Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

यूपी के सभी जिला मुख्यालयों को 14 अप्रैल से मिलेगी 24 घंटे बिजली : योगी

Published

on

Loading

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को देर रात तक कई विभागों के प्रस्तुतीकरण की समीक्षा की। उन्होंने बिजली के क्षेत्र में सूबे के सभी जिलों को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने का बड़ा फैसला लिया है।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश जारी करते हुए कहा कि सभी जिला मुख्यालयों में 24 घंटे, तहसील स्तर पर 20 घंटे और ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली मुहैया कराने के प्रबंध 14 अप्रैल से किए जाएं।

योगी ने शास्त्री भवन में ऊर्जा विभाग के प्रस्तुतिकरण के दौरान वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे ग्रामीण क्षेत्रों में शाम 6 बजे से सुबह 6 बजे तक हर हाल में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करें, ताकि परीक्षा में सम्मिलित हो रहे विद्यार्थियों को कोई दिक्कत न हो।

उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में दिन में भी 6 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करें और 14 अप्रैल से जिला मुख्यालयों में 24 घंटे बिजली, तहसीलों में 20 घंटे तथा गांवों में 18 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ऊर्जा विभाग लक्ष्यों की कार्य योजना बनाकर आगामी 100 दिनों के अंदर 5 लाख नए विद्युत कनेक्शन दिए जाने के कार्य को पूरा करे।

उन्होंने कहा कि सुचारु बिजली सप्लाई के लिए एक कार्य योजना बनायी जाए, जिसके तहत फुंकने वाले ट्रांसफार्मरों को बदलने का काम शहरी क्षेत्रों में 24 घंटों में तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 48 घंटों में सुनिश्चित किया जाए।

योगी ने कहा कि बिजली आपूर्ति में मांग और आपूर्ति की कमी को ‘बिडिंग’ के माध्यम से बिजली खरीदकर पूरा किया जाए।

प्रादेशिक

गुजरात बोर्ड परीक्षा में टॉपर रही छात्रा की ब्रेन हैमरेज से मौत, आए थे 99.70 फीसदी अंक

Published

on

Loading

अहमदाबाद। गुजरात बोर्ड की टॉपर हीर घेटिया की ब्रेन हैमरेज से मौत हो गई है। 11 मई को गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (GSEB) के नतीजे आए थे। हीर इसके टॉपर्स में से एक थी। उसके 99.70 फीसदी अंक आये थे। मैथ्स में उसके 100 में से 100 नंबर थे। उसे ब्रेन हैमरेज हुआ था। बीते महीने राजकोट के प्राइवेट अस्पताल में उसका ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। वो घर चली गई, लेकिन क़रीब एक हफ़्ते पहले उसे सांस लेने में फिर दिक़्क़त होने लगी और दिल में भी हल्का दर्द होने लगा।

इसके बाद उसे अस्पताल में ICU में भर्ती कराया गया था। हाॅस्पिटल में एमआरआई कराने पर सामने आया कि हीर के दिमाग का 80 से 90 प्रतिशत हिस्सा काम नहीं कर रहा था। इसके बाद हीर को सीसीयू में भर्ती कराया गया। हालांकि डाॅक्टरों की लाख कोशिशों के बाद ही उसे बचाया नहीं जा सका और 15 मई को हीर ने दम तोड़ दिया। हीर की मौत के बाद परिवार ने मिसाल पेश करते हुए उसकी आंखों और शरीर को डोनेट करने का फैसला किया।

हीर के पिता ने कहा, “हीर एक डॉक्टर बनना चाहती थी। हमने उसका शरीर दान कर दिया ताकि भले ही वह डॉक्टर न बन सके लेकिन दूसरों की जान बचाने में मदद कर सकेगी।

Continue Reading

Trending