Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

श्रम सुधार पर श्रमिक संघों से बातचीत जारी रहेगी : मोदी

Published

on

modi_labour-law

Loading

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को श्रमिकों को सम्मान देने पर जोर दिया और कहा कि श्रमिक संघों से परामर्श किए बिना श्रम कानून में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। मोदी ने 46वें भारतीय श्रम सम्मेलन में दो योजनाओं की घोषणा करते हुए कहा, “श्रमिक संघों के साथ विचार-विमर्श के बाद श्रम कानून में बदलाव किया जाएगा। हम श्रमिक संघों के साथ बातचीत जारी रखेंगे।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार श्रम सुधार कानून को सरल बनाना चाहती है, ताकि श्रमिकों लाभ हो और उनकी प्रतिभा को सम्मान मिले। उन्होंने कहा कि इसका अन्य उद्देश्य यह भी है कि गरीब से गरीब तबका भी अपने अधिकार को समझ सके। उन्होंने कहा कि सिर्फ कानून से इच्छित उद्देश्य पूरे नहीं हो सकते, बल्कि श्रमिक संघों, उद्योगपतियों तथा सरकार के संयुक्त प्रयास से ही वह परिणाम सामने आएगा, जिससे देश की अर्थव्यवस्था का हित जुड़ा है।

मोदी ने कहा कि हर किसी को यह भी समझने की जरूरत है कि श्रमिक तथा श्रम संघों के हितों में थोड़ा अंतर है, जैसा कि उद्योग तथा उद्योगपतियों के हितों में और सरकार और देश के हितों में अंतर होता है। प्रधानमंत्री ने सोमवार को राष्ट्रीय रोजगार सेवा पोर्टल तथा सुधारयुक्त बीमा योजना की घोषणा की। उन्होंने कहा कि 4.47 करोड़ कर्मचारियों को पोर्टेबल भविष्य निधि (पीपीएफ) से जोड़ा जा चुका है। इससे पहले, केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने प्रबंधन तथा कर्मचारियों को साथ मिलकर काम करने का सुझाव दिया और कहा कि सुस्त उद्योग निवेश का लाभ नहीं ले सकता, सिर्फ सक्षम अर्थव्यवस्था और विकास से श्रमिक हितों की रक्षा हो सकती है।

जेटली ने कहा, “उच्च विकास दर हमेशा कामगारों और श्रमिक हित की हिफाजत करेगा। अगर निवेश का प्रवाह रुकता है, तो आर्थिक गतिविधि रुक जाएगी, नौकरियों को खतरा पैदा हो जाएगा।” जेटली ने कहा कि सरकार एक उत्कृष्ट सामाजिक सुरक्षा प्रणाली तैयार करने की दिशा में कड़ी मेहनत कर रही है। इसके एक दिन पहले ही जेटली और मोदी ने श्रमिक नेताओं से मुलाकात की थी। जेटली ने कहा कि निवेश को बढ़ावा देना ही काफी नहीं है, बल्कि विकास के लिए वास्तविक मुद्रा का प्रवाह जरूरी है। उन्होंने कहा, “सुस्त अर्थव्यवस्था से रोजगार सृजन नहीं हो सकता। भारी भरकम कराधान वाली कर प्रणाली से रोजगार सृजन नहीं होगा।”

गौरतलब है कि रविवार को चाय पर हुई मुलाकात के दौरान केंद्रीय श्रमिक संघों तथा सरकार के बीच बैठक के दौरान ठेके के श्रमिकों तथा न्यूनतम मजदूरी के मुद्दे सहित श्रम कानून को लेकर मतभेद खुलकर सामने आ गए थे। प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री दोनों ने श्रमिकों को सम्मान दिए जाने की भी वकालत की। मोदी ने कहा, “यहां एक गलत आदत बनी हुई है कि हम अपने श्रमिकों को पर्याप्त सम्मान नहीं देते। एक समाज के रूप में हमें श्रमिकों का सम्मान करने की जरूरत है।”

नेशनल

पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

Published

on

Loading

कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

Continue Reading

Trending