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रियो ओलम्पिक (मुक्केबाजी) : विकास क्वार्टर फाइनल में हारे

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मुक्केबाजी

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मुक्केबाजीरियो डी जनेरियो| भारत के मुक्केबाज विकास कृष्ण यादव यहां जारी 31वें ओलम्पिक खेलों से बाहर हो गए हैं। हरियाणा के विकास को क्वार्टर फाइनल में हार मिली। हार के बाद विकास ने देशवासियों से माफी मांगी है। इसके साथ रियो ओलम्पिक में मुक्केबाजी में भारत की चुनौती समाप्त हो गई है। भारत के शिवा थापा और मनोज कुमार पहले ही हार चुके हैं। थापा तो पहले ही दौर में हारे थे जबकि मनोज को दूसरे दौर में हार मिली।

विकास को सोमवार को 75 किलोग्राम वर्ग में 2015 में विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक जीत चुके उजबेकिस्तान के बेकतेमीर मेलीकुजीव ने 3-0 से हराया। मनोज यह मैच 27-30, 26-30, 26-30 से हारे।

24 साल के विकास ने हालांकि 20 साल के बेहद प्रतिभाशाली बेकतेमीर को कड़ी चुनौती दी लेकिन जज-बी की नजर में वह बेहतर मुक्केबाज साबित नहीं हुए। इस जज मार्सेला पाउला सोजा ने उन्हें दो बार 8-8 अंक दिए।

विकास ने राउंड-1 में 9, 9, 9 अंक हासिल किए जबकि राउंड-2 में 9, 8, 8 अंक की प्राप्त हुए। तीसरे राउंड में फिर से विकास को 9, 9, 9 अंक मिले लेकिन उजबेक मुक्केबाज को तीन राउंड में तीनों जजों ने 10-10 दिए।

मुकाबले के बाद विकास ने कहा, “मैंने सोचा था कि देश को 15 अगस्त के मौके पर पदक का तोहफा दूंगा लेकिन मैं ऐसा कर नहीं सका। मुक्केबाज महासंघ पर प्रतिबंध के कारण हम इस साल बाहर जाकर अभ्यास नहीं कर सके लेकिन इसके बावजूद मैं किसी और को जिम्मेदार नहीं ठहरा रहा। मैं माफी चाहूंगा कि मैं जीत नहीं सका।”

विकास ने कहा कि पहले राउंड में उन्होंने बेहतर प्रदर्शन किया था लेकिन जजों ने उजबेक मुक्केबाज का साथ दिया, जिससे कि उन पर काफी नकारात्मक मानसिक असर पड़ा।

बकौल विकास, “पहला राउंड के बाद मुझे लगा था कि यह राउंड मेरा होना चाहिए था। हमने लगभग एक समान स्कोर किया था लेकिन पहला राउंड उसे दे दिया गया। इसके बाद मैं अपने खेल में सुधार नहीं कर सका। इसके बावजूद मैं अपनी क्षमता तक लड़ा।”

नेशनल

जेपी नड्डा का ममता पर हमला, कहा- संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा

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नई दिल्‍ली। भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी पर तगड़ा हमला बोला है। उन्‍होंने कहा कि ममता दीदी ने बंगाल को क्‍या बना दिया है। जेपी नड्डा ने कहा कि संदेशखाली, ममता बनर्जी की निर्ममता और बर्बरता का संदेश चीख-चीख कर दे रहा है। ममता दीदी ने बंगाल को क्या बना दिया है? जहां रवींद्र संगीत गूंजना चाहिए था, वहां बम-पिस्तौल मिल रहे हैं।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। इसी से समझ सकते हैं कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार ने किस तरह अराजकता फैला रखी है। मैं बंगाल के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं और जनता से अपील करता हूं कि आप सभी संदेशखाली पर ममता बनर्जी से जवाब मांगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने संदेशखाली की पीड़िता को पार्टी का टिकट देकर भाजपा महिला सशक्तिकरण के संदेश को मजबूती दी है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने ममता बनर्जी को जवाब दिया है कि ये महिलाएं अकेली नहीं है उनके साथ पूरा समाज, पूरा देश खड़ा है। संदेशखाली में महिलाओं की इज्जत-आबरू और उनकी जमीनें बचाने के लिए वहां गई जांच एजेंसियों के अधिकारियों पर भी घातक हमला किया गया।

जेपी नड्डा ने आगे कहा, “मैं आज समाचार पढ़ रहा था कि संदेशखाली में तलाशी के दौरान सीबीआई ने तीन विदेशी रिवॉल्वर, पुलिस द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक रिवॉल्वर, बंदूकें, कई गोलियां और कारतूस बरामद किए हैं।” इसी से समझा जा सकता है कि ममता सरकार ने राज्य में किस तरह अराजकता फैला रखी है। उन्होंने पूछा कि क्या ममता बनर्जी जनता को डराकर, उनकी जान लेकर चुनाव जीतेंगी। क्या नेताजी सुभाष चंद्र बोस, रवीन्द्रनाथ टैगोर, स्वामी विवेकानंद और महर्षि अरबिंदो जैसे मनीषियों ने ऐसे बंगाल की कल्पना की थी।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। ममता दीदी, यदि आपको ऐसा लगता है कि आप ऐसा करके चुनाव जीत जाएंगी तो ये आपकी भूल है। जनता आपको इसका करारा जवाब देगी। उन्होंने कहा कि हमने देखा कि ममता सरकार में तृणमूल कांग्रेस के शाहजहां शेख जैसे असामाजिक तत्व संदेशखाली में महिलाओं के अस्तित्व पर खतरा बने हुए हैं। महिलाओं के साथ जिस तरह का सलूक हो रहा है वह सच में बहुत ही संवेदनशील और कष्टदायी है।

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