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अन्तर्राष्ट्रीय

हवाईअड्डे पर अब रोबोट दिखाएंगे रास्ता

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लंदन। इस सप्ताह यदि आप एम्सटर्डम जाने की योजना बना रहे हैं, तो शिफोल हवाईअड्डे पर रोबोट आपको रास्ता दिखाते नजर आ सकता है।

‘स्पेन्सर’ नामक परियोजना के हिस्से के रूप में इस रोबोट का निर्माण हुआ है, जो यूरोपियन आयोग द्वारा वित्तपोषित है। यह पांच अलग-अलग देशों के शोधकर्ताओं और उद्योग जगत की कंपनियों के बीच सहयोग के तहत शुरू की गई है। इस परियोजना के तहत 30 नवंबर से अगले सात दिनों तक रोबोट हवाई अड्डे पर लोगों को रास्ता दिखाएंगे।

इसके बाद अब स्वीडन की ए-रेब्रो यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता रोबोट द्वारा अपने आसपास का खाका तैयार कराने में सक्षम होंगे। ए-रेब्रो यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अचिम लिलियंथल के अनुसार, “एयरपोर्ट पर सही स्थान तक पहुंचना काफी चुनौतीपूर्ण होता है, क्योंकि यहां हर तरफ सामानों की बड़ी-बड़ी ट्रॉलियां, अस्थाई गतिरोध और लोगों की कतारें होती हैं। इस एक हफ्ते के दौरान हम शिफोल हवाई अड्डे की भीड़भाड़ के बीच रोबोट का परीक्षण करेंगे।”

इस परियोजना का असल परीक्षण मार्च महीने में किया जाएगा, जब यूरोपियन कमीशन के प्रतिनिधि अन्य प्रमुख मेहमानों के साथ इस खास परीक्षण में शामिल होंगे। इस दौरान रोबोट यात्रियों का मार्गदर्शन कराएंगे। रोबोट द्वारा मानव व्यवहार को समझना और उनके अनुसार कार्य करने की क्षमता का आकलन भी इस परियोजना के उद्देश्यों में शामिल है। यह रोबोट परियोजना शोधकर्ताओं द्वारा संचालित की जा रही है, लेकिन इसकी पहल डच एयरलाइन ‘केएलएम’ ने की थी।

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अन्तर्राष्ट्रीय

इब्राहिम रईसी के निधन पर शोक पीएम मोदी ने जताया शोक, कहा- दुःख की इस घड़ी में भारत ईरान के साथ खड़ा है

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के निधन पर शोक जताया है। इब्राहिम रईसी की रविवार को को एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी। पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा, इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति डॉ. सैयद इब्राहिम रायसी के निधन से मुझे गहरा दुख और सदमा लगा है। भारत-ईरान द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उनके परिवार और ईरान के लोगों के प्रति मेरी संवेदना है। दुख की इस घड़ी में भारत ईरान के साथ खड़ा है।

बता दें कि अजरबैजान के घने और पहाड़ी इलाके में रविवार को राष्ट्रपति का विमान क्रैश हो गया था। इसके बाद ईरान की सेना ने हेलीकॉप्टर की तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, जिसमें विमान का मलबा मिल गया। हालांकि, दुर्घटनास्थल पर जीवन के कोई संकेत नहीं मिले हैं। रॉयटर्स की रिपोर्ट्स के मुताबिक, हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बाद राष्ट्रपति रईसी के जीवित होने की उम्मीदें न के बराबर हैं।

बता दें कि अजरबैजान के जंगल में खराब मौसम की वजह से इब्राहिम रईसी के विमान की आपात लैंडिंग कराई गई थी, जिससे हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद ईरान की जांच एजेंसियों को विमान का मलबा मिला। इसके बाद ईरानी मीडिया ने हेलीकॉप्टर हादसे में राष्ट्रपति और विदेश मंत्री की मौत की पुष्टि की। ईरानी रेड क्रिसेंट प्रमुख ने बताया कि बचाव टीमें दुर्घटनास्थल पर पहुंच चुकी हैं। इस हादसे में विमान का पूरा केबिन जलकर राख हो गया, जिसमें किसी के जिंदा होने के निशान नहीं मिले हैं। इस बीच ईरानी न्यूज एजेंसी ने बताया कि हादसे में किसी के बचने की कोई उम्मीद नहीं है, क्योंकि राष्ट्रपति का चॉपर पूरी तरह से तबाह हो गया।

ईरान के प्रेस टीवी के अनुसार, रेस्क्यू दल ने ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के हेलीकॉप्टर का पता लगा लिया है। दुर्घटनास्थल पर किसी भी जीवित व्यक्ति का कोई सुराग नहीं मिला है। आपको बता दें कि राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी पूर्वी अजरबैजान के दौरे गए थे। वे अपने विमान से राजधानी तेहरान लौट रहे थे, तभी उत्तर-पश्चिम में अजरबैजान देश की सीमा से सटे जुल्फा शहर के पास हादसा हो गया। उनके साथ हेलीकॉप्टर में विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन, पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर और अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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