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बिजनेस

मिट्टी तेल, रसोई गैस बिक्री पर घाटा कम हुआ

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नई दिल्ली| सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत दिए जाने वाले मिट्टी तेल और रसोई गैस की बिक्री पर होने वाले घाटे में कमी आई है। यह जानकारी गुरुवार को जारी सरकारी आंकड़े से मिली। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़े के मुताबिक जनवरी 2015 के लिए पीडीएस मिट्टी तेल की बिक्री पर होने वाला घाटा कम होकर 19.46 रुपये प्रति लीटर रह गया है, जो दिसंबर 2014 में 25.69 रुपये प्रति लीटर था।

इसी तरह जनवरी 2015 के लिए रसोई गैस के हर सिलेंडर की बिक्री पर होने वाला घाटा कम होकर 235.91 रुपये प्रति सिलेंडर रह गया है, जो दिसंबर 2014 में प्रति सिलेंडर 279.91 रुपये था।

बयान के मुताबिक पेट्रोलियम उत्पादों की बिक्री पर 2014-15 की पहली छमाही में हुआ घाटा 51,110 करोड़ रुपये था, जबकि यही घाटा 2013-14 के पूरे कारोबारी साल में 1,39,869 करोड़ रुपये था।

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Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

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नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

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