगा।

इस साल एफआईएच चैम्पियंस ट्रॉफी में रजत पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम का टूर्नामेंट में जर्मनी से हुआ मुकाबला 3-3 से ड्रॉ रहा था।

पी. आर. श्रीजेश की कप्तानी वाली टीम हालांकि चैम्पियंस ट्रॉफी में हुए मुकाबले में तीसरे क्वार्टर तक जर्मनी से 3-1 से आगे थी, लेकिन अंतिम क्र्वाटर में हुई कुछ गलतियों के कारण यह मुकाबला ड्रॉ हो गया।

भारत का यह प्रदर्शन काफी बेहतरीन था। हालांकि, इस टूर्नामेंट में जर्मनी की टीम अपने मुख्य खिलाड़ियों के साथ नहीं खेल रही थी।

भारतीय टीम के लिए यह बेहद जरूरी है कि वह जर्मनी के खिलाफ चैम्पियंस ट्रॉफी में हुए मुकाबले के चौथे क्वार्टर में की गई गलतियों को न दोहराए। रियो ओलम्पिक में सोमवार को होने वाले मुकाबले में श्रीजेश की टीम को दोगुनी तैयारियों के साथ उतरना होगा।

एथेंस में 2004 में हुए ओलम्पिक खेलों के बाद से भारतीय टीम की यह पहली अच्छी शुरुआत है। भारतीय टीम के मुख्य कोच रोलैंट ओल्टमैंस ने शनिवार को आयरलैंड के खिलाफ मिली जीत के बाद कहा, “हमें अपने 100 प्रतिशत प्रदर्शन से भी अधिक करना होगा।”

मुख्य कोच ने इसके साथ ही टीम को शनिवार को आयरलैंड के खिलाफ हुए मुकाबले की वीडियो देखने और इसके सीखने के लिए भी कहा था, ताकि जर्मनी के खिलाफ टीम की तैयारी सुनिश्चित हो सके।

जर्मनी ने रियो ओलम्पिक में शनिवार को अपने पहले मुकाबले में कनाडा को 6-2 से मात दी है। रोलैंट ने कहा कि वह इस बात से काफी खुश हैं कि खिलाड़ियों ने उनकी योजना को अपने खेल में लागू किया। हालांकि, उनका कहना है कि मौजूदा ओलम्पिक विजेता के खिलाफ मुकाबला काफी अलग होगा और इसके लिए एक अलग योजना होगी।

हाल ही में छह देशों के टूर्नामेंट में भारतीय टीम की योजना जर्मनी के खिलाफ सफल नहीं रही थी, जिसमें टीम को प्रतिद्वंद्वी टीम जर्मनी के खिलाफ 0-4 से हार का सामना करना पड़ा था।

भारत को 1996 अटलांटा ओलम्पिक खेलों में जर्मनी के खिलाफ जीत मिली थी। इसमें टीम के खिलाफ हुए पहले मुकाबले में भारत ने 3-0 से जीत दर्ज की थी।

सिडनी और एथेंस में हुए ओलम्पिक खेलों में भारत को जर्मनी के खिलाफ मुकाबले का अवसर नहीं मिला, क्योंकि दोनों टीमें अलग-अलग समूह में थीं। वहीं, 2012 लंदन ओलम्पिक में जर्मनी ने भारत को 5-2 से मात दी थी।

जर्मनी की टीम में ऐसे भी खिलाड़ी शामिल हैं, जो पांच बार ओलम्पिक स्वर्ण पदक हासिल कर चुके हैं। इसमें मिडफील्डर से डिफेंडर बने मोर्टिज फुस्र्ते उन खिलाड़ियों में से एक हैं। इसके अलावा 22 वर्षीय क्रिस्टोफर रुहर और स्ट्राइकर फ्लोरियान फुक्स भी शामिल हैं, जो वर्तमान में विश्व रैंकिंग में तीसरे स्थान पर हैं।

जर्मनी के खिलाफ मुकाबला भारत के लिए काफी मुश्किल साबित हो सकता है, लेकिन श्रीजेश की कप्तानी वाली टीम इसके लिए पूरी तरह से तैयार है।

नेशनल

जेपी नड्डा का ममता पर हमला, कहा- संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा

Published

on

Loading

नई दिल्‍ली। भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी पर तगड़ा हमला बोला है। उन्‍होंने कहा कि ममता दीदी ने बंगाल को क्‍या बना दिया है। जेपी नड्डा ने कहा कि संदेशखाली, ममता बनर्जी की निर्ममता और बर्बरता का संदेश चीख-चीख कर दे रहा है। ममता दीदी ने बंगाल को क्या बना दिया है? जहां रवींद्र संगीत गूंजना चाहिए था, वहां बम-पिस्तौल मिल रहे हैं।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। इसी से समझ सकते हैं कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार ने किस तरह अराजकता फैला रखी है। मैं बंगाल के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं और जनता से अपील करता हूं कि आप सभी संदेशखाली पर ममता बनर्जी से जवाब मांगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने संदेशखाली की पीड़िता को पार्टी का टिकट देकर भाजपा महिला सशक्तिकरण के संदेश को मजबूती दी है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने ममता बनर्जी को जवाब दिया है कि ये महिलाएं अकेली नहीं है उनके साथ पूरा समाज, पूरा देश खड़ा है। संदेशखाली में महिलाओं की इज्जत-आबरू और उनकी जमीनें बचाने के लिए वहां गई जांच एजेंसियों के अधिकारियों पर भी घातक हमला किया गया।

जेपी नड्डा ने आगे कहा, “मैं आज समाचार पढ़ रहा था कि संदेशखाली में तलाशी के दौरान सीबीआई ने तीन विदेशी रिवॉल्वर, पुलिस द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक रिवॉल्वर, बंदूकें, कई गोलियां और कारतूस बरामद किए हैं।” इसी से समझा जा सकता है कि ममता सरकार ने राज्य में किस तरह अराजकता फैला रखी है। उन्होंने पूछा कि क्या ममता बनर्जी जनता को डराकर, उनकी जान लेकर चुनाव जीतेंगी। क्या नेताजी सुभाष चंद्र बोस, रवीन्द्रनाथ टैगोर, स्वामी विवेकानंद और महर्षि अरबिंदो जैसे मनीषियों ने ऐसे बंगाल की कल्पना की थी।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। ममता दीदी, यदि आपको ऐसा लगता है कि आप ऐसा करके चुनाव जीत जाएंगी तो ये आपकी भूल है। जनता आपको इसका करारा जवाब देगी। उन्होंने कहा कि हमने देखा कि ममता सरकार में तृणमूल कांग्रेस के शाहजहां शेख जैसे असामाजिक तत्व संदेशखाली में महिलाओं के अस्तित्व पर खतरा बने हुए हैं। महिलाओं के साथ जिस तरह का सलूक हो रहा है वह सच में बहुत ही संवेदनशील और कष्टदायी है।

Continue Reading

Trending