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अन्तर्राष्ट्रीय

यूक्रेन में संघर्ष विराम से पहले भीषण संघर्ष, 26 मरे

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कीव | पूर्वी यूक्रेन में सरकारी सुरक्षा बलों और आजादी समर्थक विद्रोहियों के बीच शुक्रवार को भीषण संघर्ष हुआ, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि दोनों ही पक्षों ने एक-दूसरे पर रविवार से प्रभावी होने वाले संघर्ष विराम से पूर्व अपना जमीनी कब्जा बढ़ाने के लिए हिंसक मार्ग अपनाने का आरोप लगाया।

यूक्रेन के उपरक्षा मंत्री पेट्रो मेखेद ने कहा कि विद्रोही ताकतें सरकार नियंत्रित मारिउपोल और देबाल्तसेवो शहर पर कब्जा करने की कोशिश कर रही हैं। इस बीच, विद्रोहियों ने यूक्रेन के जवानों पर लुगांस्क, दोनेत्स्क और गोर्लोवका शहरों पर उनके स्थानों पर गोलाबारी करने का आरोप लगाया है। गोर्लोवका के बाहरी हिस्से में स्थित एक घर पर गुरुवार को हुई गोलाबारी में तीन बच्चे और उनकी मां की मौत हो गई थी।

लुगांस्क में तीन नागरिकों की मौत हो गई थी और पांच घायल हो गए थे, जबकि दोनेत्स्क में 14 लोग घायल हो गए थे। लुगांस्क के गवर्नर जेनादी मोस्कल ने बताया कि कीव नियंत्रित शकस्त्या शहर के आवासीय इलाके में स्थित एक कैफे पर हुए हमले में चार लोगों की मौत हो गई और पांच घायल हो गए थे।

अन्तर्राष्ट्रीय

भारत में अवसरों की भरमार, पीएम मोदी के नेतृत्व में 10 सालों में देश ने अच्छी प्रगति की : वॉरेन बफे

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नई दिल्ली। बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन और सीईओ वॉरेन बफे भारत की निवेश की संभावनाओं को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने रविवार को कंपनी की सालाना बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत में अवसरों की भरमार हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। बीते दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश ने सभी आर्थिक मानदंडों में अच्छी प्रगति की है। अब लगभग 3.7 ट्रिलियन डॉलर (अनुमान वित्त वर्ष 2023-24) की जीडीपी के साथ भारत आर्थिक रूप से पांचवां सबसे बड़ा देश है। एक दशक पहले देश 1.9 ट्रिलियन डॉलर (मौजूदा बाजार मूल्य) की जीडीपी के साथ भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। वित्त मंत्रालय के अनुसार, इस 10 साल की यात्रा में कई रिफॉर्म हुए जिसने देश को आर्थिक रूप से आगे बढ़ाया है।

रविवार को अपनी कंपनी की वार्षिक बैठक में वॉरेन बफेट ने कहा, भारत में नई संभावनाओं का पता लगाएं। यहां ऐसे क्षेत्र हो सकते हैं जिनको सर्च नहीं किया गया है या यहां मौजूद अवसरों पर ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि भारत में बहुत सारे अवसर हैं। सवाल यह है कि क्या हमें उनके बारे में जानकारी है, जिसमें हम भाग लेना चाहेंगे। बफेट देश में संभावित प्रवेश की तलाश में हैं। भारत की जीडीपी ग्रोथ एक नए शिखर पर पहुंचने के लिए तैयार है। विनिर्माण और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टरों ने फिर से सुधार देखना शुरू कर दिया है और जीएसटी कलेक्शन नई ऊंचाई हासिल कर रहा है।

आरबीआई के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, भारत की जीडीपी ग्रोथ महामारी से पहले 2020 के दौरान दर्ज की गई 7 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने के संकेत हैं। आईएमएफ के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, 2004 में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 635 डॉलर थी। 2024 में देश की प्रति व्यक्ति जीडीपी बढ़कर 2,850 डॉलर हो गई है, जो इसके समकक्ष देशों के लिए 6,770 डॉलर का 42 प्रतिशत है। इस महीने की शुरुआत में जारी एचएसबीसी सर्वे के अनुसार, मजबूत मांग के कारण भारत का विनिर्माण सेक्टर अप्रैल में मजबूत गति से बढ़ा। इसके अलावा विश्व चुनौतियों के बावजूद, एक लाख से अधिक स्टार्टअप और 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न के साथ देश ग्लोबल स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम बना हुआ है।

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