Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

मंडल कमीशन की सिफारिशें पूरे देश में लागू हों : हार्दिक पटेल

Published

on

Loading

Hardik Patelलखनऊ। गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल गुरुवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी पहुंचे। उन्होंने पूरे देश में मंडल कमीशन की सिफारिशें लागू करने की मांग उठाई। पटेल नवनिर्माण सेना (पनसे) के नेता ने कहा, हमें प्रदेश और केंद्र में बैठे उन नेताओं से आजादी चाहिए, जो वर्षों से हमारा खून चूस रहे हैं। हमारी मांग है कि अब ओबीसी को वेटेज मिलनी चाहिए। पूरे देश में मंडल कमीशन की सिफारिशें लागू होनी चाहिए। देश में जिसकी जितनी हिस्सेदारी, उतनी भागीदारी मिलनी चाहिए।

यहां के रामाधीन इंटर कॉलेज में आयोजित किसान प्रतिनिधि पंचायत में हार्दिक पटेल ने कहा, मुझे नहीं पता कि बिड़ला व सहारा ने मोदी को रिश्वत दी। अगर इस बारे में पता रहता तो राहुल गांधी की जगह पर मैं ही हर जगह सभा करता और अपनी बातों से लोगों को यकीन करा देता।

हार्दिक ने कहा, मैं यहां नेता नहीं, यहां बेटा बनकर आया हूं। उन्होंने पटेल समुदाय से एकजुट होने का आह्वान करते हुए कहा कि वह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ राजनीतिक नहीं, सामाजिक मंच साझा कर सकते हैं। हार्दिक ने कहा, मुझे पता है कि देश का किसान कितना परेशान है। सबसे ज्यादा आत्महत्या भी किसान ही कर रहा है, लेकिन इससे किसी नेता को कोई फर्क नहीं पड़ता। देश में किसान कौम कमजोर हो रही है। मैं चाहता हूं कि यूपी में ओबीसी कैटगरी के लोग एकजुट हों, ताकि हमारी ताकत को कोई तोड़ न सके। देश ने कमल का जूस पी रखा है, जिसका स्वाद जाता ही नहीं।

पटेल नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा और कहा कि उनके कारण ही गुजरात में कर्ज बढ़ा है। केंद्र सरकार ने नोटबंदी की आड़ में जिस तरह भ्रष्टाचारियों को बचाया है, उससे जनता को तकलीफ के सिवाय कुछ नहीं मिला। उन्होंने कहा, मैं बीजेपी का विरोधी नहीं हूं, लेकिन गुजरात में अत्याचार होते देखा है।

मोदी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, पहले लोग कहते थे कि मनमोहन चुप बैठे हैं, लेकिन मोदी तो चुप ही नहीं बैठते। बहुत बोलते हैं, जरूरत से ज्यादा। हार्दिक ने योगगुरु रामदेव की भी चुटकी ली। उन्होंने कहा, पता ही नहीं चलता कि वह योगगुरु हैं या बिजनेसमैन रामदेव। ताज्जुब की बात है, वह भी कालाधन के खिलाफ बोलते हैं।

प्रादेशिक

बेंगलुरु इस्कॉन मंदिर में मनाया जा रहा है 25वीं रजत जयंती का ब्रम्ह महोत्सव

Published

on

Loading

लखनऊ। बेंगलुरु “इस्कॉन मंदिर” में भगवान और समाज की सेवा की “25वीं रजत जयंती” के वर्षों को 21 अप्रैल से 03 मई तक चिह्नित करते हुए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि का अविस्मरणीय अलौकिक दिव्य-भव्य “ब्रम्ह महोत्सव” पूजा-अर्चना समारोह आयोजित* हुआ है।

इस दरम्यान *प्रभु मधु पंडित व प्रभु चंचल पति , प्रभु लक्ष्मीपति और प्रभु अनंतवीर्य ने अपने-अपने विचारों से अवगत कराया।

सभी भक्तों को बताया कि *प्रभु पाद जी के त्याग और समर्पण भाव से प्रेरणा* लेनी चाहिए। उन्होंने साथ ही यह भी बताया गृहस्थ जीवन में भी सभी को नियमित ब्रम्हमुहूर्त में महामंत्र का जाप करना चाहिए। श्रीकृष्ण जी की गीता वाणी का अध्ययन करके अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए। इस्कॉन मंदिर में काफी संख्या में भक्तगण राधा कृष्ण का दर्शन करके प्रसादम् और आशीर्वाद लेते हैं। संध्या काल में राधा-कृष्ण पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं। मंदिर में अन्य दिनों की अपेक्षा प्रत्येक शनिवार और रविवार को सभी आयु वर्गों के भक्तों की अत्यधिक उपस्थिति रहती है।

*बेंगलुरु में इस्कॉन मंदिर श्री कृष्ण भगवान और समाज की सेवा के 25वीं रजत जयंती के वर्षों को चिह्नित करते हुए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि का “ब्रम्ह महोत्सव का उत्सव” 21 अप्रैल से 03 मई तक मनाया* जा रहा है। इसमें भाग लेने के लिए संपूर्ण भारत के विभिन्न राज्यों से भक्तजन आते हैं।

*इस्कॉन का हरे कृष्ण मंदिर*
इस्कॉन मंदिर (*International Society for Krishna Consciousness) बेंगलुरु की खूबसूरत इमारतों में से एक है*। इस इमारत में कई अत्याधुनिक सुविधाओं में *मल्टी-विजन सिनेमा थियेटर, कम्प्यूटर सहायता प्रस्तुतिकरण थियेटर एवं वैदिक पुस्तकालय और उपदेशात्मक पुस्तकालय* है। इस *मंदिर के अनुयाई सदस्यों व गैर-सदस्यों* के लिए यहां रहने की भी काफी उत्तम सुविधा उपलब्ध है। मालूम हो कि अपनी विशाल सरंचना के कारण *इस्कॉन मंदिर बेंगलुरु में बहुत प्रसिद्ध* है और इसीलिए *बेंगलुरु का सबसे मुख्य पर्यटन स्थान* भी है। इस मंदिर में आधुनिक और *वास्तुकला का दक्षिण भरतीय मिश्रण परंपरागत रूप से पाया जाता* है। मंदिर में अन्य संरचनाएं *बहु दृष्टि सिनेमा थिएटर और वैदिक पुस्तकालय*। मंदिर में भक्तों के लिए रहने कि सुविधाएं भी उपलब्ध है।

*इस्कॉन मंदिर के बैंगलुरु में छ: मंदिर हैं*

*राधा-कृष्ण मंदिर (मुख्य मंदिर)*
*कृष्ण-बलराम मंदिर,*
*निताई गौरंगा मंदिर (चैतन्य महाप्रभु और नित्यानन्दा),*
*श्रीनिवास गोविंदा (वेंकटेश्वरा)*
*प्रहलाद-नरसिंह मंदिर एवं श्रीला प्रभुपादा मंदिर*
*बैकुंठ हिल में तिरुपति बालाजी मंदिर और योग व भोग नरसिम्हा मंदिर*
उत्तर बेंगलुरु के राजाजीनगर में स्थित *राधा-कृष्ण का मंदिर दुनिया का सबसे बड़ा इस्कॉन मंदिर है*। इस *मंदिर का शंकर दयाल शर्मा ने सन् 1997 में उद्घाटन* किया था।

Continue Reading

Trending