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मेघालय उपचुनाव में एचएसपीडीपी ने कांग्रेस को हराया

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शिलांग| मेघालय के नॉनगोस्टीन विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के उपचुनाव में विपक्षी एचएसपीडीपी के डायोस्टारनेस जिनडियांग ने सत्ताधारी कांग्रेस के उम्मीदवार गैब्रियल वाहलांग को 2,764 वोटों से पराजित किया है। क्षेत्रीय दल, हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पाटी (एचएसपीडीपी) के स्टोन लिंगदोह की सितंबर में हुई मृत्यु के बाद यहां उपचुनाव कराना पड़ा है। लिंगदोह कई वर्षो से ‘शेर’ निशान के साथ पार्टी का प्रतिनिधित्व किया था।

जिनडियांग, लिंगदोह के पूर्व सहयोगी हैं और इस सीट के लिए चार उम्मीदवारों में सबसे कम उम्र के हैं। जिनडियांग को 1,1189 वोट मिले हैं, जबकि खासी हिल्स स्वायत्त जिला परिषद के पूर्व डिप्टी चेयरमैन वाहलांग को 8,425 वोट प्राप्त हुए हैं।

उपचुनाव में दो अन्य उम्मीदवार युनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी के मस्कलंदर मारंगर और एकमात्र महिला निर्दलीय उम्मीदवार फेनेला लिंगदोह नॉनग्लेट को क्रमश: 1,257 और 3,131 वोट मिले हैं।

मारंगर और नॉनग्लेट, दोनों उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई।

उल्लेखनीय है कि उपचुनाव में कुल 24,002 वोट पड़े, जिसमें से 89 मतदाताओं ने (उपरोक्त किसी को भी नहीं) नोटा का विकल्प अपनाया।

एचएसपीडीपी सुप्रीमो अर्डेट मिलर बसैयामोइत ने आईएएनएस से कहा, “नांगस्टोइन विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के उपचुनाव में एचएसपीडीपी की वापसी से स्पष्ट होता है कि मेघालय में लोगों ने कांग्रेस में विश्वास खो दिया है।”

उपचुनाव में जीत के साथ बसैयामोइत ने कहा कि उनकी पार्टी अब 2018 के विधानसभा चुनाव में राज्य से कांग्रेस पार्टी को उखाड़ फेंकने का प्रयास करेगी।

60 सदस्यीय विधानसभा सभा में एचएसपीडीपी के पास अब चार सीटें हैं।

मेघालय युनाइटेड अलायंस की सरकार का नेतृत्व कर रही कांग्रेस के पास 30 सीटें हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (दो सीटें), नार्थ-ईस्ट डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट पार्टी के पास (एक सीट) और 11 निर्दलीय विधायक कांग्रेस सरकार को समर्थन दे रहे हैं।

एचएसपीडीपी और दो निर्दलीय विधायक मेघालय पीपुल्स फ्रंट का हिस्सा नहीं हैं।

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इस्कॉन के चेयरमैन गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज का निधन, देहरादून के अस्‍पताल में थे भर्ती

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देहरादून। इस्‍कॉन इंडिया की गवर्निंग काउंसिल के अध्‍यक्ष गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज का रविवार को निधन हो गया। हृदय संबंधी बीमारी के चलते उन्‍हें तीन दिन पहले देहरादून के सिनर्जी अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्‍होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर से भक्तों में शोक की लहर है।

इस्कॉन मंदिर के डायरेक्टर कम्युनिकेशन इंडिया बृजनंदन दास ने बताया कि 5 मई को शाम 4 बजे नई दिल्ली के ईस्ट ऑफ कैलाश स्थित मंदिर में दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर रखा जाएगा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज दो मई को दूधली स्थित मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम में पहुंचे थे। यहां वह अचानक फिसलकर गिर गए थे। इससे उन्हें चोट लगी थी। उनका तीन दिनों से सिनर्जी अस्पताल में इलाज चल रहा था। भक्त उनके आखिरी दर्शन दिल्ली के इस्कॉन मंदिर में कर सकेंगे। सोमवार को उनकी देह को वृंदावन ले जाया जाएगा। इसका समय अभी तय नहीं हुआ है।

 

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