Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

भारत 2022 तक आबादी में चीन को पछाड़ देगा

Published

on

Loading

संयुक्त राष्ट्र| भारत 2022 तक आबादी के मामले में चीन को पछाड़ देगा। इस दौरान दोनों देशों की आबादी अलग-अलग 1.4 अरब होगी और भारत की जनसंख्या तेजी से बढ़ेगी। संयुक्त राष्ट्र की एक रपट से यह जानकारी मिली है।संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक विभाग द्वारा बुधवार को जारी एक रपट ‘वर्ल्ड पॉपुलेशन प्रोस्पेक्ट्स : द 2015 रिविजन’ के मुताबिक, “2030 तक भारत की आबादी बढ़ कर 1.5 अरब और 2050 तक 1.7 अरब होने का अनुमान है, जबकि 2030 तक चीन की आबादी स्थिर बनी रह सकती है, जिसके बाद इसमें धीरे-धीरे गिरावट की संभावना है।”

संयुक्त राष्ट्र की इसी तरह की एक रपट दो साल पहले भी जारी की गई थी, जिसमें अनुमान लगाया गया था कि दोनों देशों की आबादी 2028 तक अलग-अलग 1.45 अरब हो जाएगी।

संयुक्त राष्ट्र इस तरह की रपट समय-समय पर जारी करता रहता है।

रपट में अनुमान जाहिर किया गया है कि विश्व की मौजूदा आबादी 7.349 अरब है, जो अगले 15 सालों में एक अरब बढ़कर 8.5 अरब हो जाएगी और इसके 2050 तक 9.725 अरब होने का अनुमान है।

रपट में कहा गया है कि भारत की इस विशाल आबादी से प्रारंभ में देश को जनसांख्यिकी लाभांश और युवाओं की उत्पादकता से लाभ मिल सकता है। लेकिन इससे चीन के 9,597,000 वर्ग किलोमीटर की तुलना में भारत के 3,288,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले संसाधनों पर व्यापक दबाव बनेगा।

भारत को इस आबादी के लिए अधिक से अधिक रोजगारों सृजन के लिए अपनी अर्थव्यवस्था बढ़ानी होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2022 तक 10 करोड़ रोजगार सृजन का लक्ष्य रखा है।

रपट में कहा गया है कि भारत की आबादी लगातार बढ़ती रहेगी। घटती प्रजनन दर, जनसांख्यिकी लाभांश के कम होने की वजह से भारतीयों की मध्य उम्र बढ़ेगी।

वर्तमान में शिशु जन्म दर 2.48 है और यह 2020 तक लुढ़क तक 2.34 हो जाएगी। वहीं, 2030 तक 2.14 और 2050 तक घट कर 1.89 होने का अनुमान है।

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान ने IMF के आगे फिर फैलाए हाथ, की नए लोन की डिमांड

Published

on

Loading

इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने आईएमएफ के सामने एक बार फिर भीख का कटोरा आगे कर दिया है। पाकिस्तान के पीएम शाहबाज शरीफ ने आईएमएफ की प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जीवा से मुलाकात कर उनसे नए ऋण कार्यक्रम पर चर्चा की है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान में कहा कि पीएम शहबाज की मुलाकात रियाद में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के मौके पर हुई।

रियाद में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की एक बैठक से इतर शरीफ ने तीन अरब अमेरिकी डॉलर की अतिरिक्त व्यवस्था (एसबीए) हासिल करने में पाकिस्तान को समर्थन देने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रबंध निदेशक जॉर्जीवा का शुक्रिया अदा किया। पाकिस्तान ने पिछले साल जून में तीन अरब अमेरिकी डॉलर का आईएमएफ कार्यक्रम हासिल किया था। पाकिस्तान मौजूदा एसबीए के इस महीने समाप्त होने के बाद एक नई दीर्घकालिक विस्तारित कोष सुविधा (ईएफएफ) की मांग कर रहा है।

प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के नुसार, “दोनों पक्षों ने पाकिस्तान के लिए एक अन्य आईएमएफ कार्यक्रम पर भी चर्चा की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पिछले वर्ष से हासिल लाभ समेकित हो और आर्थिक वृद्धि सकारात्मक बनी रही।’’ शरीफ ने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। वित्त मंत्री मोहम्मद औरंगजेब ने कहा कि इस्लामाबाद जुलाई की शुरुआत तक नए कार्यक्रम पर कर्मचारी स्तर का समझौता हासिल कर सकता है। यदि पाकिस्तान को यह मदद मिल गई तो उसको आईएमएफ की ओर से यह 24वीं सहायता होगी।

Continue Reading

Trending