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योगी सरकार की मानसिकता दलित विरोधी : मायावती

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सहारनपुर (उप्र), 23 मई (आईएएनएस/आईपीएन)। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने यहां मंगलवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार दलित विरोधी मानसिकता की है, यह ज्यादा दिन नहीं चलेगी।

सहारनपुर में हुई घटना दर्दनाक है। सहारनपुर की घटना पक्षपात की वजह से हुई है। (21:20)
शब्बीरपुर में दलितों को संबोधित करते हुए बसपा मुखिया ने कहा कि शब्बीरपुर के समाज में अच्छा सद्भाव था, लेकिन शासन और प्रशासन के पक्षपात और लापरवाही की वजह से यहां जबर्दस्त जातीय तनाव चल रहा है। दलितों के साथ मारपीट और उनका घर जलाया जाना बेहद दर्दनाक घटना है।

उन्होंने कहा, भाजपा की जातिवादी सरकार पक्षपात कर रही है। दलित विरोधी मानसिकता वाली सरकार के पक्षपात की वजह से यह घटना हुई है। सरकार तो समाज को जोड़ने वाली होनी चाहिए, लेकिन योगी सरकार समाज को तोड़ने का काम कर रही है।

मायावती ने कहा, दलितों के साथ अन्य पिछड़ा वर्ग की भी उपेक्षा की जा रही है। आने वाले समय में दलित व पिछड़ा वर्ग सरकार को जवाब देंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार भी यह समझ ले।

बसपा प्रमुख ने कहा, भाजपा का असली चेहरा दलित विरोधी का है, लेकिन राजनीतिक लाभ के लिए अंबेडकर साहब के नाम का प्रयोग किया जा रहा है। असली चेहरे को छुपाने के लिए विरोधी लोग भी उनकी जयंती मना रहे हैं और संग्रहालय बनाने की बात कर रहे हैं, लेकिन इन्हीं लोगों के राज में दलितों की उपेक्षा हो रही है। भाजपा की कथनी व करनी में बहुत फर्क है।

मायावती ने कहा कि चुनाव से पहले स्वामी प्रसाद मौर्य को मुख्यमंत्री बनाने का दावा किया गया था, लेकिन चुनाव जीतने के बाद उन्हें मुख्यमंत्री न बनाकर पिछड़ा वर्ग के साथ खिलवाड़ किया गया है।

मायावती निर्धारित समय से ढाई घंटा विलंब से सहारनपुर के शब्बीरपुर गांव पहुंचीं। उनके पहुंचते ही जिला तथा पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी होने लगी। मायावती की मौजूदगी में दलितों ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसी बीच बसपा मुखिया ने शब्बीरपुर में दलितों के जले हुए घरों को देखा।

उन्होंेने कहा कि जिनके घर जले, उन्हें पार्टी फंड से 50 हजार रुपये और जिनके घर में कम नुकसान हुआ, उन्हें 25 हजार रुपये दिए जाएंगे।

इससे पहले, मुजफ्फरनगर पहुंचने पर मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार दलितों की रक्षा करने में विफल है। मां- बहनों की बेज्जती की गई। लेकिन सरकार की शह पर यहां जिला व पुलिस प्रशासन दलित विरोधी काम करता रहा। यह दलित विरोधी सरकार ज्यादा दिन नहीं चलेगी।

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नेशनल

15 दिन की पैरोल मिलने के बाद जेल से बाहर आए पूर्व बाहुबली विधायक अनंत सिंह, समर्थकों ने किया स्वागत

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पटना। पूर्व बाहुबली विधायक अनंत सिंह रविवार को पटना की बेऊर जेल से बाहर निकल गये हैं। गृह विभाग से हरी झंडी मिलने के बाद अनंत सिंह को जेल से 15 दिनों की पैरोल मिली है। वह सुबह लगभग 4:00 बजे जेल से बाहर निकले।आनंद सिंह के जेल से बाहर निकलने की सूचना के साथ ही उनके समर्थकों में काफी उत्साह का माहौल है। अनंत सिंह लगभग 5 वर्षों से जेल में बंद है। अनंत सिंह पर एके 47 रखने का आरोप है, जिसके तहत कोर्ट ने उन्हें 10 वर्ष की सजा सुनाई थी। तब से मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह पटना के बेउर जेल में सजायाफ्ता बंदी के रूप में सजा काट रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक़ आपसी पारिवारिक बंटवारे को लेकर अनंत सिंह ने न्यायालय में कोर्ट से पैरोल पर इसके लिए आदेश मांगा था। पेरोल पर आदेश मिलने के बाद आनंद सिंह को लेकर गृह विभाग ने यह आदेश जारी किया था। रविवार की अहले सुबह जब अनंत सिंह को 15 दिनों के पैरोल पर बेउर जेल से बाहर निकाला जा रहा था, उस समय जेल के बाहरी एवं भीतरी सुरक्षा को चुस्त दुरुस्त कर दिया गया था।

अनंत सिंह की पत्नी नीलम सिंह वर्तमान में राजद के विधायक हैं। बिहार में वर्तमान में लोकसभा का चुनाव चल रहा है। चौथे चरण 13 में को बिहार के मुंगेर में लोकसभा के चुनाव का मतदान होना है। इसे लेकर भी अनंत सिंह के जेल से बाहर आने को लेकर राजनीतिक गलियारे में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।

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