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राजनीतिक पोस्टर चिपकाने से पहले मंजूरी अनिवार्य : हाई कोर्ट

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नई दिल्ली | दिल्ली हाई कोर्ट ने गुरुवार को कहा कि शहर के निवासी अपने घरों के बाहर दीवरों पर राजनीतिक पार्टियों के पोस्टर चिपका सकते हैं, लेकिन इससे पहले उन्हें प्रशासन से अनुमति लेनी होगी। मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति जी.रोहिणी और न्यायमूर्ति आर.एस.एंडलॉ की खंडपीठ ने दिल्ली प्रीवेंशन ऑफ डीफेसमेंट ऑफ प्रोपर्टी (डीपीडीपी) अधिनियम को सही ठहराया, जिसके तहत वर्ष 2013 में दिल्ली की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने लोगों को अपने घरों के बाहर दीवारों पर पोस्टर चिपकाने से रोक दिया था।

कोर्ट ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति अपने घर के बाहर दीवारों पर पोस्टर लगाना चाहता है, तो उसे इसके पहले स्थानीय निकाय से इसकी अनुमति लेनी होगी।आप के समर्थकों ने तत्कालीन कांग्रेस सरकार के फैसले के खिलाफ याचिका दायर की थी, जिसपर फैसला सुनाते हुए कोर्ट ने यह बात कही।

नेशनल

628 को उम्रकैद, 37 को दिलवाई फांसी, जानें कौन हैं मुंबई उत्तर मध्य सीट से बीजेपी उम्मीदवार उज्जवल निकम

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मुंबई| लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भाजपा ने शनिवार को 15वीं सूची जारी कर दी। इस सूची में उज्जवल निकम का नाम भी शामिल है। मशहूर वकील उज्जवल निकम को भाजपा ने 2024 लोकसभा चुनाव के लिए मुंबई उत्तर मध्य सीट से प्रत्याशी बनाया है। इस सीट से पूनम महाजन का टिकट काट गया है।

बता दें कि पूनम महाजन मुंबई की नॉर्थ सेंट्रल सीट से बीजेपी की निवर्तमान सांसद है। बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें इस सीट से अपना उम्मीदवार बनाया था जिसमें उन्हें जीत हासिल हुई थी। इससे पहले 2014 में भी वह इसी सीट से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंची थीं लेकिन इस बार पार्टी ने उनपर भरोसा न जताकर वरिष्ठ वकील उज्जवल निकम को चुनावी मैदान में उतारा है।

बता दें कि उज्जवल निकल देश के जाने-माने वकील हैं उन्हीं ने मुंबई में 26/11 हमले को अंजाम देने वाले आतंकी आमिर कसाब को फांसी के फंदे तक पहुंचाया था। इस केस में वह विशेष लोक अभियोजक भी थे। इसके अलावा वह 1993 के बम धमाकों, गुलशन कुमार हत्याकांड और प्रमोद महाजन हत्याकांड जैसे हाई प्रोफाइल केसों में सरकारी की ओर से केस लड़ चुके हैं। उन्होंने अपने 30 साल लंबे करियर में 628 लोगों को आजीवन कारावास और 37 लोगों को मृत्युदंड की सजा दिलवाई।

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