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मुख्य समाचार

महेश भट्ट ने फर्जी फेसबुक अकाउंट पर प्रशंसकों को सचेत किया

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मुंबई। मशहूर फिल्मकार महेश भट्ट ने अपने प्रशंसकों सचेत किया है। महेश भट्ट ने उनके नाम पर फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाने वालों को चेताया है। यहां तक कि उन्होंने इस मामले में मुंबई पुलिस की मदद भी मांगी है। भट्ट ने सोमवार ट्विटर पर लिखा, “झूठे खाताधारक सावाधान! यह फर्जी खाता है। इस मामले के लिए मुंबई पुलिस की साइबर शाखा को सूचित किया जाएगा।”

फिल्म निर्देशक ने अपने फर्जी खाते का स्क्रीन-शॉट साझा किया है। महेश भट्ट एक निर्माता, लेखक के रूप में फिल्म कारोबार से जुड़े हैं। भट्ट ने फेसबुक पृष्ठ पर सत्यापित स्क्रीन-शॉट साझा किया है। उन्होंने ‘सारांश’, ‘दिल है कि मानता नहीं’, ‘सड़क’, ‘आशिकी’ और ‘जख्म’ जैसी फिल्मों का निर्देशन किया है। उनके अधिकारिक पृष्ठ पर नीले रंग का निशान है, जो विभिन्न सामाजिक नेटवर्किं ग प्लेटफार्मों पर मशहूर हस्तियों को प्रामाणिकता प्रदान करने के लिए प्रयोग किया जाता है।

नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

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