Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

मायावती ने राज्यसभा से इस्तीफा दिया, बोलीं–सदन में बोलने का मौका नहीं मिला

Published

on

मायावती, राज्यसभा, बहिर्गमन, इस्तीफा, बीएसपी

Loading

नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की अध्यक्ष मायावती ने ‘दलितों के खिलाफ अत्याचार’ का मुद्दा राज्यसभा में ‘नहीं उठाने देने’ को लेकर मंगलवार को ऊपरी सदन से इस्तीफा दे दिया। बसपा नेता ने आरोप लगाया है कि उन्हें दलितों के खिलाफ अत्याचार का मुद्दा नहीं उठाने दिया जा रहा है।

उन्होंने इस मुद्दे पर सदन से बहिर्गमन किया। वहीं इसके बाद कांग्रेस ने भी मायावती के समर्थन में सदन से वॉकआउट किया. कांग्रेस के सभी सदस्यों ने भी मायावती के समर्थन में सदन से वॉकआउट किया।

संसद के मॉनसून सत्र के दूसरे दिन आज सदन की शुरुआत से ही विपक्ष सरकार पर हमलावर रहा। राज्यसभा में मायावती ने यूपी की केंद्र की मोदी सरकार और यूपी की योगी सरकार पर जमकर हमला बोला।

मायावती ने राज्यसभा में सहारनपुर मामले का मुद्दा उठाया। मायावती ने कहा कि पूरे देश में जहां पर भी भाजपा की सरकार है वहां पर दलितों पर अत्याचार हो रहा है।

राज्यसभा से बाहर आने के बाद मायावती ने संवाददाताओं से कहा, “मैं इस सदन में दलितों और पिछड़ों की आवाज बनने और उनके मुद्दे उठाने के लिए आई हूं। लेकिन जब मुझे यहां बोलने ही नहीं दिया जा रहा, तो मैं यहां क्यों रहूं।” मायावती ने कहा, “इसलिए मैंने आज (मंगलवार) राज्यसभा से इस्तीफा देने का फैसला किया है।

उधर, कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने भीड़ की हिंसा में लोगों के मारे जाने और मंदसौर में पुलिस फायरिंग में किसानों की मौत पर चर्चा के लिए राज्यसभा में नोटिस दिया है।

सोमवार को सत्र के पहले दिन की कार्यवाही दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के बाद स्थगित कर दी गई थी। विपक्ष मॉब लिंचिंग, जीएसटी, चीन बॉर्डर, पाकिस्तान, किसान समेत कई मुद्दों को प्रमुखता से उठाने की तैयारी में है। कांग्रेस, लेफ्ट समेत पूरा विपक्ष सरकार पर इन मुद्दों को लेकर हमलावर रहेगा।

 

नेशनल

जेपी नड्डा का ममता पर हमला, कहा- संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा

Published

on

Loading

नई दिल्‍ली। भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी पर तगड़ा हमला बोला है। उन्‍होंने कहा कि ममता दीदी ने बंगाल को क्‍या बना दिया है। जेपी नड्डा ने कहा कि संदेशखाली, ममता बनर्जी की निर्ममता और बर्बरता का संदेश चीख-चीख कर दे रहा है। ममता दीदी ने बंगाल को क्या बना दिया है? जहां रवींद्र संगीत गूंजना चाहिए था, वहां बम-पिस्तौल मिल रहे हैं।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। इसी से समझ सकते हैं कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार ने किस तरह अराजकता फैला रखी है। मैं बंगाल के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं और जनता से अपील करता हूं कि आप सभी संदेशखाली पर ममता बनर्जी से जवाब मांगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने संदेशखाली की पीड़िता को पार्टी का टिकट देकर भाजपा महिला सशक्तिकरण के संदेश को मजबूती दी है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने ममता बनर्जी को जवाब दिया है कि ये महिलाएं अकेली नहीं है उनके साथ पूरा समाज, पूरा देश खड़ा है। संदेशखाली में महिलाओं की इज्जत-आबरू और उनकी जमीनें बचाने के लिए वहां गई जांच एजेंसियों के अधिकारियों पर भी घातक हमला किया गया।

जेपी नड्डा ने आगे कहा, “मैं आज समाचार पढ़ रहा था कि संदेशखाली में तलाशी के दौरान सीबीआई ने तीन विदेशी रिवॉल्वर, पुलिस द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक रिवॉल्वर, बंदूकें, कई गोलियां और कारतूस बरामद किए हैं।” इसी से समझा जा सकता है कि ममता सरकार ने राज्य में किस तरह अराजकता फैला रखी है। उन्होंने पूछा कि क्या ममता बनर्जी जनता को डराकर, उनकी जान लेकर चुनाव जीतेंगी। क्या नेताजी सुभाष चंद्र बोस, रवीन्द्रनाथ टैगोर, स्वामी विवेकानंद और महर्षि अरबिंदो जैसे मनीषियों ने ऐसे बंगाल की कल्पना की थी।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। ममता दीदी, यदि आपको ऐसा लगता है कि आप ऐसा करके चुनाव जीत जाएंगी तो ये आपकी भूल है। जनता आपको इसका करारा जवाब देगी। उन्होंने कहा कि हमने देखा कि ममता सरकार में तृणमूल कांग्रेस के शाहजहां शेख जैसे असामाजिक तत्व संदेशखाली में महिलाओं के अस्तित्व पर खतरा बने हुए हैं। महिलाओं के साथ जिस तरह का सलूक हो रहा है वह सच में बहुत ही संवेदनशील और कष्टदायी है।

Continue Reading

Trending