Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

मोदी ने मंगोलिया को भाभाट्रॉन सौंपा

Published

on

उलनबाटोर,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,मंगोलिया,नेशनल कैंसर सेंटर,टेलीकोबाल्ट,वाजपेयी सेंटर फॉर,रेडियोथेरेपी,भाभाट्रॉन-2

Loading

उलनबाटोर | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मंगोलिया के नेशनल कैंसर सेंटर को भाभाट्रॉन सौंपा। भाभाट्रॉन एक टेलीकोबाल्ट है जिसे भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र ने कैंसर के उपचार के लिए विकसित किया है। मोदी के साथ इस दौरान मंगोलिया के प्रधानमंत्री चिमद सोखानबिलग भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर अटल बिहारी वाजपेयी सेंटर फॉर एक्सीलेंस इन इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एंड कम्युनिकेशन एंड आउटसोर्सिग की आधारशिला रखी।

दोनों नेताओं ने जमीन खोदने की प्रतीकात्मक रस्म के बाद एक तांबे की पट्टिका का अनावरण किया। एक बुद्ध साधु ने इसके बाद मोदी के कंधे पर सम्मान स्वरूप एक दुपट्टा डाला। भाभाट्रॉन को टाटा मेमोरियल सेंटर ऑफ इंडिया और मंगोलिया के नेशनल कैंसर सेंटर के बीच हुए समझौते के बाद सौंपा गया। इस समझौते में भाभाट्रॉन-2 टेलीथेरेपी इकाई को रेडियोथेरेपी सिम्युलेटर के साथ उपहार स्वरूप देने की बात कही गई थी।

अन्तर्राष्ट्रीय

कुवैत में संसद भंग, सभी कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद निलंबित

Published

on

Loading

नई दिल्ली। कुवैत के अमीर शेख मिशाल ने संसद को भंग कर दिया है। अमीर ने शुक्रवार को सरकारी टीवी पर एक संबोधन में इसकी घोषणा की। इसके अलावा अमीर ने देश के सभी कानूनों के साथ संविधान के कुछ अनुच्छेदों को चार साल तक के लिए निलंबित कर दिया है। इस दौरान देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सभी पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा। सरकारी टीवी के मुताबिक, इस दौरान नेशनल असेंबली की सभी शक्तियां अमीर और देश की कैबिनेट के पास होंगी।

एमीर ने सरकारी टीवी पर दिए अपने संबोधन में संसद भंग करने की घोषणा करते हुए कहा, “कुवैत हाल ही में बुरे वक्त से गुजर रहा है, जिसकी वजह से किंगडम को बचाने और देश के हितों को सुरक्षित करने के लिए कड़े फैसले लेने में झिझक या देरी करने के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के कई डिपार्टमेंट्स में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। भ्रष्टाचार की वजह से देश का महौल खराब हो रहा है। अफसोस की बात ये है कि भ्रष्टाचार सुरक्षा और आर्थिक संस्थानों तक फैल गया है। साथ ही अमीर ने न्याय प्रणाली में भ्रष्टाचार होने की बात कही है।

कुवैत पिछले कुछ सालों से घरेलू राजनीतिक विवादों से घिरा रहा है। देश का वेल्फेयर सिस्टम इस संकट का एक प्रमुख मुद्दा रहा है और इसने सरकार को कर्ज लेने से रोका है। इसकी वजह से अपने तेल भंडार से भारी मुनाफे के बावजूद सरकारी खजाने में पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बहुत कम पैसे बचे हैं। कुवैत में भी दूसरे अरब देशों की तरह शेख वाली राजशाही सिस्टम है लेकिन यहां की विधायिका पड़ोसी देशों से ज्यादा पावरफुल मानी जाती है।

Continue Reading

Trending