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सांसद की गिरफ्तारी पर बिफरीं ममता, तृणमूल कार्यकर्ताओं का बीजेपी ऑफिस पर हमला

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Sudeep bandhopdhayकोलकाता। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुदीप बंदोपाध्याय को रोज वैली चिट फंड घोटाले में गिरफ्तार कर लिया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंदोपाध्याय की गिरफ्तारी को ‘बदले की राजनीति’ करार दिया और मोदी सरकार के ‘प्रतिशोधात्मक रवैये’ के खिलाफ राष्ट्रव्यापी आंदोलन की घोषणा की। वहीं, उनके समर्थकों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यालय पर हमला कर दिया, जिसमें 15 लोग घायल हो गए।

एजेंसी के एक अधिकारी ने कहा कि उन्हें सीबीआई ने समन जारी किया था, जिसके बाद एजेंसी के क्षेत्रीय कार्यालय में पूछताछ के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया। सीबीआई के सूत्रों के मुताबिक, घोटाले में कथित भूमिका को लेकर सांसद को पूछताछ के लिए यह तीसरा समन भेजा गया था।

दूसरी ओर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता ने इसके बदले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष अमित शाह की गिरफ्तारी की मांग की। उन्होंने कहा, “हम मोदी तथा अमित शाह की राजनीतिक बदले की भावना की घोर निंदा करते हैं। उन्होंने हमारे संसदीय दल के नेता सुदीप बंदोपाध्याय को गिरफ्तार कर लिया। वे एक दिग्गज राजनीतिज्ञ हैं और हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं।”

ममता ने कहा, “यह सब केवल नोटबंदी के खिलाफ हमारी लड़ाई को लेकर हो रहा है। हम जनता के साथ हैं और रहेंगे। जनता के साथ रहने से हमें कोई नहीं रोक सकता और नोटबंदी के खिलाफ हम अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे।” उन्होंने फेसबुक पोस्ट में कहा, “हम इसकी निंदा, निंदा और निंदा करते हैं।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी केंद्र सरकार के प्रतिशोधी रवैये के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन करेगी। उन्होंने कहा, “हम नौ जनवरी को कोलकाता स्थित भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के सामने विरोध-प्रदर्शनकरेंगे और 10 व 11 जनवरी को दिल्ली, असम, ओडिशा व त्रिपुरा सहित 10 विभिन्न राज्यों में धरना दिया जाएगा।”

ममता ने कहा, “मैं भी सरकार चलाती हूं और मेरे पास भी चोरों, गुंडों व लुटेरों को गिरफ्तार करने का अधिकार है। यह गिरफ्तारी प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के दबाव में की गई है।” उन्होंने कहा, “यह बदले की राजनीति है, क्योंकि नोटबंदी पर तृणमूल कांग्रेस केंद्र के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है।”

आरोपों को खारिज करते हुए भाजपा नेता पीयूष गोयल ने कहा कि किसी भी जांच प्रक्रिया में केंद्र सरकार दखलंदाजी नहीं करती। गोयल ने कहा, “हमने किसी भी जांच प्रक्रिया में कभी हस्तक्षेप नहीं किया।” नोटबंदी के खिलाफ विपक्ष के विरोध के बारे में पूछे जाने पर गोयल ने कहा, “यह विपक्ष की राजनीति है। भारत की जनता ने सरकार के इस कदम का समर्थन किया है।”

वहीं तृणमूल सांसद के गिरफ्तारी की खबर जैसे ही फैली, सैकड़ों तृणमूल कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए। भीड़ ने कोलकाता स्थित भाजपा कार्यालय पर पथराव किया और वहां खड़ी कीमती गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया। भाजपा ने कहा कि उसके 15 कार्यकर्ता घायल हुए हैं। कुछ लोगों के सिर पर गहरी चोट लगी है।

नेशनल

जेपी नड्डा का ममता पर हमला, कहा- संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा

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नई दिल्‍ली। भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी पर तगड़ा हमला बोला है। उन्‍होंने कहा कि ममता दीदी ने बंगाल को क्‍या बना दिया है। जेपी नड्डा ने कहा कि संदेशखाली, ममता बनर्जी की निर्ममता और बर्बरता का संदेश चीख-चीख कर दे रहा है। ममता दीदी ने बंगाल को क्या बना दिया है? जहां रवींद्र संगीत गूंजना चाहिए था, वहां बम-पिस्तौल मिल रहे हैं।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। इसी से समझ सकते हैं कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार ने किस तरह अराजकता फैला रखी है। मैं बंगाल के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं और जनता से अपील करता हूं कि आप सभी संदेशखाली पर ममता बनर्जी से जवाब मांगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने संदेशखाली की पीड़िता को पार्टी का टिकट देकर भाजपा महिला सशक्तिकरण के संदेश को मजबूती दी है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने ममता बनर्जी को जवाब दिया है कि ये महिलाएं अकेली नहीं है उनके साथ पूरा समाज, पूरा देश खड़ा है। संदेशखाली में महिलाओं की इज्जत-आबरू और उनकी जमीनें बचाने के लिए वहां गई जांच एजेंसियों के अधिकारियों पर भी घातक हमला किया गया।

जेपी नड्डा ने आगे कहा, “मैं आज समाचार पढ़ रहा था कि संदेशखाली में तलाशी के दौरान सीबीआई ने तीन विदेशी रिवॉल्वर, पुलिस द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक रिवॉल्वर, बंदूकें, कई गोलियां और कारतूस बरामद किए हैं।” इसी से समझा जा सकता है कि ममता सरकार ने राज्य में किस तरह अराजकता फैला रखी है। उन्होंने पूछा कि क्या ममता बनर्जी जनता को डराकर, उनकी जान लेकर चुनाव जीतेंगी। क्या नेताजी सुभाष चंद्र बोस, रवीन्द्रनाथ टैगोर, स्वामी विवेकानंद और महर्षि अरबिंदो जैसे मनीषियों ने ऐसे बंगाल की कल्पना की थी।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। ममता दीदी, यदि आपको ऐसा लगता है कि आप ऐसा करके चुनाव जीत जाएंगी तो ये आपकी भूल है। जनता आपको इसका करारा जवाब देगी। उन्होंने कहा कि हमने देखा कि ममता सरकार में तृणमूल कांग्रेस के शाहजहां शेख जैसे असामाजिक तत्व संदेशखाली में महिलाओं के अस्तित्व पर खतरा बने हुए हैं। महिलाओं के साथ जिस तरह का सलूक हो रहा है वह सच में बहुत ही संवेदनशील और कष्टदायी है।

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