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राखी बांधने का मुहूर्त इस बार दोपहर बाद

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राखी बांधने का मुहूर्त, दोपहर बाद, 29 अगस्त, भद्रा का साया

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रायपुर। इस वर्ष रक्षाबंधन पर्व पर 29 अगस्त को दोपहर तक भद्रा का साया है। इसलिए बहनों को भाइयों की कलाई पर राखी बांधने के लिए दोपहर तक इंतजार करना पड़ेगा। यह संयोग ही है कि 2013, 2014 और अब 2015 में लगातार तीसरा वर्ष रक्षाबंधन पर भद्रा की साया है। दोपहर 1.40 तक भद्रा की वजह से दोपहर बाद ही भाइयों की कलाइयां सजेंगी। ज्योतिषाचार्य पं.आनंद तिवारी का कहना है कि भद्रा पर शुभ कार्य नहीं किए जाते। भद्रा में यात्रा, विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश, रक्षाबंधन जैसे मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं। भद्रा का संबंध सूर्य और शनि से है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष दोपहर 1.40 तक भद्रा के कारण भाइयों की कलाइयां दोपहर बाद सजेंगी।

वर्ष 2014 में भी रक्षाबंधन के दिन भद्रा लगा था। बीते वर्ष 10 अगस्त को रक्षाबंधन पर्व पड़ा था। इस दिन भी 8 घंटे तक भद्रा था। दोपहर बाद ही भाइयों की कलाई सजी थी। इसी तरह 2013 को पूर्णिमा तिथि में भद्रा लगने से रात 8.41 बजे के बाद शुभ मुहूर्त था। इस वर्ष 20 और 21 अगस्त दो दिन तक रक्षाबंधन मनाया गया। 10 घंटे तक भद्रा का प्रभाव था। इस वर्ष भद्रा का अंतर 9 घंटा 11 मिनट तक है।

वहीं ज्योतिषाचार्य पं. लल्लू महाराज का कहना है कि 28 अगस्त को रात 3.35 बजे से भद्रा लग रहा है, जो रक्षाबंधन पर्व यानी 29 अगस्त को दोपहर 1.50 बजे तक रहेगा। उन्होंने बताया कि भद्रा में रक्षासूत्र बांधना शास्त्र सम्मत नहीं है, इसके बाद से रात तक शुभ मुहूर्त है। दोपहर 1.51 से 4.15 बजे तक रक्षासूत्र बांधने का श्रेष्ठ मुहूर्त है। रक्षाबंधन पूर्णिमा को मनाया जाता है। 29 अगस्त की रात 12.04 बजे तक पूर्णिमा है।

नेशनल

जेपी नड्डा का ममता पर हमला, कहा- संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा

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नई दिल्‍ली। भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी पर तगड़ा हमला बोला है। उन्‍होंने कहा कि ममता दीदी ने बंगाल को क्‍या बना दिया है। जेपी नड्डा ने कहा कि संदेशखाली, ममता बनर्जी की निर्ममता और बर्बरता का संदेश चीख-चीख कर दे रहा है। ममता दीदी ने बंगाल को क्या बना दिया है? जहां रवींद्र संगीत गूंजना चाहिए था, वहां बम-पिस्तौल मिल रहे हैं।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। इसी से समझ सकते हैं कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार ने किस तरह अराजकता फैला रखी है। मैं बंगाल के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं और जनता से अपील करता हूं कि आप सभी संदेशखाली पर ममता बनर्जी से जवाब मांगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने संदेशखाली की पीड़िता को पार्टी का टिकट देकर भाजपा महिला सशक्तिकरण के संदेश को मजबूती दी है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने ममता बनर्जी को जवाब दिया है कि ये महिलाएं अकेली नहीं है उनके साथ पूरा समाज, पूरा देश खड़ा है। संदेशखाली में महिलाओं की इज्जत-आबरू और उनकी जमीनें बचाने के लिए वहां गई जांच एजेंसियों के अधिकारियों पर भी घातक हमला किया गया।

जेपी नड्डा ने आगे कहा, “मैं आज समाचार पढ़ रहा था कि संदेशखाली में तलाशी के दौरान सीबीआई ने तीन विदेशी रिवॉल्वर, पुलिस द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक रिवॉल्वर, बंदूकें, कई गोलियां और कारतूस बरामद किए हैं।” इसी से समझा जा सकता है कि ममता सरकार ने राज्य में किस तरह अराजकता फैला रखी है। उन्होंने पूछा कि क्या ममता बनर्जी जनता को डराकर, उनकी जान लेकर चुनाव जीतेंगी। क्या नेताजी सुभाष चंद्र बोस, रवीन्द्रनाथ टैगोर, स्वामी विवेकानंद और महर्षि अरबिंदो जैसे मनीषियों ने ऐसे बंगाल की कल्पना की थी।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। ममता दीदी, यदि आपको ऐसा लगता है कि आप ऐसा करके चुनाव जीत जाएंगी तो ये आपकी भूल है। जनता आपको इसका करारा जवाब देगी। उन्होंने कहा कि हमने देखा कि ममता सरकार में तृणमूल कांग्रेस के शाहजहां शेख जैसे असामाजिक तत्व संदेशखाली में महिलाओं के अस्तित्व पर खतरा बने हुए हैं। महिलाओं के साथ जिस तरह का सलूक हो रहा है वह सच में बहुत ही संवेदनशील और कष्टदायी है।

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