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बिजनेस

सेंसेक्स, निफ्टी में 2 फीसदी से अधिक तेजी

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मुंबई| देश के शेयर बाजारों में पिछले सप्ताह प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में दो फीसदी से अधिक तेजी दर्ज की गई। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सप्ताह 2.19 फीसदी या 619.24 अंकों की तेजी के साथ शुक्रवार को 28,879.38 पर बंद हुआ।

इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 2.26 फीसदी या 194.1 अंकों की तेजी के साथ 8,780.35 पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के 30 शेयरों में से पिछले सप्ताह 23 में तेजी रही, जिसमें प्रमुख रहे रिलायंस इंडस्ट्रीज (8.28 फीसदी), डॉ. रेड्डीज लैब (7.76 फीसदी), कोल इंडिया (6.95 फीसदी), महिंद्रा एंड महिंद्रा (6.80 फीसदी) और सेसा स्टरलाईट (6.10 फीसदी)।

सेंसेक्स में सात शेयरों में गिरावट रही, जिनमें प्रमुख रहे एचडीएफसी (3.26 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (2.69 फीसदी), विप्रो (2.16 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (1.44 फीसदी) और सिप्ला (1.32 फीसदी)।

गत सप्ताह मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी तीन से छह फीसदी तेजी रही। मिडकैप 3.19 फीसदी या 342.6 अंकों की तेजी के साथ 11,093.02 पर और स्मॉलकैप 6.28 फीसदी या 699.61 अंकों की तेजी के साथ 11,846.33 पर बंद हुआ।

अमेरिका में बेरोजगारी दर में धीमी गिरावट के कारण बाजार में गत सप्ताह तेजी रही। बेरोजगारी दर में धीमी गिरावट का आशय निवेशकों ने यह निकाला कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दर बढ़ाने में जल्दबाजी नहीं करेगा। ब्याज दर बढ़ाने जाने से डॉलर और अमेरिका अर्थव्यवस्था के मजबूत होने का अनुमान है और इससे भारत सहित तमाम उभरती अर्थव्यवस्था से एफपीआई बाहर निकलकर अमेरिका का रुख कर सकते हैं।

बहरहाल रोजगार के कमजोर आंकड़ों के कारण एफपीआई वापस लिवाली कर रहे हैं।

शुक्रवार तीन अप्रैल को अमेरिकी श्रम मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़े के मुताबिक अमेरिका में नौकरी करने वालों की संख्या मार्च में 1,26,000 बढ़ी यह फरवरी के मुकाबले लगभग आधी है और करीब एक साल में सबसे कम वृद्धि है।

इधर देश में गुरुवार को वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज इंवेस्टर सर्विसेज ने देश की अर्थव्यवस्था में कुछ और भरोसा दिखाते हुए इसके परिदृश्य को स्थिर से बढ़ाकर सकारात्मक कर दिया और कहा कि यदि अगले 12-18 वर्षो में और बेहतर संकेत मिलेंगे, तो देश की साख रेटिंग ग्रेड भी बढ़ाई जा सकती है।

बिजनेस

Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

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नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

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