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हरारे एकदिवसीय : जिम्बाब्वे की सूपड़ा साफ करने उतरेगा भारत

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हरारे| भारत और जिम्बाब्वे की क्रिकेट टीमों के बीच जारी तीन मैचों की एकदिवसीय सीरीज का तीसरा और अंतिम मुकाबला मंगलवार को हरारे स्पोर्ट्स क्लब मैदान पर खेला जाएगा। अजिंक्य रहाणे की अगुवाई में युवा खिलाड़ियों से सजी भारत टीम का मकसद जीत की हैट्रिक के साथ जिम्बाब्वे का सूपड़ा साफ करना रहेगा।

मेजबान जिम्बाब्वे शुरुआती दो मैच हारकर श्रृंखला पहले ही गंवा चुका है। इस लिहाज से मंगलवार को होने वाले मैच के परिणाम का श्रृंखला के नतीजे पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।

जिम्बाब्वे भले दोनों मैच हार चुका है, लेकिन बीते शुक्रवार को हुए सीरीज के पहले मैच में उन्होंने भारत के पसीने छुड़ा दिए थे।

पहले दमदार गेंदबाजी के बल पर जिम्बाब्वे ने भारतीय पारी छह विकेट पर 255 रन पर समेट दी और उसके बाद एल्टन चिगुंबरा (नाबाद 104) ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए अपनी टीम को जीत के काफी नजदीक तक पहुंचा दिया था।

चिगुंबरा हालांकि अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके और मैच आखिरी गेंद तक रोमांचक बना रहा।

दूसरे मैच में हालांकि भारत ने बेहतर वापसी की और 271 रनों का चुनौतीपूर्ण स्कोर हासिल किया। इसके बाद भुवनेश्वर कुमार की अगुवाई में भारतीय गेंदबाजों ने कसी हुई गेंदबाजी करते हुए भारत को 62 रनों से जीत दिला दी।

भुवनेश्वर ने 33 रन देकर चार अहम विकेट चटकाए।

रहाणे का नेतृत्व अब तक बेहतरीन रहा है। वह धैर्यपूर्वक टीम का नेतृत्व करते नजर आए और गेंदबाजी में सही समय पर सही बदलाव किए। बल्ले से भी रहाणे ने पहले मैच में 34 और दूसरे मैच में 63 रनों का अहम योगदान दिया।

मंगलवार के मैच में हालांकि पिछले दोनों मैचों में अहम पारियां खेलने वाले अंबाती रायडू का न रहना जरूर रहाणे के लिए चिंता का सबब होगा।

रायडू चोट के कारण जिम्बाब्वे दौरे पर अब कोई मैच नहीं खेल पाएंगे तथा उनकी जगह संजू सैमसन को बुलाया गया है।

भारतीय गेंदबाजी को लेकर चिंता जरूर जताई जा रही थी, लेकिन भुवनेश्वर, हरभजन सिंह, स्टुअर्ट बिन्नी और अक्षर पटेल ने अब तक अपनी उपयोगिता साबित की है।

जिम्बाब्वे के लिए मंगलवार का मैच अब सम्मान बचाने वाला होगा और जीत हासिल करने के लिए वे कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे। ऐसे में भारतीय टीम के लिए लापरवाही कभी भी भारी पड़ सकती है।

रहाणे टीम पर अपनी लय बरकरार रखते हुए तीसरे मैच में जीत हासिल कर भारत को विश्व रैंकिंग में दूसरे स्थान पर बनाए रखने की जिम्मेदारी भी होगी।

टीमें (संभावित) :

भारत : अजिंक्य रहाणे (कप्तान), रोबिन उथप्पा (विकेटकीपर), मुरली विजय, मनोज तिवारी, अंबाती रायडू, मनीष पांडेय, केदार जाधव, स्टुअर्ट बिन्नी, अक्षर पटेल, हरभजन सिंह, भुवनेश्वर कुमार, धवल कुलकर्णी, मोहित शर्मा, संदीप शर्मा।

जिम्बाब्वे : एल्टन चिगुम्बुरा (कप्तान), सिकंदर रजा बट्ट, रेगिस चाकाब्वा, चामुनोर्वा चिबाबा, ग्रीम क्रेमर, नेविले माद्जीवा, हैमिल्टन मासाकाद्जा, रिचमंड मुतुमबानी, तिनाशे पायांगारा, वुसिमुजी सिबांदा, डोनाल्ड तिरिपोनी, प्रॉस्पर उत्सेया, ब्रायन विटोरी, मैल्कम वॉलर और सीन विलियम्स।

 

नेशनल

जेपी नड्डा का ममता पर हमला, कहा- संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा

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नई दिल्‍ली। भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी पर तगड़ा हमला बोला है। उन्‍होंने कहा कि ममता दीदी ने बंगाल को क्‍या बना दिया है। जेपी नड्डा ने कहा कि संदेशखाली, ममता बनर्जी की निर्ममता और बर्बरता का संदेश चीख-चीख कर दे रहा है। ममता दीदी ने बंगाल को क्या बना दिया है? जहां रवींद्र संगीत गूंजना चाहिए था, वहां बम-पिस्तौल मिल रहे हैं।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। इसी से समझ सकते हैं कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार ने किस तरह अराजकता फैला रखी है। मैं बंगाल के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं और जनता से अपील करता हूं कि आप सभी संदेशखाली पर ममता बनर्जी से जवाब मांगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने संदेशखाली की पीड़िता को पार्टी का टिकट देकर भाजपा महिला सशक्तिकरण के संदेश को मजबूती दी है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने ममता बनर्जी को जवाब दिया है कि ये महिलाएं अकेली नहीं है उनके साथ पूरा समाज, पूरा देश खड़ा है। संदेशखाली में महिलाओं की इज्जत-आबरू और उनकी जमीनें बचाने के लिए वहां गई जांच एजेंसियों के अधिकारियों पर भी घातक हमला किया गया।

जेपी नड्डा ने आगे कहा, “मैं आज समाचार पढ़ रहा था कि संदेशखाली में तलाशी के दौरान सीबीआई ने तीन विदेशी रिवॉल्वर, पुलिस द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक रिवॉल्वर, बंदूकें, कई गोलियां और कारतूस बरामद किए हैं।” इसी से समझा जा सकता है कि ममता सरकार ने राज्य में किस तरह अराजकता फैला रखी है। उन्होंने पूछा कि क्या ममता बनर्जी जनता को डराकर, उनकी जान लेकर चुनाव जीतेंगी। क्या नेताजी सुभाष चंद्र बोस, रवीन्द्रनाथ टैगोर, स्वामी विवेकानंद और महर्षि अरबिंदो जैसे मनीषियों ने ऐसे बंगाल की कल्पना की थी।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। ममता दीदी, यदि आपको ऐसा लगता है कि आप ऐसा करके चुनाव जीत जाएंगी तो ये आपकी भूल है। जनता आपको इसका करारा जवाब देगी। उन्होंने कहा कि हमने देखा कि ममता सरकार में तृणमूल कांग्रेस के शाहजहां शेख जैसे असामाजिक तत्व संदेशखाली में महिलाओं के अस्तित्व पर खतरा बने हुए हैं। महिलाओं के साथ जिस तरह का सलूक हो रहा है वह सच में बहुत ही संवेदनशील और कष्टदायी है।

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